डीएनए हिंदी: बचपन की लोरियों में चांद मामा होता है तो जवानी की शायरी में महबूब. चांद पूरा हो तो पूर्णिमा मनाई जाती है, ना दिखे तो अमवस्या हो जाती है. ना जाने कितनी ही बाते हैं चांद से जुड़ी जो हैरान करती हैं. सोचिए जब कोसों दूर दिखने वाले इसी चांद पर पहली बार कोई इंसान पहुंचा होगा तो क्या हुआ होगा! कैसा रहा होगा वो पल! उस खास पल को हमेशा के लिए यादगार बनाने की ही कोशिश थी कि 20 जुलाई का दिन नेशनल मून डे के तौर पर घोषित किया गया. जानते हैं मून डे से जुड़ी ये दिलचस्प कहानी और चांद से जुड़ी बेहद रोचक बातें-
क्यों मनाया जाता है National Moon Day
संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में हर साल 20 जुलाई को National Moon Day मनाया जाता है. इसके पीछे वजह है Mission Appollo 11 की सफलता. आज से पांच दशक पहले नील आर्मस्ट्रॉन्ग और एडविन बज़ एल्ड्रिन नाम के दो अंतरिक्षयात्रियों ने पहली बार चांद पर कदम रखा था. इसी खास पल को सेलिब्रेट करने और यादगार बनाने के उद्देश्य से सन् 1971 में अमेरिकी राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने 20 जुलाई को मून डे के तौर पर घोषित किया था. इस दिन को दुनिया भर के अंतरिक्ष प्रेमी बेहद उत्साह के साथ सेलिब्रेट करते हैं.
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अब तक हैं चांद पर वो पैरों के निशान
चांद पर पड़े इंसान के वो पहले कदम बेहद खास थे. बात सिर्फ इतनी नहीं है, ये कदम और भी खास इसलिए हो गए क्योंकि चांद की जमीन पर बने वो निशान अब तक मौजूद हैं. दावा किया जाता है कि ये निशान लाखों साल तक ऐसे ही रहेंगे क्योंकि चांद पर हवा नहीं है जिससे ये निशान मिट सकें.
कैसे बना था चंद्रमा?
बताया जाता है कि आज से 4.5 अरब साल पहले पृथ्वी से टकराने के बाद चंद्रमा का जन्म हुआ था. चंद्रमा एक उपग्रह है जो कि पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है. विज्ञान के हिसाब से चांद पर पृथ्वी की तुलना में गुरुत्वाकर्षण कम है. यही वजह है कि चांद पर इंसान का वजन कम हो जाता है.
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चांद पर हाई-स्पीड इंटरनेट
धरती पर इंटरनेट के बिना जीना मुश्किल है और कई बार उससे भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है इंटरनेट की अच्छी स्पीड मिलना. ये बात जानकर आपको हैरानी हो सकती है कि इंटरनेट स्पीड की यह समस्या चांद पर नहीं आएगी. अमेरिका की एक स्टार्टअप कंपनी का दावा है कि अगले 2 साल में चांद तक Wi-Fi पहुंच जाएगा. Aquarian Space नाम की यह कंपनी चांद पर हाई-स्पीड इंटरनेट (High Speed Internet) देने का दावा कर रही है. इससे पहले नासा भी चांद पर वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन देने की योजना का ऐलान कर चुका है.
अमेरिका ने बनाई थी चांद को बम से उड़ाने की योजना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1950 में अमेरिका ने चांद को एटम बम से उड़ाने की योजना बनाई थी. यह तब की बात है जब अमेरिका और रूस के बीच शीतयुद्ध अपने चरम पर था.
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World Moon Day: कैसे बना था चांद और क्यों अमेरिका ने रची थी चांद को बम से उड़ाने की साजिश