डीएनए हिंदी: भारत को आजादी मिली 15 अगस्त 1947 को, इसी वजह से उस दिन देश का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है. देश का संविधान लागू हुआ था 26 जनवरी 1950 को, इसी वजह से उस दिन देश का गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. कभी आपने सोचा कि आखिर यह तारीख तय कैसे हुई? 26 जनवरी ही क्यों? देश का संविधान 26 जनवरी 1949 को ही तैयार हो गया था. इसके बावजूद, अगले दो महीनों तक इंतजार किया गया. फिर 26 जनवरी 1950 को संविधान स्वीकार किया गया और उसी दिन से भारत एक गणतंत्र देश हो गया. आइए समझते हैं कि 26 जनवरी की तारीख चुनने के पीछे का कारण क्या था?
भारत को 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश शासन से आजादी तो मिली लेकिन 26 जनवरी 1950 तक हमारे पास अपना संविधान नहीं था. वैसे आजादी भले ही 15 अगस्त 1947 को मिली लेकिन इसकी भूमिका काफी पहले से बनने लगी थी. भारत के नेताओं ने तय किया था कि नया भारत अपने नए संविधान के हिसाब से चलेगा. संविधान तैयार करने के लिए 9 दिसंबर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक हुई. इसी संविधान सभा को देश का संविधान लिखने की जिम्मेदारी दी गई.
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26 नवंबर 1949 को संविधान सभा की आखिरी बैठक हुई. यानी कुल दो साल 11 महीने और 18 दिन में भारत का संविधान तैयार हो गया. आपको बता दें कि हमारा संविधान दुनिया का सबसे लंबा लिखित संविधान है. अब आप ध्यान दें कि 26 नवंबर को 1949 को ही संविधान बनाने का काम पूरा हो गया था, लेकिन दो महीने तक इसे लागू नहीं किया गया आखिर ऐसा क्यों?
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26 जनवरी की तारीख ही क्यों तय हुई?
भारत में साल 1930 से पहले ही कांग्रेस की गतिविधियां तेज हो गई थीं. 1929 में कांग्रेस के लाहौर अधिवेशन में पंडित जवाहर लाल नेहरू को कांग्रेस का नया अध्यक्ष चुना गया. इसी दिन पूर्ण स्वराज यानी आजादी की मांग की गई. तमाम क्रांतिकारियों ने फैसला लिया कि जनवरी के आखिरी रविवार को देश का स्वतंत्रता दिवस मनाया जाएगा. यह तारीख थी 26 जनवरी 1930. इस दिन पंडित नेहरू ने लाहौर में रावी नदी के किनारे तिरंगा झंडा लहराया. हालांकि, तब तिरंगे का स्वरूप आज के तिरंगे से अलग था.
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जब भारत का संविधान तैयार हो चुका था. तब भी संविधान को लागू करने के लिए यही 26 जनवरी की तारीख चुनी गई. यही कारण है कि 26 नवंबर 1949 को संविधान तैयार हो जाने के बावजूद दो महीने का इंतजार किया और 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू किया गया. इसी दिन से भारत देश गणतंत्र मानने वाला देश बना और अब इसको कुल 73 साल पूरे हो चुके हैं.
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26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है भारत का गणतंत्र दिवस? जान लीजिए वजह