डीएनए हिंदी: Lata Mangeshkar अपने गानों को लेकर बहुत ही सिलेक्टिव रहा करती थीं. वह इस बात का ध्यान रखती थीं कि उनके गानों में किसी भी तरह का हल्कापन या अश्लीलता न हो. चुन चुनकर गाने वालीं लता सेंशुअस गानों को लेकर भी काफी सतर्क रहा करती थीं. एक बार 'जिस देश में गंगा बहती है' में म्यूजिक डायरेक्टर शंकर जय किशन ने लता को 'हो मैंने प्यार किया' गाने को कहा. इस गाने में उन्हें बीच-बीच में गहरी सांसें लेनी थीं. लता को इस बात का डर था कि यह फिल्म में किस तरह इस्तेमाल किया जाएगा. उन्हें बताया गया कि एक्ट्रेस पद्मिनी कोल्हापुरे गाने में डांस करते-करते थककर बैठेंगी और तब सांसें लेंगी. जब फिल्म रिलीज हुई तो लता को यह देखकर तसल्ली हुई कि इसे सेंशुअल तरीके से पेश नहीं किया गया था.
लता 'मैं क्या करूं राम मुझे बुड्ढा मिल गया' गाते वक्त भी बहुत परेशान हुई थीं. यह गाना भी लता से शंकर जयकिशन ने ही करवाया था. लता पहले राजी नहीं थीं. शंकर जयकिशन और Raj Kapoor के लाख समझाने के बाद वह राजी हुईं. लता को बताया गया कि यह एक कॉमेडी थीम का गाना है लेकिन फिर भी जब उन्होंने इस गाने को फिल्म में देखा तो वह बहुत शर्मिंदा हुई थीं. इस गाने में वैजयंतीमाला हीरो राज कपूर को रिझाती, लुभाती और उनसे छेड़छाड़ करती नज़र आई थीं. इस बात से लता काफी नाराज भी हुई थीं और उन्होंने राज कपूर की अगली फ़िल्म 'मेरा नाम जोकर' (1970) में गाने से मना कर दिया था. राज कपूर ‘संगम’(1964) की सफलता से इतने कॉन्फिडेंट हो चुके थे कि उन्होंने भी लता को नहीं मनाया और ‘मेरा नाम जोकर’ के गाने आशा भोंसले से गवा लिये.
‘मेरा नाम जोकर’ राज कपूर के करियर की सबसे बड़ी असफल फिल्म रही. टिकिट खिड़की पर यह फ़िल्म पिट गयी. ज्यादातर फिल्म वालों की तरह राज कपूर भी अंधविश्वासी थे. उन्हें लगा कि लता मंगेशकर उनके लिये लकी थीं. जब तक वह उनकी फिल्मों में गाती रहीं उनकी फिल्में हिट होती रहीं. ‘मेरा नाम जोकर’ में उनका कोई गाना नहीं था इसलिए वह फ़िल्म फ्लाप हो गयी.
अपनी अगली फ़िल्म 'बॉबी' शुरू करने से पहले राज कपूर, लता मंगेशकर के पास गये और उन्हें इस फिल्म में गाने के लिये तैयार कर लिया. 'बॉबी' में लता जी ने गीत गाये और वह सुपरहिट रही. अब राज कपूर का विश्वास और गहरा हो गया कि लता मंगेशकर उनके लिये लकी हैं. उसके बाद अंत तक राज कपूर की हर फिल्म में लता उनके साथ रहीं.
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'मैं क्या करूं राम, मुझे बुड्ढा मिल गया' गाकर रो पड़ी थीं Lata Mangeshkar