डीएनए हिंदीः अगर किसी बात का तनाव है. मूड बिलकुल अच्छा नहीं है. एंग्जाइटी हो रही है. डिप्रेशन जैसा कुछ महसूस हो रहा है. अगर इस सबकी शुरुआत है तो पहला उपाय ये करें कि एक अच्छी खुशबू का सहारा लें. तनाव दूर करने में सुगंध काफी अहम रोल अदा करती है. नहाते वक्त पानी में मिलाएं, ड्रॉइंग रूम में रखें या फ्रेगरेंस वाली कैंडल्स ले आएं. सदियों से खुशबू का इस्तेमाल तनाव को दूर करने में हो रहा है. जानें उन पांच खुशबूयों के बारे में जो सबसे ज्यादा मददगार हैं.
1.
चंदन
कॉस्मेटिक्स में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली लकड़ी है चंदन. इसका एरोमा और खुशबू लंबे समय तक रहती है. सदियों पहले से चंदन की खुशबू का इस्तेमाल होता आया है. एरोमाथैरेपी के दौरान भी चंदन के तेल का इस्तेमाल दिमाग को शांत करने और अच्छी नींद के लिए किया जाता है. कई रिसर्च बताती हैं कि चंदन की खुशबू एंग्जाइटी से जुड़ी समस्या को दूर करने में भी मदद करती है.
2.
यूकेलिप्टस
यूकेलिप्टस ऑइल को ऑलराउंडर माना जाता है और कहा जाता है कि इसका असर जादुई होता है. इसके मेडिसिनल गुणों की वजह से सदियों से तनाव दूर करने में इसका इस्तेमाल होता आ रहा है. यही नहीं यूकेलिप्टस एयर प्यूरीफायर के तौर पर भी काम करता है. इसकी खुशबू को तनाव दूर करने के लिए काफी कारगर माना जाता है. ये एक नैचुरल डिसइंफेक्टेंट भी है, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं.
3.
ऑरेंज
इसकी स्वाद भरी खुशबू भी दुनिया भर में स्ट्रेस बस्टर के तौर पर प्रसिद्ध है. इसका सिट्रस यानी खट्टा सा एरोमा स्ट्रेस होने पर मूड अच्छा करने का काम करता है. जब भी तनाव बढ़े और घबराहट हो, आप इसके एरोमा का इस्तेमाल कर सकते हैं.
4.
लेमन
लेमन यानी नींबू तो हर घर में मिल ही जाता है. ना सिर्फ नींबू का एरोमा तनाव दूर करता है, बल्कि एक गिलास नींबू पानी दिन भर आपको ऊर्जा देकर मूड अच्छा रखने का भी काम करता है.
नींबू की खुशबू में हीलिंग प्रोपर्टीज होती हैं और इससे डिप्रेशन या एंग्जाइटी से लड़ने में मदद मिलती है.
5.
लेवेंडर
एरोमाथैरेपी में इस्तेमाल होने वाला बेहद पॉपुलर इंग्रीडिएंट है लेवेंडर.कई शोध ये साबित कर चुके हैं कि लेवेंडर सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है. स्ट्रेस और एंग्जाइटी से राहत दिलाने में लेवेंडर काफी मददगार है.
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