डीएनए हिंदी: भारतीय महिला क्रिकेट का इतिहास जब भी लिखा जाएगा, तो उसमें मिताली राज (Mithali Raj) की वही जगह होगी, जो पुरुष क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) को मिलती है. भले ही मिताली अब टीम वुमन ब्लू (Team Women Blue) से रिटायरमेंट ले चुकी हैं, लेकिन उनके बनाए रिकॉर्ड लंबे समय तक जूनियर क्रिकेटर्स के लिए चुनौती बने रहेंगे.
क्या आप जानते हैं कि मिताली का एक रिकॉर्ड ऐसा भी है, जो महिला क्रिकेटर्स के लिए ही नहीं बल्कि भारत के लिए खेलने वाले हर पुरुष क्रिकेटर के लिए भी बड़ी चुनौती है. इस रिकॉर्ड को आज यानी 17 अगस्त को 20 साल पूरे हो गए हैं, लेकिन आज तक एक बार भी कोई पुरुष भारतीय क्रिकेटर इसे तोड़ने के करीब तक नहीं पहुंच पाया है. आइए हम बताते हैं आपको उस रिकॉर्ड के बारे में.
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साल 2002 में बनाया था रिकॉर्ड, महज 19 साल की थी मिताली
दरअसल साल 2002 में भारतीय महिला क्रिकेट टीम (Indian women cricket team) इंग्लैंड दौरे पर थी. इस दौरान टांटन (Taunton) क्रिकेट ग्राउंड पर इंग्लैंड (England) के खिलाफ वुमन टीम इंडिया (women Team India) ने टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच खेला. यह मैच 14 से 17 अगस्त तक खेला गया.
इस टेस्ट मैच के समय मिताली राज महज 19 साल की थीं और यह उनका महज तीसरा टेस्ट मैच था. मैच के आखिरी दिन रिजल्ट ड्रॉ रहा, लेकिन इससे पहले मिताली ने भारत के लिए ऐसी पारी खेली, जो वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर गई.
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मिताली ने खेली 214 रन की पारी, उस समय का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर
भारतीय कप्तान अंजुम चोपड़ा (Anjum Chopra) ने टॉस जीतकर इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी दी. इंग्लैंड ने 329 रन बनाए. भारत के लिए नीतू डेविड (Neetu David) ने 71 रन पर 4 विकेट और झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami) ने 51 रन देकर 3 विकेट चटकाए.
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जवाब में टीम इंडिया ने 467 रन का स्कोर बनाया, जिसमें 19 चौकों की मदद से 214 रन अकेले मिताली राज के बल्ले से निकले. मिताली की यह पारी केवल भारत ही नहीं बल्कि महिला टेस्ट क्रिकेट में उस समय सबसे बड़ी पारी थी. मिताली ने ऑस्ट्रेलिया (Austrlaia) की करेन रॉल्टन (Karen Rolton) का रिकॉर्ड तोड़ा था, जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ही जुलाई 2001 में लीड्स (Leeds) में 209 रन की नॉटआउट पारी खेली थी. मिताली ने दिखा दिया था कि वह आने वाले सालों में क्या करने वाली हैं.
भारत के लिए मिताली से पहले सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड संध्या अग्रवाल (Sandhya Aggarwal) के नाम पर था, जिन्होंने जुलाई, 1986 में इंग्लैंड के ही खिलाफ वूरस्टरशायर के मैदान पर 190 रन की पारी खेली थी.
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दो साल बाद टूट गया मिताली का रिकॉर्ड
मिताली का सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड हालांकि महज 2 साल तक ही उनके नाम पर रहा. पाकिस्तान (Pakistan) की किरण बलोच (Kiran Baluch) ने मार्च, 2004 में कराची (Karachi) स्टेडियम में वेस्टइंडीज की महिला टीम के खिलाफ 242 रन की पारी खेली और मिताली का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. किरण का यह रिकॉर्ड आज तक नहीं टूट सका है, लेकिन मिताली का स्कोर भी दूसरी सबसे बड़ी पारी के तौर पर कायम है.
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इतना ही नहीं मिताली की यह पारी महिला टेस्ट क्रिकेट में पहले नंबर पर यानी ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर किसी भी प्लेयर का सबसे बड़ा स्कोर भी है. साथ ही महज 19 साल 254 दिन की उम्र में दोहरा शतक बनाने वाली वे दुनिया की सबसे युवा महिला क्रिकेटर भी बनी थीं. यह रिकॉर्ड भी आज तक कायम है.
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भारतीय पुरुष क्रिकेटर नहीं खेल पाए कभी विश्व की सबसे बड़ी पारी
मिताली राज ने दो साल के लिए ही सही, लेकिन विश्व में सबसे बड़े स्कोर का रिकॉर्ड अपने नाम पर दर्ज कराया, लेकिन भारतीय पुरुष क्रिकेटर साल 1932 से 2022 तक कभी यह कारनामा नहीं कर पाए हैं. विश्व में सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर 400 नॉटआउट रन का है, जो वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा (Brian Lara) ने साल 2004 में बनाया था.
टीम इंडिया (Team India) के लिए 319 रन का सबसे बड़ा टेस्ट स्कोर मुल्तान के सुल्तान (Multan ke Sultan) कहे जाने वाले वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) के नाम पर है, जो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ साल 2008 में चेन्नई में बनाया था.
टेस्ट ज्यादा नहीं हुए, लेकिन वनडे में छा गईं मिताली
महिला क्रिकेट में बेहद कम टेस्ट मैच खेले जाते हैं. यही कारण है कि 22 साल 274 दिन के इंटरनेशनल करियर में मिताली ने महज 12 टेस्ट मैच ही खेले, लेकिन वनडे क्रिकेट में वे 'महारानी' साबित हुईं. उन्होंने जहां अपने पहले ही वनडे मैच में 114 रन की नॉटआउट पारी खेलकर जोरदार डेब्यू किया था, वहीं करियर के आखिर में 232 वनडे मैच में 7805 रन बनाकर वे महारानी की तरह ही रिटायर हुईं.
यह वनडे क्रिकेट में किसी एक क्रिकेटर के सबसे ज्यादा करियर रन हैं. इतना ही नहीं उनके नाम पर सबसे बेस्ट वनडे औसत 50.68 का रिकॉर्ड भी दर्ज है. मिताली ने वनडे में 7 शतक बनाए, जबकि 64 बार फिफ्टी ठोकी.
16 साल 205 दिन की उम्र में महिला क्रिकेट की सबसे युवा वनडे शतकधारी होने का रिकॉर्ड भी मिताली के ही नाम पर है. साथ ही वे 5 बार 90 से 100 के बीच आउट हुईं और ये भी एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
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मिताली राज के इस रिकॉर्ड को हो गए 20 साल, कभी कोई पुरुष भारतीय क्रिकेटर नहीं कर पाया ऐसा