डीएनए हिंदी : हर साल 22 मार्च को बिहार दिवस(Bihar Diwas) मनाया जाता है. यह दिन बिहार राज्य के बनने की स्मृतियों से जुड़ा हुआ है. 1912 में इसी दिन बिहार को बंगाल से हटकर स्वतंत्र राज्य का दर्जा मिला था. बिहार के गठन के 111 साल पूरे हो चुके हैं. आज बिहार देश के सबसे चर्चित राज्यों में से एक है. राजनीति, प्रशासन और कई अन्य मामलों में बिहार काफी अव्वल माना जाता है.
अंग्रेज सरकार ने दिया था बिहार को स्वतंत्र राज्य का दर्जा
1912 में देश आज़ाद नहीं हुआ था. अंग्रेज सरकार ने शासन में सहूलियत के लिए बंगाल से अलग हटाकर बिहार राज्य(Bihar State) का निर्माण किया था. 22 मार्च 1912 को ब्रिटिश इंडिया के तत्कालीन गवर्नर लार्ड हार्डिंग्स ने इंग्लैंड के सम्राट जार्ज पंचम के आदेश के अनुसार बंगाल राज्य को विभाजित कर बिहार और असम राज्यों के गठन की अधिसूचना ज़ारी की थी.
अंग्रेजों द्वारा बनाए गए इस नए राज्य में तब पांच प्रमंडल थे. ये पांच प्रमंडल भागलपुर, पटना, तिरहुत, छोटानागपुर और उड़ीसा थे. 1936 में उड़ीसा(Odisha) को अलग राज्य का दर्जा दिया गया. इस बिहार में पुरुलिया और इस्लामपुर ज़िला भी शामिल था जिसे 1956 में बिहार राज्य पुनर्गठन की सिफारिश पर वापस पश्चिम बंगाल का हिस्सा बना दिया गया. आख़िरी बार बिहार विभाजन 2000 में हुआ था जब बिहार के दक्षिणी 18 ज़िलों को मिलाकर झारखंड राज्य बनाया गया था.
कैसे मनाया जाता है बिहार दिवस ?
हर साल राज्य सरकार 22 मार्च(Bihar Diwas) को बड़े धूमधाम से मनाती है. इस दिन राज्य भर में छुट्टी की घोषणा होती है. इस साल 22 मार्च को बिहार राज्य 110 साल का हो गया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
बिहार दिवस 2023: आज ही के दिन 111 साल पहले बना था यह राज्य, जानें पूरी कहानी