Operation Sindoor: भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) का बदला ले लिया है. भारत ने पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर और पाकिस्तानी पंजाब में 9 जगह एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया है. ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor Updates) के नाम से की गई कार्रवाई में उन दो जगहों को भी भारतीय मिसाइलों ने मिट्टी बना दिया है, जहां से भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजनाएं बनाई जाती थीं. भारतीय मिसाइलों ने पंजाब के बहावलपुर में जहां जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-E-Mohammed) का हेडक्वार्टर कहलाने वाली मस्जिद को निशाना बनाया, वहीं मुरीदके में लश्कर-ए-ताइबा (Lashkar-e-Taiba) के हेडक्वार्टर को भी मिट्टी का ढेर बना दिया है. लश्कर के हेडक्वार्टर को ध्वस्त करने को ही पहलगाम हमले (Pahalgam ATtack) का असली बदला कहा जा रहा है, क्योंकि यह माना जाता है कि पहलगाम में आतंकी हमला करने की योजना यहीं पर बनाई गई थी.
आइए आपको 5 पॉइंट्स में समझाते हैं मुरीदके कहां है और पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद में इसकी हैसियत क्या है-
1- 1990 से लश्कर का हेडक्वार्टर है मुरीदके
मुरीदके में लश्कर-ए-ताइबा का हेडक्वार्टर साल 1990 में बनाया गया था. तब से यहीं बैठकर आतंकी हाफिज सईद (Hafiz Saeed) भारत में तमाम तरह की आतंकी घटनाओं को अंजाम देने का काम कर रहा था. मुरीदके को मरकज-ए-ताइबा (Markaz-e-Taiba) भी कहते हैं. यह हेडक्वार्टर मुरीदके कस्बे से 5 किलोमीटर उत्तर में नांगल सादाय नाम की जगह पर है, जो लाहौर से करीब 40 किलोमीटर दूर GT Road पर बसा हुआ है. करीब 200 एकड़ में फैले लश्कर के इस हेडक्वार्टर को छोटा सा शहर भी कहा जा सकता है, जहां मदरसा, हॉस्पिटल, मार्केट, घर, मछली फार्म और खेत भी मौजूद है. इन सब चीजों का इस्तेमाल आतंकियों के लिए किया जाता है.
2. लश्कर के इसी हेडक्वार्टर में बनी थी मुंबई अटैक की भी योजना
साल 2008 में हुई मुंबई टैरर अटैक (26/11 Mumbai Attack) को भी लश्कर के ही आतंकियों ने अंजाम दिया था. अजमल कसाब जैसे आतंकियों को मुंबई हमले के लिए मुरीदके में ही तैयार किया गया था. यहीं बैठकर उस हमले में शामिल आतंकियों के हैंडलर उन्हें पल-पल के निर्देश दे रहे थे. इसके अलावा पहलगाम आतंकी हमले की योजना भी यहीं पर बनाई गई है. इससे पहले लश्कर ने साल 2002 में लाल किले पर हमले (Red Fort Attack) को अंजाम दिया था. उसकी योजना भी मुरीदके में ही बनाई गई थी.
3. क्या था लश्कर का यहां हेडक्वार्टर बनाने का मकसद
भारतीय सीमा के करीब होने के चलते यहां से युवाओं का ब्रेनवॉश करने के बाद उन्हें आतंकी बनाकर भारत में भेजना आसान है. लश्कर के आतंकियों को यहीं पर ट्रेनिंग दी जाती है और इसके बाद पूरी दुनिया में उनके जरिये आतंकी गतिविधियों को अंजाम दिया जाता है. मुरीदके में ही लश्कर चीफ हाफिज सईद रहता है, जो यहां से अपने आतंकी संगठन की गतिविधियों को अंजाम देता है. हाफिज के लिए पाकिस्तानी पंजाब के अमीर जमींदारों से यहां रहकर आतंकी गतिविधियों के लिए चंदा जुटाना आसान रहता है.
4. भारतीय सेना के तीनों विंगों का 54 साल बाद जॉइंट ऑपरेशन
पाकिस्तान पर हुई इस एयर स्ट्राइक में भारतीय सेना के तीनों विंगों- थल सेना, वायु सेना और नौसेना ने मिलकर हिस्सेदारी की है. करीब 54 साल बाद तीनों सेनाओं ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया है. इससे पहले 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध (1971 India Pakistan War) में तीनों सेनाओं ने जॉइंट ऑपरेशन चलाए थे.
5. पुलवामा हमले का भी लिया गया है बदला
भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक में केवल पहलगाम आतंकी हमले का बदला ही नहीं लिया गया है, बल्कि साल 2019 के पुलवामा आतंकी हमले का भी बदला लिया गया है. दरअसल एयर स्ट्राइक में लश्कर के साथ ही जैश के ठिकानों को भी निशाना बनाया गया है. इनमें पंजाब में जैश हेडक्वार्टर बहावलपुर पर एयर स्ट्राइक की गई है तो पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर में कोटली और मुजफ्फराबाद के आतंकी ठिकाने नेस्तनाबूद किए गए हैं. ये दोनों जगह भी साल 2019 के आतंकी हमले से जुड़ी हुई थीं, जिसके जवाब में तब भारतीय वायुसेना ने बालाकोट एयरस्ट्राइक कर जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप को ध्वस्त कर दिया था. अब ये बाकी बचे दो कैंप भी तबाह कर दिए गए हैं.
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Pahalgam Attack की बनी थी जहां योजना, Operation Sindoor में मिट्टी का ढेर बन गया लश्कर का वो हेडक्वार्टर