भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के फाइनल में 9 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में मैच खेलेगी. जिसमें भारत के फैंस की निगाहें मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती पर होगी.
जिन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी के डेब्यू मैच में ही 5 विकेट हॉल लेकर सबको हैरान कर दिया था. वही इंग्लैंड के बल्लेबाज को तो वरुण समझ ही नहीं आए. मगर उनके क्रिकेट में आने की कहानी बेहद दिलचस्प है. आइए उनके क्रिकेटिंग करियर की पूरी कहानी बताते हैं.
आर्किटेक्ट से लेकर टीम इंडिया तक की कहानी
वरुण चक्रवर्ती का जन्म 29 अगस्त 1991 को कर्नाटक के बीदर शहर में हुआ है. उनको बचपन से ही क्रिकेट में दिलचस्पी थी. 13 साल की उम्र में वरुण ने क्रिकेट खेलना शुरु कर दिया था. लेकिन सिर्फ 3 साल के भीतर क्रिकेट को अलविदा भी बोले दिया. क्योंकि 1 या 2 नहीं बल्कि 30 से 40 बार ट्रॉयल देने का बाद ही वरुण का सेलेक्शन अंडर-19 की टीम में नहीं हो रहा था.
जिसके बाद वरुण चक्रवर्ता ने अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर लगाया. उन्होंने आर्किटेक्ट बनाने की बात मन में ठान ली. जिसके बाद उन्होंने एसआरएम यूनिवर्सिटी चेन्नई से आर्किटेक्ट की डिग्री हासिल भी कर ली. वरुण ने पूरे तीन साल तक नौकरी भी की लेकिन उनको लगा ये मेरे लिए सही काम नहीं है.
जिसके बाद एक दिन वरुण चक्रवर्ती ने अपने पिता को कॉल किया और बोले कि मैं अब नौकरी छोड़ रहा हूं. वरुण ने एक बार फिर क्रिकेट की दुनिया में वापसी करने के लिए तैयार हो गए थे. उन्होंने विकेटकीपिंग से लेकर बल्लेबाजी में अपनी किस्मत आजमाई. मगर हर बार वो फेल हो गए. इसके बाद वरुण ने तेज गेंदबाज बनाने कि कोशिश की मगर फिर से वो औंधे मुंह गिरे. अब वरुण के पास सिर्फ स्पिन गेंदबाजी का ऑप्शन बचा था. जिसपर उन्होंने अपनी जान छिड़क दी.
वरुण का स्पिन गेंदबाज बनाने का फैसला सही साबित हुआ. जिसके बाद उनको तमिलनाडू प्रीमियर लीग में खेलने का मौका मिला. जहां वरुण ने अपनी गेंदबाजी से सबको हैरान कर दिया. उनके प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब किंग्स की टीम ने वरुण पर 8.4 करोड़ रुपये खर्च कर दिए. मगर वो कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके.
जिसके बाद पंजाब ने उनको अगले सीजन ही छोड़ दिया और केकेआर की टीम ने ऑक्शन में वरुण पर दांव लगाया. वहां वरुण ने गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन किया. जिसका फल उनको बड़ी जल्द ही मिल गई. वरुण को टी20 विश्व कप 2021 की स्कॉड में जगह मिल गई. लेकिन वो बुरी तरह से फेल हो गई. उनको भारतीय टीम से बाहर होने पड़ा. मगर वरुण ने हार नहीं मानी और फिर से अपनी गेंदबाजी में मेहनत शुरु कर दी. जिसका परिणाम आईपीएल 2024 में देखने को मिला. उन्होंने तीसरी बार केकेआर को चैंपियंन बनाने में मदद कर दी. जिसकी बदौलत भारतीय टीम में वरुण की वापसी हो गई.
वरुण चक्रवर्ती ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में अपना जलवा बिखेरा. इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में उनको मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड. जिसको देखते हुए उनको जसप्रीत बुमराह की जगह चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में शामिल कर लिया गया. जहां वो अपनी फिरकी में बड़े-बड़े बल्लेबाजों को फंसा रहे हैं.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments

13 की उम्र में शुरू किया क्रिकेट, 3 साल बाद कह दिया अलविदा...फिर आर्किटेक्ट बनकर की वापसी, जानें वरुण चक्रवर्ती के संघर्ष की कहानी