डीएनए स्पेशल: UAE और दूसरे खाड़ी देशों में लाखों की संख्या में भारतीय कामगार काम कर रहे हैं. खाड़ी देशों में भारतीय कामगारों के लिए केंद्र सरकार ने खास ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया है. इस ट्रेनिंग के जरिए हर साल 10,000 कामगारों को भारत में और 1 लाख कामगारों को पूरे खाड़ी देशों में काम करने के लिए तैयार किया जा सकेगा.
सरकार ने शुरू किया नया ट्रेनिंग प्रोग्राम
सरकार ने कौशल बढ़ाने के उद्देश्य से यह ट्रेनिंग प्रोग्राम लॉन्च किया है. ट्रेनिंग इन अमीरात जॉ़ब्स एंड स्किल (Tejas) के तहत सरकार ने कामगारों के कौशल प्रशिक्षण की शुरुआत की है. इसके तहत सरकार ने UAE के प्रमुख जॉब देने वाली कंपनियों के साथ समझौता किया है. इस प्रोग्राम के तहत, 'हर साल 10,000 वर्कर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वह यूएई में काम कर सकें. साथ ही, गल्फ कॉर्पोरेशन काउंसिल (GCC) में 1,00,000 लोगों को काम करने के लिए ट्रेनिंग देने का लक्ष्य है. इन एक लाख लोगों को अगले 5 साल के लिए तैयार किया जाएगा.'
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खाड़ी देशों के लिए भारतीयों को कुशल कामगार बनाना लक्ष्य
सरकार की कोशिश है कि खाड़ी देशों में काम करन वाले भारतीयों को बदलती परिस्थितियों के हिसाब से तैयार किया जाए. इसके लिए जरूरी स्किल की ट्रेनिंग दी जा रही है. कोरोना महामारी में रोजगार संकट पूरे विश्व ने देखा है. इन हालात में आने वाले समय की चुनौतियों को देखते हुए सरकार की कोशिश कुशल कामगारों की टीम तैयार करना है.
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लाखों भारतीय खाड़ी देशों में कर रहे काम
भारत के लाखों नागरिक खाड़ी देशों और यूएई में काम कर रहे हैं. खाड़ी देश भारतीय कामगारों के लिए प्रमुख जगह है. इन्हीं परिस्थितियों को समझते हुए सरकार ने इस ट्रेनिंग प्रोग्राम की शुरुआत की है. बता दें कि अकेले यूएई में ही लाखों भारतीय रोजी-रोटी कमा रहे हैं.
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