डीएनए हिंदी: Mohammad Rafi Death Anniversary: मोहम्मद रफी बॉलीवुड इंडस्ट्री का वो नाम हैं, जिनके गानों को कभी नहीं भुलाया जा सकता है. 24 दिसंबर 1924 में जन्मे मोहम्मद रफी ने बतौर सिंगर कई हिट गानों को अपनी आवाज की जादू से अमर बना दिया. उन्होंने म्यूजिक इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और अपनी आवाज, रेंज और बहुमुखी प्रतिभा से लोगों के दिलों में राज किया है. उन्होंने हिंदी भाषा के अलावा उड़िया, भोजपुरी, गुजराती, बंगाली, सिंधी, पंजाबी, कोंकणी, मगही, मैथिली सहित कई भाषाओं में 7405 से अधिक गाने गाए.
आज के दिनों दुनिया को अलविदा कह गए सिंगर की पुण्यतिथि पर उनके उन मशहूर नगमों से रू-ब-रू होते हैं, इन गानों को फैंस ने काफी सराहा है.
जिसके लिए गाया उसी की आवाज बन गए रफी
कहते हैं मोहम्मद रफी किसी भी एक सिंगर की आवाज बन कर नहीं रही रहे. उन्होंने जिस भी एक्टर के लिए गाया वह उसी की आवाज बन गए. मिसाल के तौर पर संजीदा किरदारों से इतर मोहम्मद रफी ने कई कॉमिक किरदारों के लिए भी गाने गाए, इनमें जॉनी वॉकर और महमूद जैसी शख्सियतें भी शामिल हैं. मोहम्मद रफी ने फिल्म 'सीआईडी' में जॉनी वॉकर के लिए 'ऐ दिल है मुश्किल' गाया था. जो काफी मशहूर हुआ.
ऐ दिल है मुश्किल
शम्मी कपूर बॉलीवुड के उस दौर के सबसे चुलबुले एक्टर्स में से एक थे. अपनी मखमली आवाज के बावजूद शम्मी कपूर की शख्सियत को देखते हुए रफी साहब ने कई ऐसे गानों को अंजाम दिया, जो जोश से भरे थे. फिल्म 'जंगली' में शम्मी कपूर पर फिल्माया गाना 'चाहे कोई मुझे जंगली कहे' काफी एनर्जेटिक और जोशीला गाना है.
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कभी पैसे के लिए नहीं किया काम
मोहम्मद रफी का एक किस्सा काफी मशहूर है, एक दफा उन्हें नए-नए आए म्यूजिक कंपोजर जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के लिए गाना गाना था. कम बजट के चलते लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल की जोड़ी मोहम्मद रफी को 501 रुपये ही फीस देने का ऑफर किया. जिसके जवाब में मोहम्मद रफी ने खुद अपनी जेब से 500-500 रुपये दोनों म्यूजिशियन देकर उनका मनोबल बढ़ाया और फ्री में गाने गाए.
अपने गानों के रिकॉर्ड पर रॉयल्टी लेना सिंगर की कमाई का जरिया होता है. लता मंगेशकर के साथ कई हिट गाने दे चुके मोहम्मद रफी ने रॉयल्टी के लिए कभी अपने दिल में पैसे का लालच नहीं रखा. उन्होंने सिर्फ गाने गाए और उसकी फीस से ही संतुष्ट हो जाया करते थे.
म्यूजिक डायरेक्टर की पहली पसंद थे मोहम्मद रफी
मोहम्मद रफी कई म्यूजिक डायरेक्टर की पहली पसंद हुआ करते थे. साल 1965 में आई फिल्म 'गाइड' में मोहम्मद रफी ने अन्य सिंगर के लिहाज से ज्यादा गानों को गाया. फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर सचिन देव बर्मन चाहते थे कि इस फिल्म के सभी गानों को मोहम्मद रफी ही गाएं. फिल्म की कहानी की परिस्थिति के लिहाज से मन्ना डे और किशोर कुमार ने फिल्म में चंद गाने गाए, मगर फिल्म के ज्यादातर गानों को मोहम्मद रफी ने अपनी आवाज दी.
एक नजर मोहम्मद रफी के मशूहर गानों पर...
क्या हुआ तेरा वादा
यह शायद मोहम्मद रफी का सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला गाना है, उन्होंने इस गाने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता था.
ये दुनिया ये महफिल
मोहम्मद रफी के सैड सॉन्ग में से एक इस गाने को लोगों ने काफी सराहा. यह कैफ़ी आज़मी की तरफ लिखा गया था. राजकुमार पर फिल्माए इस गाने के बाद उन्हें वॉयस ऑफ़ राजकुमार बोला जाने लगा.
तेरी बिंदिया रे
मोहम्मद रफी और लता मंगेशकर की आवाज ने ही इस रोमांटिक गाने को शानदार बना दिया था.
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गुलाबी आंखें जो तेरी देखी
मोहम्मद रफी की आवाज में गाया यह सदाबहार ट्रैक आज भी उनके फैंस की प्लेलिस्ट में राज करता है.
ये चांद सा रोशन चेहरा
फिल्म 'कश्मीर की कली' के इस बेहद खूबसूरत रोमांटिक गाने में शम्मी कपूर के डांस को कौन भूल सकता है.
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शम्मी कपूर से लेकर जॉनी वॉकर तक, जिसके लिए गाया उसी की आवाज बन गए मोहम्मद रफी