डीएनए हिंदी: सिविल सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के लिए अभ्यार्थी दिन रात मेहनत करते हैं. न जाने कितने कोचिंग सेंटरों के चक्कर लगाने के बाद भी जब सफलता हाथ नहीं लगती तो मायूस हो जाते हैं. 28 मई 2023 को यूपीएससी प्री के एग्जाम होने वाले हैं. वहीं, UPSC 2022 का इंटरव्यू देने वाले लोग रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं. ऐसे में आज आपको हम आईएएस सुरभि गौतम का संघर्ष बताएंगे. जिन्होंने तमाम मजबूरियों को पीछे धकेल कर सफलता प्राप्त की.
मध्य प्रदेश की रहने वाली सुरभि गौतम ने ना जाने कितनी परेशानियों से पार पाकर वर्ष 2016 में सिविल सर्विसेज की परीक्षा में 50वीं रैंक हासिल की थी. उनकी शुरुआती पढ़ाई गांव के सरकारी स्कूल से हुई. हिंदी माध्यम से पढ़ाई करने वाली सुरभि बचपन से ही बहुत तेज थी. स्कूल में कई बार तारीफ मिलने के बाद उनका हौसला बढ़ गया था.
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इंग्लिश कमजोर होने पर बढ़ी मुसीबत
कक्षा 12वीं में अच्छे नंबर आने के बाद उन्होंने स्टेट इंजीनियरिंग एंट्रेंस पास किया. जिसके बाद उन्होंने भोपाल के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन ले लिया. स्कूल में हमेशा टॉप करने वाली सुरभि को अंग्रेजी ना आने के कारण कॉलेज में समस्या होने लगी. वह हिंदी मीडियम की छात्रा थी और वहां पर ज्यादातर बच्चे अंग्रेजी माध्यम से पढ़ कर आए थे. कॉलेज में उन्हें कई बार हीन भावना का शिकार होना पड़ा.
सुरभि ने नहीं मानी हार
इंग्लिश कमजोर होने के कारण होने वाली परेशानी से सुरभि ने छुटकारा पाने की ठान ली. वह प्रतिदिन अंग्रेजी पर ध्यान देने लगी. सुरभि ने अंग्रेजी में सपने देखने शुरू कर दिए. इस मेहनत का नतीजा यह रहा कि सुरभि ने अपने ग्रेजुएशन के फर्स्ट सेमेस्टर में ही टॉप कर दिया. जिसके बाद उन्होंने जितनी भी परीक्षा दी. वह सब क्रैक करती चली गईं.
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ऐसे मिली आईएस बनने की प्रेरणा
हाई स्कूल का एग्जाम देने के दौरान सुरभि गौतम गंभीर बीमारी से ग्रसित थी. इसके बावजूद भी उन्होंने हाई स्कूल में गणित और विज्ञान में अच्छे नंबर प्राप्त किए थे. ऐसे में कई अखबारों में लिखा गया कि सुरभि कलेक्टर बनना चाहती हैं. हालांकि सुरभि ने ऐसा कुछ नहीं सोचा था. इस खबर के बाद उन्होंने मन में ठान लिया था कि वह आईएएस ऑफिसर बन कर रहेंगी. मेहनत के जरिए सुरभि ने अपना सपना पूरा कर लिया. ऐसे में अगर आप भी आईएस बनना चाहते हैं तो सुरभि की एक बात याद रखिए कि कोई भी भाषा दीवार नहीं होती, आप अपने जीवन में कुछ भी कर सकते हैं.
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अंग्रेजी की कमजोरी पीछे धकेल ऐसे IAS बनीं सुरभि गौतम, जानिए उनका सक्सेस मंत्र