डीएनए हिंदी: मध्यप्रदेश के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने वाले ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर ने अपने शानदार प्रदर्शन से तारीफ बटोर ली हैं. अय्यर ने विजय हजारे ट्रॉफी के तहत रविवार को चंडीगढ़ के खिलाफ सेंचुरी जड़ने के बाद रजनीकांत स्टाइल में इसे सेलिब्रेट किया. उन्होंने दर्शकदीर्घा से उत्साह बढ़ा रहे टीम के साथियों को रजनीकांत स्टाइल में सैल्यूट किया.
आखिर मध्यप्रदेश में जन्मे इस क्रिकेटर ने रजनीकांत की सिग्नेचर स्टाइल में सेंचुरी सेलिब्रेट क्यों की? आइए जानते हैं...
कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के सलामी बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर ने आईपीएल और विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर दुनियाभर में लाखों प्रशंसक बना लिए हैं. इंदौर में जन्मे 26 वर्षीय खिलाड़ी सौरव गांगुली और एक्टर रजनीकांत के बड़े प्रशंसक हैं.
रजनीकांत के बड़े प्रशंसक अय्यर ने आईपीएल के एक मैच के बाद बताया था कि उनके जीवन का सबसे बड़ा क्षण वह होगा जब वह महान अभिनेता रजनीकांत से मिलेंगे. वेंकटेश ने कहा, मैंने रजनी-स्टारर हर फिल्म देखी है. मुझे याद है कि मैं इंदौर से था और विशेष रूप से चेन्नई गया, उनका शो देखने के लिए एक स्थानीय थिएटर में मैंने टिकट खरीदा. मैं उनका इतना कट्टर प्रशंसक हूं. अय्यर ने कहा, "मेरा पसंदीदा संवाद "एन वज़ी थानी वज़ी' (मेरा रास्ता एक अलग रास्ता है) मेरे जीवन का आदर्श वाक्य है."
Second hundred for Venkatesh Iyer in Vijay Hazare Trophy 2021-22.#VenkateshIyer #VijayHazareTrophy #VijayHazareTrophy2021 pic.twitter.com/1UYc2adCU2
— Subs ❤️ MS Dhoni ❤️ #IPL2022 (@CricCrazySubs) December 12, 2021
सौरव गांगुली के प्रशंसक
उन्होंने पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली की तर्ज पर अपने खेल और तकनीक का मॉडल तैयार किया है. आईपीएल के एक मैच के बाद अय्यर ने यहां तक कहा, केकेआर के लिए वे हमेशा से खेलने की इच्छा रखते थे क्योंकि सौरव गांगुली इस टीम के "शुरुआत में कप्तान" थे.
"केकेआर पहली फ्रैंचाइज़ी थी जिसका मैं केवल इसलिए हिस्सा बनना चाहता था क्योंकि दादा (सौरव गांगुली) शुरुआत में कप्तान थे, इसलिए मैं वास्तव में पहले केकेआर में जाना चाहता था और खुशकिस्मती से इस टीम के लिए चुना गया. यह मेरे लिए एक स्वप्निल क्षण था.
उन्होंने कहा, मैं दादा का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं. दादा के दुनियाभर में लाखों प्रशंसक हैं और मैं उनमें से एक हूं. दादा ने मेरी बल्लेबाजी में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है. परोक्ष रूप से, जब मैं बहुत छोटा था तो मैं दाएं हाथ से बल्लेबाजी करता था लेकिन मैं दादा की नकल करना चाहता था. मुझे लगता है कि उन्होंने अनजाने में मेरे जीवन में एक बड़ी भूमिका निभाई है.
वेंकटेश का जन्म एक दक्षिण भारतीय मध्यवर्गीय परिवार में हुआ. उनके पिता राजशेखरन अय्यर इंदौर में रहते हैं. वेंकटेश इंदौर में जन्मे हैं. वेंकटेश ने इंदौर के एक स्थानीय क्रिकेट क्लब में खेल के लिए अपना प्रशिक्षण शुरू किया और जल्द ही अपने विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी कौशल से सभी को चकित कर दिया.
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