डीएनए हिंदी: श्रीलंका संकट याद होगा आपको! दो महीने पहले की ही बात है. आम जनता राष्ट्रपति भवन में घुस गई थी. हर तरफ उत्पात और हिंसा का माहौल था. अब बिलकुल ऐसे ही हालात एक और देश में बन गए हैं. यहां भी आम जनता राष्ट्रपति भवन में घुस गई है. स्विमिंग पूल से लेकर अन्य सामानों का इस्तेमाल किया जा रहा है. अराजकता और अव्यवस्था से भर रहे इस देश का नाम है इराक. जानते हैं इस अराजकता की वजह और पूरे मामले से जुड़े अब तक के 5 अहम अपडेट-
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं वीडियो
हालात ये हैं कि इराक की राजधानी बगदाद में फैली अराजकता अब सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है. वीडियोज में देखा जा सकता है कि किस तरह उग्र प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन रिपब्लिकन पैलेस में घुस गए हैं. स्विमिंग पूल में गोते लगाए जा रहे हैं. सामानों का इस्तेमाल किया रहा है. कई जगह पर हिंसा और आगजनी की घटनाएं भी हुई हैं.
#BREAKING 15 protesters shot dead in Baghdad's Green Zone: medical sources pic.twitter.com/Ec8NTW1VoH
— AFP News Agency (@AFP) August 29, 2022
क्या है इराक के इस संकट की वजह
सोमवार को इराक के मशहूर नेता धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र ने देश की राजनीति से संन्यास की घोषणा की थी.इसके बाद उनके सैकड़ों समर्थकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. हालांकि इस पूरे माहौल की जड़ें अक्टूबर 2021 से जुड़ी हैं. साल 2021 के अक्टूबर महीने में इराक में आम चुनाव हुए थे.
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इस दौरान धर्मगुरु मुक्तदा अल-सद्र की पार्टी ने सबसे अधिक सीटें जीती थीं लेकिन वह बहुमत तक नहीं पहुंच पाए थे. तब बहुमत हासिल करने के लिए उन्होंने ईरान समर्थित शिया प्रतिद्वंद्वियों के साथ बातचीत करने से इनकार कर दिया था.
Sri Lanka 2.0 happening in Iraq right now 🚨
— Wall Street Silver (@WallStreetSilv) August 29, 2022
Which Presidential Palace pool is nicer? Sri Lanka or Iraq? pic.twitter.com/ehVDouxYe2
इसके बाद इराक के अन्य राजनीतिक दलों ऑर्डिनेशन फ्रेमवर्क ब्लॉक की तरफ से मोहम्मद अल-सुडानी के नाम का ऐलान कर दिया. लेकिन इराक की जनता मोहम्मद अल-सुडानी को प्रधानमंत्री के रूप में नहीं चाहती. उनका कहना था कि किसी सूडानी को देश कमान नहीं सौंपने देंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक उस वक्त भी उनके समर्थक प्रतिद्वंद्वियों को सरकार बनाने से रोकने के लिए संसद में घुस गए थे.
अब एक बार फिर जब अल-सद्र ने जब संन्यास की घोषणा की है तो उनके समर्थक उग्र हो गए हैं. हालांकि राजनीतिक जानकार अल-सदर के इस कदम को भी राजनीति बढ़त हासिल करने का एक दांव मान रहे हैं. हालांकि इस सबके बीच देश के हालात जरूर खराब होते नजर आ रहे हैं.
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ये हैं अब तक के 5 बड़े अपडेट
1. इराक सेना ने बढ़ते तनाव को शांत करने करने के लिए से देश में कर्फ्यू की घोषणा कर दी है.
2. धर्मगुरु अल सद्र के समर्थकों से अपील भी की गई है कि वह हिंसक प्रदर्शन रोकें और सरकारी आवास से तुरंत बाहर आ जाएं. फिर भी आशंका जताई जा रही है कि इराक में हालात खराब हो सकते हैं.
3.रिपोर्ट्स के मुताबिक इन विरोध प्रदर्शनों में 300 प्रदर्शनकारी घायल हो गए. अल-सदर के सर्मथकों और सुरक्षाबलों के बीच हुई हिंसक झड़प में 20 प्रदर्शनकारियों की मौत की बात भी कही जा रही है.
4. बता दें कि इराक में पिछले 10 महीने से ना तो सरकार है ना ही कोई सक्रिय मंत्रीमंडल. यह वजह भी है कि देश में लगातार अराजकता की स्थिति बढ़ती जा रही है.
5. यह भी बताया जा रहा है कि अल सद्र बीते एक महीने से जल्द चुनाव कराने और संसद को भंग करने की मांग कर रहे थे. अब उन्होंने ट्विटर पर अपने संन्यास का ऐलान करते हुए लिखा था- मैं अपने फाइनल विड्रॉ की घोषणा करता हूं.
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