डीएनए हिंदी: पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) का लोकार्पण किया. 296 किलोमीटर लंबा ये बुंदलेखंड एक्सप्रेसवे झांसी के डिफेंस कॉरिडोर (Jhansi Defence Corridor) को सीधा दिल्ली से जोड़ेगा. इसी के साथ ही यूपी में यह छठा एक्सप्रेसवे संचालित हो गया है. इसके अलावा प्रदेश में वर्तमान में 7 और एक्सप्रेसवे पर काम तेजी से चल रहा है. इनके बनते ही उत्तर प्रदेश 13 एक्सप्रेसवे वाला पहला राज्य बन जाएगा. यूपी में डबल इंजन की सरकार सड़कों को लेकर लगातार कार्य कर रही है.
गौरतलब है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और राज्य की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की डबल इंजन सरकार ने पिछले पांच सालों में सड़कों के विकास को लेकर अधिक जोर दिया है. इस दौरान एक्सप्रेसवों से लेकर कसबों को सीधा ब्लॉक से जोड़ने का काम किया है. वहीं, NCR और पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों की दशकों पुरानी मांग को भी डबल इंजन की सरकार ने पूरा किया. इसका उदाहरण दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे है.
यूपी में वर्तमान में 6 एक्सप्रेसवे संचालित हो गए हैं. जिनकी कुल लंबाई 1,225 किलोमीटर है. जबकि 7 एक्सप्रेसवे अभी बनाए जा रह हैं, जिनकी कुल लंबाई 1,974 किलोमीटर होगी. आइये जानते हैं सभी एक्सप्रेसवे के बारे में-
संचालित 6 एक्सप्रेसवे
यमुना एक्सप्रेसवे- 165 किलोमीटर
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे- 25 किलोमीटर
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे- 302 किलोमीटर
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे- 96 किलोमीटर
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे- 341 किलोमीटर
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे- 296 किलोमीटर
कुल लंबाई- 1,225 किलोमीटर
यूपी को मिलेंगे ये 7 एक्सप्रेसवे
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे- 91 किलोमीटर
गंगा एक्सप्रेसवे- 594 किलोमीटर
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे- 63 किलोमीटर
गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे- 380 किलोमीटर
गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे-519 किलोमीटर
दिल्ली-सहारनपुर-देहरादून एक्सप्रेसवे- 210 किलोमीटर
गाजियाबाद-बलिया-मांझीघाट एक्सप्रेसवे- 117 किलोमीटर
जानिए संचालित एक्सप्रेसवे के बारे में-
यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway)- इसे यूपी का पहला एक्सप्रेसवे कहा जाता है. इस एक्सप्रेसवे की नींव फरवरी 2003 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती के कार्यकाल में रखी गई थी. यह 6 लाइन का है और इसकी लंबाई 165 किलोमीटर है. यह एक्सप्रेसवे ग्रेटर नोएडा को नेशनल हाईवे-2 (NH-2) पर आगरा को जोड़ता है. यह नोएडा, मथुरा, अलीगढ़ और बुलंदशहर होकर गुजरता है. इसको बनाने में 12,840 रुपये की लागत आई थी.
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway)- 341 किलोमीटर यह लंबा एक्सप्रेसवे यूपी के 9 जिलों से गुजरता है. इनमें लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, आजमगढ़, फैजाबाद, अंबेडकरनगर, मऊ और गाजिपुर शामिल हैं. पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ के सुल्तानपुर राजमार्ग पर चंदसराय गांव से शुरू होता और गाजीपुर के हलदरिया में मिलता है.
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra - Lucknow Expressway)- इसकी कुल लंबाई 370 KM है. यह उन्नाव, कानपुर, हरदोई, औरेया, मैनपुरी, कन्नौज, इटावा और फिरोजाबाद यूपी के 8 जिलों को जोड़ता है. इसको बनाने में 13,000 करोड़ रुपये की लागत लगी थी.
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway)- इसकी कुल लबाई 296 किलोमीटर है. इसे 28 महीनों में तैयार किया गया है. इसको लगभग 14,850 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है.यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट जिले में भरतकूप के पास गोंडा गांव में राष्ट्रीय राजमार्ग-35 से लेकर इटावा जिले के कुदरैल गांव तक फैला हुआ है, जहां यह आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के साथ मिल जाता है. यह एक्सप्रेसवे 7 जिलों यानी चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा से होकर गुजरता है.
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