डीएनए हिंदीः अलकायदा (Al Qaeda) चीफ अयमान अल-जवाहिरी (ayman al zawahiri) को अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (CIA) ने ड्रोन हमले में मार गिराया है. 2001 में अमेरिका पर हुए आतंकी हमले के बाद से ही यह सीआईए ही हिट लिस्ट में शामिल था. 11 सितंबर, 2001 के हमलों में चार विमानों को हाईजैक करने में मदद की थी. अमेरिका इससे पहले 2011 में अल कायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन को पहले ही मार चुका है. बता दें कि अमेरिका में हुए 9/11 हमरे में तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. आखिर अल जवाहिरी था कौन और सीआईए को इस तक पहुंचने में 21 साल समय कैसे लग गया. अपनी इस रिपोर्ट में इसे विस्तार से समझते हैं.
अल जवाहिरी का जन्म मिस्त्र में 19 जून 1951 को हुआ था. एक संपन्न परिवार में जन्मा अल-ज़वाहिरी केवल 15 साल का था, जब वो सैन्य शासक जमाल अब्दल नासर के शासन के खिलाफ, रेज़िस्टेंस आंदोलन में शामिल हो गया और उसकी इच्छा थी कि मिस्र में एक इस्लामी सरकार स्थापित हो. अरबी और फ्रेंच बोलने में निपुण अल जवाहिरी मात्र कम उम्र में ही मुस्लिम ब्रदरहुड का सदस्य बन गया. उसका विवाह 1978 में काहिरा विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र की छात्रा अजा नोवारी (Aja Nowari) से हुआ. उसने अपनी शादी के लिए अलग नियम बनाए थे जिसमें हंसी मजाक से लेकर फोटोग्राफर और संगीतकारों को भी बैन कर दिया और महिलाओं को अपने पति यानी पुरुषों से अलग कर दिया गया.
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पेशे से सर्जन था अल जवाहिरी
अल जवाहिरी ने आतंकी संगठन इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद (EIJ) की स्थापना की. इस संगठन को बाद में ओसामा बिन लादेन के साथ मिलने के बाद अलकायदा में मिला दिया गया. 1981 में मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या के जुर्म में ये 3 साल जेल में रहकर सऊदी अरब भाग गया और मेडिकल विभाग में काम सीखा और करने लगा. अल जवाहिरी कोई अनपढ़ नही बल्कि 1974 में उसने केयरो यूनिवर्सिटी के मेडिकल स्कूल से ग्रेजुएशन किया था और उसके पिताजी भी एक कॉलेज प्रोफेसर थे. बताया जाता है कि वहीं अल जवाहिरी की मुलाकात ओसामा बिन लादेन से हुई और दोनों बाद में पाकिस्तान के पेशावर में गए और वहीं दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ी. 2001 में अल जवाहिरी ने इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद और अलकायदा का विलय करवाया लेकिन बाद में ओसामा बिन लादेन की अमेरिकी हमलों में मौत के बाद यह साल 2011 में अलकायदा प्रमुख बन गया. अल जवाहिरी ने 1993 में सोमालिया में अमेरिकी सैनिकों पर हमले, 1998 में पूर्वी अफ्रीका में अमेरिकी दूतावासों पर बम्बारी और 2000 में यमन में यूएसएस कोल पर आत्मघाती हमले को अंजाम दिया था.
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कई बार मौत की खबर आ चुकी थी सामने
अमेरिका में 9/11 आतंकी हमले में अल जवाहिरी एक प्रमुख आतंकी था. वह अफगानिस्तान की तारा बोरा पहाड़ियों में गुप्त स्थान पर रह रहा था. 2020 के नवंबर में पूर्व अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के साथ अल जवाहिरी के छुपे होने की खबर अमेरिका को लगी जब अमेरिका ने नाटो (NATO) की सेना के साथ मिलकर अफगानिस्तान के तारा बोरा पर हमला कर दिया लेकिन लादेन और जवाहिरी इस दौरान भाग निकले, लेकिन जवाहिरी की एक पत्नी और उसके दो बच्चे मारे गए. इसके बाद भी कई बार उसकी मौत की खबरें सामने आती रहीं.
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लादेन का मिला था साथ
अल जवाहिरी कई दशकों से एक के बाद बड़े आतंकी हमले का रहा था. वह 1981 में कथित रूप से नासर के उत्तराधिकारी, राष्ट्रपति अनवर अल-सादात की हत्या में शामिल रहा. इस मामले में उसे गिरफ्तार भी किया गया और तीन साल जेल में भी बिताने पड़े. जानकारी के मुताबिक बिन लादेन इसके काम से काफी खुश था जिसके बाद उसे अपने साथ मिला लिया. बिन लादेन को 9/11 हमलों के मास्टरमाइंड के तौर पर जाना जाता है. हालांकि अमेरिका की सीआईए और एफबीआई का मानना है कि पूरी साजिश के पीछे अल-ज़वाहिरी ही था. हमले की पूरी योजना और इसकी निगरानी का काम अल जवाहिरी ने ही किया था.
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