डीएनए हिंदी: अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के पहाड़ी हिस्सों में शिकार सांस्कृतिक और ऐतिहासिक परंपराओं में शामिल रहा है. अरुणाचल प्रदेश में पक्षियों के शिकार को रोकने और वन्य जीव सुरक्षा मिशन को और मजबूत करने के लिए लोगों ने अनोखी पहल शुरू की है. स्थानीय लोग बड़ी संख्या में अब धीरे-धीरे एयरगन सरेंडर कर रहे हैं. पीएम मोदी (PM Narendra Modi) ने इस मिशन की तारीफ की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने अरुणाचल प्रदेश के एयरगन सरेंडर अभियान (Air Gun Surrender Abhiyan) की तारीफ की है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'अरुणाचल प्रदेश के लोगों ने साल भर से एक अनूठा अभियान चला रखा है. अभियान का नाम है अरुणाचल प्रदेश एयरगन सरेंडर अभियान. इस अभियान में लोग स्वेच्छा अपनी एयरगन सरेंडर कर रहे हैं. जानते हैं क्यों? सिर्फ इसलिए कि अरुणाचल प्रदेश में पक्षियों का अंधाधुंध शिकार रुक सके.'
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश पक्षियों की 500 से भी अधिक प्रजातियों का घर है. इनमें से कुछ देसी प्रजातियां भी शामिल हैं जो दुनिया में कहीं और नहीं पाई जाती है. धीरे-धीरे अब जंगलों में पक्षियों की संख्या में कमी लगी है. इसे सुधारने के लिए ही अब ये एयरगन सरेंडर अभियान चल रहा है.
क्यों पीएम मोदी ने की तारीफ?
पीएम मोदी ने कहा, 'पिछले कुछ महीनों में पहाड़ से मैदानी इलाकों तक एक कम्युनिटी से लेकर दूसरी कम्युनिटी तक राज्य में हर तरफ लोगों ने इसे खुले दिल से अपनाया है. अरुणाचल के लोग अपनी मर्जी से अब तक 1600 से ज्यादा एयरगन सरेंडर कर चुके हैं. मैं अरुणाचल के लोगों की इसके लिए प्रशंसा करता हूं. अभिनंदन करता हूं.'
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप अच्छी तरह जानते हैं कि जंगलों में अलग-अलग पेड़-पौधों के पोलीनेशन (परागण) और सर्वाइवल (Survival) में पक्षी कितने मददगार होते हैं. यह हमारी फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले इंसेक्ट (Insect) और पेट्स (Pests) को नियंत्रित करने का काम भी करते हैं. अरुणाचल प्रदेश प्रकृति के आगेश में बसा राज्य है और हम जानते हैं कि प्रकृति के साथ शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, भारतीय जीवन दर्शन को भी पहचान रहा है. इसलिए अरुणाचल प्रदेश के लोगों का यह प्रयास खास है.
एयरगन सरेंडर अभियान को केंद्र सरकार भी बढ़ावा दे रही है. लोग दूसरी जगहों पर अपने हथियार सरेंडर कर रहे हैं जिससे पक्षियों और वन्य जीवन को नुकसान न पहुंचे और पहाड़ों पर हरियाली बनी रहे.
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