डीएनए हिंदीः उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के नतीजे 10 मार्च को आएंगे. इससे पहले आज शाम 7 बजे से कई एजेंसियां चुनाव का EXIT POLL जारी करेंगी. एग्जिट पोल में अनुमान लगाया जाएगा कि उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), पंजाब (Punjab), उत्तराखंड (Uttarakhand), मणिपुर (Manipur) और गोवा (Goa) में किसकी सरकार बनेगी? सवाल है कि ये एग्जिट पोल कितने सही होते हैं और इन्हें कैसे किया जाता है. इसे विस्तार से समझते हैं.
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कैसे तैयार किए जाते हैं EXIT POLL?
एग्जिट पोल (EXIT POLL) में पोलिंग बूथ से निकल रहे वोटर्स से पूछा जाता है कि उन्होंने वोट किसको दिया है और उनकी राय के आधार पर EXIT POLL तैयार किए जाते हैं. वोटिंग को लेकर सवाल वोटर से पोलिंग बूथ से निकलते वक्त पूछा जाता है इसीलिए इसे EXIT POLL कहते हैं. माना जाता है कि वोट डालने के बाद पोलिंग बूथ से निकलते वक्त वोटर सच बोलता है और इसी वजह से EXIT POLL के सटीक होने की संभावना ज्यादा होती है. पोलिंग बूथ से निकले वोटर्स से पूछे गए सवालों के आधार पर EXIT POLL तैयार किए जाते हैं.
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कौन करता है एग्जिट पोल?
एग्जिट पोल प्राइवेट सर्वे कंपनी और मीडिया संस्थान कराते हैं. सरकारी एजेंसियां ऐसी किसी भी तरह की गतिविधि में भाग नहीं लेती हैं. एग्जिट पोल का नतीजों से कोई संबंध नहीं होता है. चुनाव आयोग आधिकारिक रूप से नतीजों की घोषणा करता है. ऐसे में जो आंकड़े चुनाव आयोग जारी करता है वहीं अंतिम और आधिकारिक माने जाते हैं.
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कैसे होते हैं Exit Poll? चुनाव के नतीजों से पहले कैसे पता चल जाता है रुझान