डीएनए हिंदी: एसिडिटी और सीने में जलन की समस्या से ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं. अगर आप भी इस समस्या से परेशान हैं तो कोकम नाम का यह फल इस समस्या की मिनटों में छुट्टी कर देगा. इस फल को लंबे समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है. यह आयुर्वेद औषधीय फल है. जिसका इस्तेमाल सुखाकर पीसकर मसाले के रूप में भी किया जा सकता है. इसकी तासीर ठंडी होती है, जो पित्त दोष संबंधित बीमारी गैस, जलन और एसिडिटी की छुट्टी कर देती है.
इन विटामिन से होते हैं भरपूर
कोकम के फल में विटामिन ए, विटामिन बी3, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, जिंक, पोटेशियम, मैंगनीज, फोलिक एसिड, एस्कॉर्बिक एसिड, एसिटिक एसिड, फाइबर और हाईड्रोक्सी साइट्रिक एसिड भरपूर मात्रा में मिलता है. यह फल वजन कम करने से लेकर दिल की समस्याओं और सेहत को सही रखने में मदद करता है.
कोकम खाने के ये हैं फायदे
सुखा कोकम एसिड रिफ्लक्स से लेकर हार्टबर्न और पाचन को ठीक करने में मदद करता है. यह सूखे मेवों के साथ उपयोग करने पर पाचन में मदद करता है. इसके एसिडिटी की वजह से पेट में होने वाली जलन से छुटकारा मिलता है. एसिडिटी या एसिड रिफ्लक्स को रोकने के साथ-साथ ही इलाज करने के लिए इस सूखे फल के जूस को भोजन के बाद लेने की सलाह दी जाती है.
डायबिटीज को रखता है कंट्रोल
कोकम में एंटी डायबिटिक गुण होते हैं. यह शरीर में इंसुलिन के स्तर को बढ़ाकर खून में मौजूद अतिरिक्त शुगर को करती है. ऐसे में डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए इसका सेवन फायदेमंद होता है.
वेट लॉस में भी होता है मददगार
कोकम में एचसीए यौगिक नाम का एसिड होता है. यह भूख को कम करने का काम करता है. इसके साथ ही यह वजन को कम करता है. इसके साथ ही इसमें कार्बोहाइड्रेट को वसा में बदलने की प्रक्रिया को भी नियंत्रित रखता है. शरीर में एक्स्ट्रा फैट बनने का जोखिम कम होता है.
दिल की बीमारियों में करता है बचाव
कोकम का फल दिल के की बीमारियों को दूर रखता है. इस से मिलने वाले फाइबर, कैलोरी, मैग्नीशियम, पोटेशियम, मैंगनीज और एंटीऑक्सीडेंट दिल को स्वस्थ रदखते हैं. ब्लड प्रेशर और केलोस्ट्रॉल को भी कंट्रोल में रखता है.
कैंसर में भी है फायदेमंद
कोकम के सेवन से कैंसर का खतरा भी टल जाता है. इसके साथ ही फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट के साथ एंटी-कार्सिनोजेनिक गुण होते हैं. इनमें फ्री रेडिकल्स को साफ करके बॉडी में सेल्स के असामान्य विकास को रोकते हैं.
अवसाद और तनाव को करता है कम
कोकम के फल में फ्लेवोनोइड्स, हयड्रोक्सीसिट्रिक एसिड, गार्सिनोल और एंथोसायनिन होते हैं. ये पोषक तत्व मस्तिष्क में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने में योगदान रकती है. यह चिंता और अवसाद को कम करती है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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एसिडिटी और सीने में जलन की छुट्टी कर देता है ये फल, डाइट में शामिल करने पर सेहत को मिलते हैं 5 फायदे