डीएनए स्पेशल: रूसी राष्ट्रपति ने पैगंबर पर ऐसा बयान दिया है कि हर ओर उनकी तारीफ हो रही है. उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब यह नहीं है कि पैगंबर का अपमान किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि रूस के लोग दूसरे धर्म का सबसे ज्यादा आदर करते हैं. Putin के इस बयान का स्वागत पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी किया है. पाकिस्तानी मीडिया ने भी पुतिन की खूब तारीफ की है.
'पैगंबर का अपमान करना ठीक नहीं'
रूस की समाचार एजेंसी Tass के अनुसार, वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बयान पुतिन ने दिया. पुतिन ने कहा कि पैगंबर का अपमान करना धार्मिक आजादी का उल्लंघन करना है. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कहि पैगंबर का अपमान करना इस्लाम को मानने वाले की भावनाओं को आहत करना है. इस मौके पर उन्होंने अपने देश के लोगों की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि रूस के लोग किसी भी दूसरे देश के लोगों से ज्यादा सहिष्णु हैं.
पढ़ें: Vladimir Putin ने कभी सड़कों पर टैक्सी चलाई, KGB जासूस से राष्ट्रपति तक का सफर
पाक PM इमरान खान ने की तारीफ
पुतिन के इस बयान की तारीफ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने किया. उन्होंने कहा कि इस्लामोफोबिया के खिलाफ इस तरह से ही संदेश देने की जरूरत है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने भी पुतिन के बयान का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि रूसी राष्ट्रपति का बयान स्वागत योग्य है. इमरान खान ने ट्वीट कर रूसी राष्ट्रपति की तारीफ की है.
I welcome President Putin's statement which reaffirms my message that insulting our Holy Prophet PBUH is not " freedom of expression". We Muslims, esp Muslim leaders, must spread this message to leaders of the non-Muslim world to counter Islamophobia. https://t.co/JUKKvRYBSx
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 24, 2021
'कलात्मक आजादी की सीमा है'
वार्षिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने खास तौर पर कलात्मक आजादी पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि कलात्मक आजादी की एक सीमा होती है. ऐसी आजादी का इस्तेमाल दूसरे वर्ग के लोगों की भावनाओं को चोट पहुंचाने के लिए नहीं किया जा सकता है. साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि कलात्मक आजादी की दिशा में हमें आगे बढ़ने की कोशिश करते रहना चाहिए.
- Log in to post comments