डीएनए हिंदी: कॉमनवेल्थ गेम्स की धमाकेदार शुरुआत हो चुकी है. भारत की झोली में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज तीनों तरह के मेडल भी आ चुके हैं. हमारे खिलाड़ी अपनी जी-तोड़ मेहनत के दम पर मिसाल पेश कर रहे हैं तो इसके साथ ही उनकी संघर्ष भरी कहानियां भी सामने आने लगी हैं. मगर क्या आप जानते हैं कि इन खिलाड़ियों को जीतने पर मिलने वाले गोल्ड, सिल्वर मेडल कैसे तैयार किए जाते हैं? कई लोगों के मन में ये सवाल भी होता होगा कि क्या सच में ये मेडल सोने और चांदी के होते हैं? जानते हैं इन सभी सवालों के जवाब-
किसने डिजाइन किए हैं ये मेडल
कॉमनवेल्थ गेम्स में दिए जाने वाले मेडल बर्मिंघम स्कूल ऑफ ज्वेलरी के तीन छात्रों ने डिजाइन किए हैं. इनका नाम Amber Alys, Francesca Wilcox और Catarina Rodrigues Caeiro है. इसके लिए स्कूल में एक प्रतियोगिता आयोजित की गई थी. जिसमें इन छात्रों ने हिस्सा लिया और एक टीम के तौर पर जीत हासिल की. इन छात्रों ने मेडल के अलावा बॉक्स और रिबन भी डिजाइन किया है.
कैसा है कॉमनवेल्थ मेडल्स का डिजाइन?
इन छात्र डिजाइनर्स ने मेडल्स डिजाइन करते वक्त एक एथलीट की पूरी जीवन यात्रा और लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए काम किया है. इसके अलावा इन मेडल्स में बर्मिंघम में जहां खेल आयोजित हैं वहां का नक्शा भी एंबोज किया गया है. इन्हें इस तरह तैयार किया गया है ताकि नेत्रहीन खिलाड़ी भी इनके डिजाइन को महसूस कर सकें. मेडल का रिबन भी एडजेस्टेबल है जिसे अपने कंफर्ट के अनुसार पहना जा सकता है, फिर चाहे एथलीट की हाइट कुछ भी हो. मेडल रखने के लिए विजेताओं को एक बॉक्स भी दिया जा रहा है.
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कितने मेडल किए गए हैं डिजाइन
रिपोर्ट्स के अनुसार इस कॉमनवेल्थ गेम्स में 1875 मेडल बनाए गए हैं. इसमें से 283 मेडल इवेंट में दिए जाएंगे. ऐसा पहली बार है जब महिलाओं के लिए पुरुषों के मुकाबले ज्यादा मेडल इवेंट होने हैं.
क्या सच में सोने, चांदी के बने होते हैं ये मेडल?
यह जानना जरूरी है कि विजता खिलाड़ियों को मिलने वाले गोल्ड मेडल पूरी तरह सॉलिड गोल्ड के नहीं बने होते हैं. इन पर गोल्ड की सिर्फ परत चढ़ाई जाती है. हालांकि सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल पूरी तरह चांदी और तांबे से बनाए गए होते हैं. आखिरी बार सिर्फ सन् 1912 में स्टॉकहोम में आयोजित हुए ओलंपिक गेम्स में पूरी तरह सॉलिड गोल्ड मेडल्स दिए गए थे. ऐसे मेडल कॉमनवेल्थ गेम्स में कभी इस्तेमाल नहीं हुए हैं.
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Commonwealth Games 2022: क्या सच में सोने-चांदी के होते हैं मेडल्स, जानें इनके बनने की पूरी कहानी