लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) के नतीजों को लेकर रुझानों की बात करें तो खबर लिखे जाने तक एनडीए (NDA) बढ़त बनाए हुए है. वहीं, 229 सीटों पर इंडिया ब्लॉक (INDIA Bloc) आगे है. साथ ही इंडिया ब्लॉक की पूर्व सहयोगी जैसे टीएमसी भी बंगाल की सीटों पर बड़ी संख्या में लीड लेती दिखाई पड़ रही है. ऐसे में अगर किसी विशेष परिस्थिति में इंडिया ब्लॉक की सरकार बनती है, तो उसका प्रधानमंत्री कौन होगा? आइए जानते हैं कि इंडिया ब्लॉक से पीएम कौन होगा?
कौन बनेगा इंडिया ब्लॉक से पीएम?
इंडिया ब्लॉक ने अब तक किसी भी नेता को अपना पीएम कैंडिडेट नहीं घोषित किया है. लेकिन कांग्रेस के कई नेता समय-समय पर राहुल गांधी को पीएम बनाने की बात करते रहे हैं. ये बात तो जगजाहिर है कि चुनाव परिणाम में इंडिया ब्लॉक से कांग्रेस ही सबसे बड़ी पार्टी रहेगी. हालांकि विपक्षी दलों के कई बड़े नेताओं के नाम भी पीएम पद के लिए उछाले गए हैं, इनमें ममता बनर्जी, शरद पवार और स्टालिन जैसे नाम भी शामिल हैं. साथ ही कांग्रेस से खरगे और जयराम रमेश के नामों पर भी चर्चा हो चुकी है.
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कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के पक्ष में होने वाली 10 बातें
1) राहुल गांधी की तरफ से भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा जैसे आयोजनों का संचालन. इसे लेकर कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल का दावा था कि कांग्रेस पार्टी 300 सीटें जीतेगी, वहीं, जयराम रमेश ने दावा किया है कि पार्टी 350 सीटें जीतेंगी.
2) 48 लोकसभा सीटों वाले महाराष्ट्र की राजनीति पिछले लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार के चुनाव में काफी अलग है, पिछली बार यहां पर बीजेपी और शिवसेना ने साथ में मिलकर चुनाव लड़ा था. जबकि इस बार मामला बिल्कुल अलग है. पिछली बार वहां पर विपक्ष से कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन में थी.
3) कर्नाटक में पिछली बार बीजेपी को भारी जीत हासिल हुई थी, लेकिन इस बार मामला बदल गया है, पिछले साल के अंत में हुए राज्य के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भारी बहुमत हासिल हुई थी. यहां इंडिया गठबंधन पहले से ज्यादा सीटें जीत सकती है.
4) केरल और तमिलनाडु में बीजेपी की गैर-मौजूदगी इंडिया गठबंधन के लिए एक बड़ी ताकत है.
5) कुछ ऐसी पार्टियां जो इंडिया गठबंधन का हिस्सा नहीं है लेकिन वो भी इसे बाहर से समर्थन कर सकती है. जैसे टीएमसी, अकाली दल, बीएसपी, पीडीपी इत्यादि.
6) यूपी और बिहार में इंडिया गठबंधन लगातार ओबीसी, दलित और मुस्लिमों को साधने में लगी हुई है. जातिगत जनगणना इसका एक बड़ा उदाहरण है. अगर ये दांव इनका सही रहा तो ये यहां कुछ कामयाबी हासिल हो सकती है.
7) कांग्रेस, आप और सीपीएम का एक साथ आना एक बड़ी बात है, पहली बात तो ये है कि बीजेपी की सबसे बड़ी ताकत उसका कैडर है, इनमें ज्यादातर संघ से संबंधित संगठनों से जुड़े हुए लोग हैं. ऐसे में कांग्रेस के पास इस स्तर का कैडर नहीं होना पार्टी को पिछलों कुछ सालों में बहुल खला है. लेकिन इस बार लोकसभा चुनाव 2024 में मजबूत कैडर वाली पार्टी आप और सीपीएम के कांग्रेस के साथ आने से पार्टी को नैरेटिव सेट करने से लेकर सभी चीजों में एक नई ताकत मिलेगी.
8) पिछले एक साल से राहुल गांधी की राजनितिक सक्रियता. उदाहरण के तौर पर भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा. इससे राहुल की छवि एक राजनेता के तौर पर मजबूत हुई है.
9) हरियाणा, पंजाब और राजस्थान, इन तीनों राज्यों में किसान आंदोलन के दौरान कांग्रेस के पक्ष में बना सियासी माहौल, इन राज्यों में करीब 50 लोकसभा की सीटें हैं. यहां इंडिया गठबंधन को यदि फायदा मिला तो चीजें बड़े स्तर पर उनके पक्ष में होंगी.
10)इंडिया गठबंधन को बीजेपी सरकार के खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी का फायदा मिल सकता है. खासकर, मेंहगाई और बेरोजगारी के मोर्चे पर'
विपक्ष से पीएम कौन बनेगा इसे लेकर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. हमें शाम तक चुनाव परिणाम आने का इंतजार करना चाहिए.
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