डीएनए हिंदी: 31 अक्टूबर 1984 का दिन भारत के इतिहास में एक दर्दनाक याद के तौर पर दर्ज है. इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi Death) की हत्या हुई थी. जिस वक्त पूर्व पीएम का शरीर गोलियों से छलनी किया गया था उस वक्त भारतीय टीम पाकिस्तान दौरे पर थे. टीम इंडिया सीरीज के एक वनडे और 2 टेस्ट मैच खेल चुकी थी. दूसरा वनडे 31 अक्टूबर को सियालकोट में चल रहा था और भारतीय टीम मजबूत स्थिति में थी.
स्टेडियम में आया एक फोन और रोकना पड़ा मैच
मैच चल रहा था और संदीप पाटिल और दिलीप वेंगसरकर बेहतरीन लय में थे. दोनों के बीच 143 रनों की पार्टनरशिप हो चुकी थी और भारतीय टीम बहुत मजबूत हालत में लग रही थी. ऐसे वक्त में अचानक स्टेडियम में एक फोन आया और सन्नाटा छा गया था. भारत के प्रधानमंत्री की हत्या की खबर मिल चुकी थी और सामने यह चुनौती थी कि भारतीय टीम को सुरक्षित देश रवाना किया जा सके.
कप्तान सुनील गावस्कर और मैनेजर राज सिंह डुंगरूपुर इस खबर को सुनकर रो पड़े थे. मैदान में 25 हजार दर्शक थे और इन सबके बीच मैच रद्द करने की सूचना भी देनी थी और भारतीय टीम की सुरक्षा को भी खतरे में नहीं डाला जा सकता था. पाकिस्तान के तानाशाह जनरल जिया उल हक ने मैच रद्द करने का आदेश दिया था. साथ ही, जिया ने अधिकारियों को भारतीय खिलाड़ियों को सुरक्षित पहुंचाने का निर्देश भी जारी किया था.
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मैदान के बाहर लगी गाड़ियां, चुपचाप निकाली गई भारतीय टीम
मैदान के बाहर एक-एक कर गाड़ियां लाई गईं और भारतीय खिलाड़ियों को कानों-कान किसी को खबर हो इससे पहले सुरक्षित एयरपोर्ट रवाना कर दिया गया था. भारतीय टीम ने मैच में 40 ओवर की इनिंग में भारत ने 210 रन बनाए थे. टीम इंडिया में कर्नल के नाम से मशहूर दिलीप वेंगसरकर ने नाबाद 94 रन बनाए थे.
भारतीय खिलाड़ियों को पीएम के मौत की सूचना दी गई थी और सभी खिलाड़ी फूट-फूटकर रोए थे. भारतीय टीम को तीसरा टेस्ट और तीसरा वनडे खेलना था लेकिन दौरा रद्द हो चुका था. भारतीय खिलाड़ियों को स्वदेश भेज दिया गया था.
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इंदिरा की हत्या के बाद पाक दर्शकों ने की शर्मनाक हरकत
मैच रद्द होने की वजह से दर्शकों में काफी आक्रोश था लेकिन उस वक्त तानाशाह जिया का शासन था. राष्ट्रपति के आदेश के बारे में बताया गया और जब दर्शकों को भारतीय पीएम के मौत की जानकारी दी गई तो उन्होंने जो किया उसे इतिहास में शर्मनाक ही कहा जा सकता है.
दर्शकों को जब बताया गया कि भारत की प्रधानमंत्री की हत्या कर दी गई है और इस वजह से क्रिकेट सीरीज रद्द की जा रही है तो पाकिस्तानी दर्शकों ने तालियां बजानी शुरू कर दी थीं और जमकर नारेबाजी भी की थी. दरअसल इंदिरा के शासनकाल में ही पाकिस्तान से अलग होकर बांग्लादेश बना था और इस वजह से पाकिस्तानी जनता उनसे बेहद खफा थी. बीबीसी को दिए एक इंटरव्यू में में तत्कालीन स्टेडियम अधिकारियों ने कहा था कि हमारे लिए यह देखना शर्म और तकलीफ भरा अनुभव था कि हमारे दर्शक पड़ोसी मुल्क की पीएम की हत्या पर तालियां बजा रहे थे.
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जब इंदिरा गांधी की हुई थी हत्या तब पाक दर्शकों ने किया था कुछ ऐसा, जानें क्या हुआ था उस दिन