प्रेमानंद जी महाराज अपने आध्यात्मिक प्रवचनों के लिए जाने जाते हैं. उनकी बातें सुनने और उनसे अपनी समस्याओं का समाधान पाने के लिए बड़ी संख्या में लोग उनके पास पहुंचते हैं. प्रेमानंद जी की तरह ही उनकी सेवा में शामिल उनके शिष्य भी बेहद खास हैं.
Slide Photos
Image
Caption
प्रेमानंद जी महाराज के शिष्यों में डॉक्टर से लेकर इंजीनियर और बिजनेसमैन तक शामिल हैं. हालांकि मोटी सैलरी वाली नौकरी को ठुकराकर उन्होंने आध्यात्म का रास्ता चुना और आज वे प्रेमानंद जी महाराज के सानिध्य मेंराधारानी की भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं.
Image
Caption
पठानकोट से ताल्लुक रखने वाले नवल नागरी बाबा आध्यात्म के रास्ते पर चलने से पहले भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दे रहे थे. कारगिल पोस्टिंग के दौरान जब वृंदावन आकर उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज का सत्संग सुना तो उन्हें शांति मिली और सबकुछ छोड़कर वह साधु बन गए.
Image
Caption
श्याम सुखदानी बाबा हरियाणा के सोनीपत से ताल्लुक रखते हैं. उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद गुरुग्राम और बैंगलोर की कई बड़ी कंपनियों में नौकरी की. लेकिन प्रेमानंद जी महाराज के सानिध्य में आकर उन्होंने कार्पोरेट दुनिया को अलविदा कह दिया और साधु का जीवन चुन लिया.
Image
Caption
आनंद प्रसाद बाबा दिल्ली से ताल्लुक रखते हैं और उनका फुटवियर का बिजनेस था. साल 2018 में जब उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज का प्रवचन सुना तो व्यापार छोड़कर भक्ति में मन रमा लिया.
Image
Caption
महामाधुरी बाबा उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं. अपनी पढ़ाई खत्म होने के बाद वह कॉलेज में प्रोफेसर के तौर पर पढ़ाने लगे. जब उन्होंने प्रेमानंद जी महाराज का सत्संग सुना तो उन्हें अपने जीवन का असली उद्देश्य समझ आया और उन्होंने गुरुसेवा में ही खुद का जीवन समर्पित कर दिया.
Image
Caption
अलबेलीशरण बाबा दिल्ली के प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं जिनके परिवार के अधिकतर सदस्य सीए हैं. उन्होंने भी चार्टेड अकाउंटेंसी की पढ़ाई की और सफल सीए बन गए लेकिन प्रेमानंद महाराज के सत्संग से उनका ऐसा जीवन बदला कि उन्होंने करियर और रुपये-पैसे का मोह छोड़ वृंदावन को अपनाया और राधा रानी की भक्ति करने लगे.
Short Title
CA, इंजीनियर....आम साधु-संन्यासी नहीं हैं प्रेमानंद जी महाराज के ये शिष्य