डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शनिवार को हैदराबाद पहुंचे थे. राज्य तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (CM KCR) उनका स्वागत करने एयरपोर्ट पर नहीं पहुंचे. अब तक ऐसी सामान्य परंपरा रही है कि जब भी प्रधानमंत्री किसी राज्य में जाते हैं तो मुख्यमंत्री उनकी अगवानी करता है. यह एक प्रोटोकॉल (KCR breaches protocol) है, जिसे तोड़ने का आरोप केसीआर पर लग रहा है. अगर गौर करें तो यह बीते 6 महीने में तीसरी बार है जब केसीआर ने पीएम को रिसीव न करके प्रोटोकॉल तोड़ा है.

केसीआर के प्रोटोकॉल तोड़ने पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) हमलावर है. पार्टी के दिग्गज नेताओं समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने केसीआर के इस फैसले की आलोचना की है. देश में प्रोटोकॉल पर नई बहस भी छिड़ गई है. आइए समझते हैं कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को रिसीव करने का प्रोटोकॉल क्या है.

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क्या होता है प्रधानमंत्री को रिसीव करने का प्रोटोकॉल?

जब भी प्रधानमंत्री किसी भी राज्य का दौरा करते हैं तो प्रोटोकॉल के मुताबिक राज्य के मुख्यमंत्री उन्हें रिसीव करने एयरपोर्ट पर पहुंचते हैं. प्रधानमंत्री को रिसीव करने के दौरान मुख्यमंत्री के साथ एक सीनियर मंत्री भी मौजूद होते हैं. जब तक प्रधानमंत्री अपने गंतव्य स्थान तक नहीं पहुंच जाते हैं तब तक उनके साथ मुख्यमंत्री या उनका प्रतिनिधि मौजूद रहता है. 

अगर ऐसी स्थिति न हो तो राज्य का सबसे बड़ा प्रशासनिक या पुलिस अधिकारी पीएम को रिसीव करता है. प्रधानमंत्री अगर किसी कार्यक्रम में शामिल होते हैं तो भी प्रोटोकॉल के तहत मुख्यमंत्री को वहां मौजूद रहना होता है. 

कई मुख्यमंत्री तोड़ चुके हैं प्रोटोकॉल

मुख्यमंत्रियों की ओर से प्रोटोकॉल तोड़ने की बात नई नहीं है. कई बार राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता और दूसरी वजहों से मुख्यमंत्री प्रोटोकॉल तोड़ देते हैं. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी हाल ही में प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर चुके हैं. मुख्यमंत्री केसीआर ने प्रधानमंत्री मोदी को रिसीव न कर प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया है. बीजेपी यही आरोप केसीआर पर अब लगा रही है. 

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प्रधानमंत्री की सुरक्षा और सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा समूह (SPG) जिम्मेदार है. एसपीजी अधिनियम (SPG Act) में संशोधन के बाद, पीएम ही एजेंसी के एकमात्र संरक्षक हैं. देश की टॉप कमांडो फोर्स प्रधान मंत्री को प्रोटेक्शन देने के लिए जिम्मेदार है. पीएम के आसपास एसपीजी के जवान तैनात रहते हैं. जब मुख्यमंत्री पीएम को रिसीव करने पहुंचते हैं तो उन्हें भी विशेष प्रावधानों के तहत पीएम मोदी के स्वागत के लिए जाने की इजाजत दी जाती है. 

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क्या है मुख्यमंत्रियों को रिसीव करने का प्रोटोकॉल?

अगर किसी राज्य का मुख्यमंत्री किसी जिले का दौरा करता है तो उस जिले का डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट उन्हें रिसीव करने पहुंचते हैं. पूरे दौरे वक्त अधिकारियों को उनके साथ ही रहना होता है. अगर जिले के एसपी या वरिष्ठ अधिकारी मौके किसी कारण से मौजूद नहीं हैं तो उन्हें जिले का कोई वरिष्ठ अधिकारी रिसीव करने आता है. सामान्य स्थिति में अधिकारी प्रोटोकॉल नहीं तोड़ते हैं लेकिन मुख्यमंत्रियों के प्रोटोकॉल तोड़ने की बात नई नहीं है.

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Telangana CM KCR Breaches Protocol PM CM Receiving protocol all you need to know
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प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को रिसीव करने का प्रोटोकॉल क्या है?
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo Credit @PIB/twitter)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo Credit @PIB/twitter)

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प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को रिसीव करने का प्रोटोकॉल क्या है?