दुनिया भर में हर साल 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस या वर्ल्ड फ़ॉरेस्ट डे के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन को मनाने के पीछे उद्देश्य है जंगलों का संरक्षण करना और दुनिया में बचे हुए जंगलों की देखभाल करना. भारत में पूर्वोत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक में कई जंगल हैं. भारत की 21.67 प्रतिशत भूमि पर जंगल हैं. हालांकि, पेड़ों की तेजी से हो रही कटाई ने कई गंभीर खतरों को भी जन्म दिया है. आज वर्ल्ड फ़ॉरेस्ट डे के मौके पर भारत के 5 जंगलों के बारे में जानें जहां सभी भारतीयों को एक बार जरूर जाना चाहिए.
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सुंदरवन पश्चिम बंगाल में गंगा नदी के डेल्टा पर फैला है. करीब 10,000 स्क्वॉयर किलोमीटर में यह जंगल फैला हुआ है. दुनिया भर में रॉयल बंगाल टाइगर के लिए यह जंगल खास तौर पर मशहूर है. यहां खारे पानी के मगरमच्छ भी बड़ी संख्या पाए जाते हैं. सुंदरवन के डेल्टा में भारत की सबसे पवित्र नदियों गंगा, ब्रह्मपुत्र, पद्मा और मेघना का समुद्र में संगम होता है. भारत और बांग्लादेश दोनों देशों में सुंदरवन का जंगल है और यहां की जमीन दलदली है.
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गिर का जंगल भारत का दूसरा सबसे बड़ा जंगल है. गुजरात में स्थित गिर का जंगल एशियन शेरों के लिए प्रसिद्ध है. 1,412 स्क्वॉयर किलोमीटर में फैले गिर के जंगल में से 258 किलोमीटर स्क्वॉयर का भाग पूरी तरीके से संरक्षित है और 1,153 किलोमीटर स्क्वायर का भाग एक वन्यजीव अभयारण्य है. हर साल एशियन शेरों को देखने के लिए यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट आते हैं. गिर जंगल सोमनाथ से 43 किलोमीटर उत्तर पूर्व की तरफ और जूनागढ़ से 60 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की तरफ है.
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मेघालय का खासी जंगल सुदूर उत्तर पूर्व में होने की वजह से टूरिस्टों के लिए जाना थोड़ा मुश्किल है. हालांकि, प्रकृति प्रेमी और वन्य जीव के शौकीन लोग यहां पहुंचते हैं. मेघालय में पड़ने वाला खासी के पहाड़ों के बीच स्थित वर्षा वन है. दक्षिण में स्थित चेरापूंजी के कारण यह जंगल साल के हर दिन बारिश से भीगा रहता है। खासी के पहाड़ों के ऊपर स्थित यह जंगल लगभग 1,978 मीटर की ऊंचाई पर है.
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भारत का चौथा सबसे बड़ा जंगल नामडाफा है. इस जंगल में कुछ दुर्लभ प्रजाति के वन्यजीव हैं और वाइल्ड लाइफ रिसर्च से जुड़े लोगों की लिस्ट में यह जंगल हमेशा रहता है. अरुणाचल प्रदेश में स्थित यह जंगल 1,985 स्क्वॉयर किलोमीटर में फैला है. भारत के बहुत ही ठन्डे इलाके में स्थित इस जंगल में लाल पांडा, लाल लोमड़ी जैसे दुर्लभ जानवर पाए जाते हैं.
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जिम कॉर्बेट को विलुप्त होते बाघों के संरक्षण के लिए 1936 में बनाया गया था. उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित जिम कॉर्बेट 520 स्क्वॉयर किलोमीटर के क्षेत्र में है. इस जंगल को बंगाल टाइगर के लिए जाना जाता है. जिम कार्बेट नेशनल पार्क को भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय पार्क कहा जाता है. यह भारत का पांचवा सबसे बड़ा जंगल है और टूरिस्ट के बीच काफी लोकप्रिय भी है.