Brain Stroke Symptoms: बढ़ती गर्मी के चलते इन दिनों ब्रेन स्ट्रोक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के मरीजों में ब्रेन स्ट्रोक के मामले सबसे ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. ऐसे में आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह क्या है, आपकी कौन सी गलतियां इसका कारण बन रही हैं...
Slide Photos
Image
Caption
ब्रेन स्ट्रोक की स्थिति में ब्रेन की ब्लड सप्लाई में बाधा आ जाती है और इसकी वजह से ब्रेन सेल्स मरने लगती हैं. इसके कारण शरीर के कई भागों में दिव्यांगता, बोलने में कठिनाई और अन्य समस्याएं हो सकती हैं. इसके 2 मुख्य प्रकार होते हैं, पहला है इस्कीमिक स्ट्रोक (ब्लड फ्लो की कमी) और दूसरा है हेमोरेजिक स्ट्रोक (ब्लीडिंग).
Image
Caption
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक हीट स्ट्रोक के दौरान शरीर में बहुत ज्यादा गर्मी के कारण ब्लड वेसल्स फैल जाती हैं और ब्लड प्रेशर गिर सकता है. इससे मस्तिष्क में ब्लड फ्लो बाधित हो सकता है और इस्कीमिक स्ट्रोक का जोखिम बढ़ जाता है. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हीट स्ट्रोक के कारण ब्रेन में सूजन हो सकती है और इससे ब्लीडिंग (हेमोरेजिक स्ट्रोक) का जोखिम बढ़ता है.
Image
Caption
ब्रेन स्ट्रोक आने पर पहला 1 घंटा बहुत ही अहम होता है, इस स्थिति में मरीज को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए. इससे बचाव के लिए आपको तेज एसी से निकलकर धूप में जाने से बचना चाहिए, वहीं धूप से आने के बाद एकदम से एसी में नहीं जाना चाहिए.
Image
Caption
ऐसी स्थिति में समय-समय पर ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच कराते रहना चाहिए, ज्यादा देर धूप में न रहें इससे हीट स्ट्रोक हो सकता है और अगर आपको देखने और समझने में परेशानी हो रही है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं. इससे आप ब्रेन स्ट्रोक के जोखिम से बचे रह सकते हैं.
Image
Caption
ऐसी स्थिति में शरीर के एक हिस्स में फर्क, चेहरे, हाथ, पैर सुन्न होना, बोलने में परेशानी होना, दोनों आंखों में फर्क दिखना, तेज सिर में दर्द होना, उल्टी और जी मिचलाना, शरीर में तेज अकड़न की समस्या जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं तो इसपर ध्यान दें. इन लक्षणों को भूलकर भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
(Disclaimer: यह खबर सामान्य जानकारी पर आधारित है. इस पर अमल करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें.)