डीएनए हिंदी: भारतीय सिविल सेवा परीक्षा (UPSC 2020) में 9वीं रैंक लाकर चर्चा में रहीं डॉक्टर अपाला मिश्र इन दिनों भारतीय विदेश सेवा (IFS) में अपनी सेवाएं दे रही हैं. वह अक्सर युवाओं को एग्जाम की तैयारियों को लेकर सजग करती रहती हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के राजधानी कॉलेज की 'दधीचि: द कंपेटिटिव सोसाइटी' की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि लगातार मेहनत आपकी तैयारियों के लिए बेहतर होती है.
अपाला मिश्र ने कहा ने 'लिखने, बोलने, शोध करने और आलोचनात्मक सोच की क्षमताओं में सुधार करने' टॉपिक पर बोलते हुए कई अहम बातों का जिक्र किया. उन्होंने यह भी बताया कि कैसे एग्जाम में उन्हें सफलता मिली.
उन्होंने कहा, 'हर प्रतियोगिता की तैयारी, पढ़ाई का तरीका अलग-अलग होता है. सभी अपने तरीके से सफलता अर्जित करते हैं. हमें अपने स्वभाव के अनुकूल बेहतर समय सारणी और दिनचर्या बनाकर तैयारी में जुटना चाहिए. असफलता से सीख लेकर अगली बारी के लिए पूरी ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ जुटना चाहिए.'
Education: दो दशक में भारतीयों ने समझी 'क ख ग' की अहमियत, 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ी साक्षरता
हर हाल में पढ़ना है ज़रूरी
डॉक्टर अपाला ने कहा कि हर विद्यार्थी को केवल सफल होने के लिए ही नहीं बल्कि जीवन के प्रति कुछ सीखने के लिए कुछ पढ़ना चाहिए.
Education News: अब नामी प्रोफेशनल्स भी करेंगे यूनिवर्सिटी में टीचिंग, UGC देने जा रही है कुछ ऐसी छूट
'वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं'
डॉक्टर राजीव रंजन गिरि ने कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी को साहिर लुधियानवी का शेर याद रखना चाहिए कि
'हज़ार बर्क़ गिरे, लाख आंधियां उठें,
वो फूल खिल के रहेंगे जो खिलने वाले हैं.'
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
UPSC की तैयारी करते वक्त किन बातों का ख्याल रखें प्रतियोगी, इस IAS टॉपर ने दिया जवाब