खराब जीवनशैली और खानपान के कारण एसिडिटी और गैस की (Acidity, Gas, Bloating) समस्या से आजकल हर कोई परेशान रहता है. अक्सर लोगों को बाहर का उल्टा सीधा खा लेने से ये समस्या हो जाती है. वहीं कई लोगों को आए दिन एसिडिटी, गैस ब्लोटिंग की समस्या (Stomach Problem) बनी रहती है. लेकिन, अगर आपको ये समस्या लंबे समय से बनी हुई है तो इसे हल्के में न लें, क्योंकि यह गंभीर कैंसर (Cancer) का संकेत हो सकता है. जी हां, हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक पेट में लगातार होने वाली एसिडिटी, गैस, ब्लोटिंग पेट के कैंसर (Stomach Cancer) का कारण भी बन सकती है.
पेट का कैंसर
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक पेट शरीर का एक बड़ा अंग है और अधिकतर बीमारियों की शुरुआत पेट से ही शुरू होती है. पेट के कैंसर के मामले में इसके लक्षण देर से नजर आते हैं और इसके लक्षण पेट की अन्य समस्याओं से मिलते-जुलते हैं, जिसके कारण इन्हें पहचानने में कई बार देरी हो जाती है. दरअसल, हेलीकोबैक्टर पायलोरी नाम का बैक्टीरिया पेट में गैस्ट्राइटिस और अल्सर का कारण बनता है, यह पेट के अंदर की लाइनिंग में रहता है.
इसके कारण इसके खाना न पचना, हमेशा गैस और एसिडिटी की शिकायत बनी रहती है. बता दें कि यह क्रॉनिक गैस्ट्राइटिस का कारण बनता है और अगर इंफेक्शन बढ़ जाता है तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति को पेट का कैंसर भी हो सकता है. चिंता की बात यह है कि हेलीकोबैक्टर से संक्रमित होना इंडियन पॉप्यूलेशन में आम है.
यह भी पढ़ें: Anjeer Water: रातभर भिगोकर सुबह पिंए अंजीर का पानी, गिनते रह जाएंगे इसके फायदे
पेट के कैंसर के लक्षण
एक्सपर्ट्स के मुताबिक पेट के कैंसर के कई संभावित लक्षण हैं, जिन्हें कई बार पहचानना मुश्किल हो सकता है. इसके अलावा यह लक्षण आपके पाचन को प्रभावित कर सकते हैं, जैसे-
- सीने में जलन या एसिड रिफ्लक्स
- निगलने में समस्या
- बीमार महसूस होना
- अपच के लक्षण (बहुत अधिक डकार आना)
- भोजन करते समय बहुत जल्दी पेट भरा हुआ महसूस होना
- भूख न लगना या बिना कोशिश किए वजन कम होना
- आपके पेट के शीर्ष पर एक गांठ या दर्द होना
- थकान महसूस होना या ऊर्जा न होना
एसिड रिफ्लक्स पेट के कैंसर की एक बड़ी वजह है?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि गैस्ट्रिक कैंसर का एक बड़ा कारण लगातार एसिड रिफ्लक्स होना है और हाई कार्बोहाइड्रेट और हाई फैट वाले फूड्स खाने वालों को यह समस्या ज्यादा होती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक क्रोनिक एसिड रिफ्लक्स ऊपरी पेट की परत को नुकसान पहुंचाता है और कैंसर के विकास का कारण बन सकता है.
यह भी पढ़ें: कमजोरी, सांस फूलने की समस्या हो रही है महसूस? कहीं आपके शरीर में तो नहीं इस Vitamin की कमी
एसिड रिफ्लक्स से कैसे करें बचाव?
- इससे बचाव के लिए बिस्तर के सिरे को 6 से 8 इंच ऊपर रखें ताकि पेट का एसिड खाने की नली में वापस न आए
- वजन कम करने से एसिड रिफ्लक्स के लक्षणों को कम किया जा सकता है.
- टाइट बेल्ट्स या कमरबंद का उपयोग पेट पर दबाव बढ़ा सकता है, जिससे एसिड रिफ्लक्स बढ़ सकता है.
- तेज मसालेदार खाद्य, साइट्रस फ्रूट्स, टमाटर, चॉकलेट, कैफीन, और तेलीय या तले हुए खाद्यों के सेवन से परहेज करें.
- एक साथ ज्यादा-ज्यादा न खाकर दिनभर में कई बार थोड़ा-थोड़ा खाने की कोशिश करें.
- भोजन के बीच में पानी पीने से बचें और खाने के तुरंत बाद या साथ में दूध भी न पिएं
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)
खबर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
Acidity और Bloating को भूलकर भी न समझें मामूली, ये Cancer के हो सकते हैं खतरनाक लक्षण