डीएनए हिंदी: जो लोग बोल नहीं सकते या सुन नहीं सकते उनके लिए जीवन कितना चुनौतीपूर्ण होता है, यह सोचना भी हमारे लिए मुश्किल हो सकता है. दिल्ली में रहने वाली इंजीनियरिंग स्टूडेंट प्रियांजलि गुप्ता ने जब इस चुनौती के बारे में सोचा तो उन्होंने सिर्फ सोचा नहीं कुछ करने का फैसला किया. नतीजे में सामने आया ऐसी AI मॉडल जो आपके इशारों को समझ सकती है. कैसे शुरू हुई ये कहानी और क्या है इस मॉडल का भविष्य हमने इस बारे में प्रियांजलि से  की खास बातचीत-

मम्मी ने कहा- इंजीनियर हो, कुछ इनोवेशन करो
प्रियांजलि फिलहाल तमिलनाडु के वेलोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग कर रही हैं. उनकी मम्मी दिल्ली यूनिवर्सिटी में लेक्चरर हैं और पिता स्पाइस जेट में कार्यरत हैं. जब प्रियांजलि दिल्ली अपने घर आई हुई थीं, तब एक दिन यूं ही उनकी मां ने उनसे कह दिया, 'आजकल लोग इतने स्टार्टअप कर रहे हैं, इनोवेशन कर रहे हैं, तुम भी इंजीनियरिंग स्टूडेंट हो तुम भी कुछ करो.

' 20 साल की प्रियांजलि बताती हैं, 'मां ने ये बात यूं ही कही थी. उस वक्त मैंने भी ज्यादा ध्यान नहीं दिया. मगर उसके बाद घर पर ऐसे ही एलेक्सा पर मेरा ध्यान गया तो मैंने सोचा कि यह डिवाइस बोलने पर कमांड लेती है, लेकिन जो लोग बोल ही नहीं सकते या सुन नहीं सकते, उनके लिए तो इसका कोई फायदा नहीं है. बस यहीं से मेरे दिमाग में AI मॉडल बनाने का आइडिया आया और मैंने इस पर काम शुरू कर दिया. '

Gurugram: 13 साल की अनुष्का का ऐप बनेगा 'कवच', इनोवेशन के लिए रिएलिटी शो से मिली 50 लाख की फंडिंग

कैसे की तैयारी
फरवरी 2021 में प्रियांजलि इस आइडिया पर काम करना शुरू किया. इसके लिए उन्होंने कंप्यूटर विजन के बारे में पढ़ा और दिसंबर 2021 में इस मॉडल को बनाया, लेकिन सफलता नहीं मिली. इसके बाद जनवरी में दोबारा कोशिश की. इसके लिए उन्हें इंटरनेट से काफी मदद मिली. प्रियांजलि कहती हैं, ' मैंने इसे बनाने के लिए सारी रिसर्च और मेहनत खुद ही की. किसी का गाइडेंस नहीं मिला, लेकिन इंटरनेट से काफी मदद मिली. तीन रातें लगातार मैं जागती रही इस मॉडल को फाइनल स्टेज पर लाने के लिए. उसके बाद कहीं जाकर ये तैयार हुआ. 

जानें क्या होती है Lavender Marriage, दूसरे विश्व युद्ध से भी पुराना है इतिहास

छह साइन समझ सकती है यह AI मॉडल
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्लेटफॉर्म  Github पर अपनी एक पोस्ट में प्रियांजलि ने लिखा है, 'इस AI मॉडल से जुड़ा डाटासेट मैन्युअली बनाया गया है. इसे Tensorflow Object detection API की मदद से बनाया गया है. इसमें वेबकैम के जरिए AI मॉडल साइन लैंग्वेज (ASL) की इमेज कलेक्ट करके उन पर प्रतिक्रिया लेता है. फिलहाल प्रियांजलि का यह मॉडल छह साइन समझ सकता है- Hello, I Love You, Thank You, Please, Yes, No.

चाहिए गाइडेंस और प्लेटफॉर्म
जानकार बताते हैं कि साइन लैंग्वेज समझने वाला डीप लर्निंग मॉडल बनाना अपने आप में एक जटिल काम है. अपने प्री-फाइनल ईयर में ही प्रियांजलि ऐसा काम कर दिया है जो आने वाले समय में एक नई उम्मीद दे सकता है. प्रियांजलि कहती हैं, अभी यह प्रोजेक्ट बहुत शुरुआती दौर में है.

इसे आगे बढ़ाने के लिए और बेहतर बनाने के लिए मुझे किसी बेहतर प्लेटफॉर्म और गाइडेंस की जरूरत है. अगर ऐसा सपोर्ट मिल जाता है तो मैं जी-जान से इस प्रोजेक्ट पर काम करके एक ऐसा मॉडल बना सकती हूं जो बोलने और सुनने में अक्षम लोगों के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. 

History of Chocolate: जंग में हारे हुए देश से निकलकर कैसे दुनिया के कोने-कोने तक पहुंची?

Url Title
ai-model-that-translates-sign-language-to-english
Short Title
Delhi : 20 साल की इंजीनियरिंग छात्रा ने बनाया AI Model, यह समझता है इशारे
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
priyanjali gupta
Caption

priyanjali gupta

Date updated
Date published
Home Title

Delhi : 20 साल की इंजीनियरिंग छात्रा ने बनाया AI Model, यह समझता है इशारों की भाषा