दिल्ली को आज एक नई सीएम मिलने जा रही है. आज शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनी रेखा गुप्ता दिल्ली में सीएम के तौर पर शपथ लेंगी. रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला सीएम होंगी. इनसे पहले सुषमा स्वराज, शीला दीक्षित और आतिशी इस पद पर काबिज हो चुकी हैं. रेखा गुप्ता के कैबिनेट में उनके साथ 6 मंत्री भी आज उनके साथ शपथ लेंगे. इनमें प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंदर इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं. आपको बताते चलें कि सीएम के तौर पर कल रेखा गुप्ता के नाम की घोषणा होने से पहले दिल्ली बीजेपी के कई अन्य नेताओं के नाम को लेकर भी खूब चर्चाएं हो रही थीं. इनमें प्रवेश वर्मा का नाम दिल्ली सीएम की रेस में सबसे आगे बताया जा रहा था. साथ ही मनोज तिवारी और मनजिंदर सिंह सिरसा जैसे बड़े नामों को लेकर भी खूब अटवलवाजियां हो रही थीं, लेकिन रेखा गुप्ता ने सभी को पीछे छोड़ते हुए इस रेस में सबसे आगे रहीं. बीजेपी की ओर से दिल्ली सीएम के लिए उनके नाम पर मुहर लगाई गई. आइए जानते हैं उनके सीएम बनने की इनसाइड स्टोरी.

रेखा गुप्ता के सीएम चुने जाने की इनसाइड स्टोरी
ये पहली बार नहीं जब बीजेपी ने सीएम के नाम को लेकर आखिरी वक्त तक संशय बनाए रखा. बीजेपी इससे पहले पिछले साल ही राजस्थान में भी इसी तरह से भजनलाल शर्मा और एमपी में मोहन यादव के नाम की घोषणा की थी. ये बीजेपी का एक दशक पुराना सीएम चुनने का स्टाइल रहा है. दिल्ली सीएम को लेकर आखिरी लम्हें तक सस्पेंस बरकरार थी. विधायक दल की मीटिंग के बाद भी इसको लेकर कुछ क्लियर नहीं हो सका. मीटिंग के बाद मीडिया के भी वहां से दूर कर दिया गया. साथ ही सभी एमएलए के फोन को स्वीच ऑफ करने को कहा गया. पार्टी नहीं चाहती थी कि आधिकारिक तौर पर ऐलान होने से पहले सीएम का नाम का खुलासा हो. विधायक दल की मीटिंग के वक्त भी सीएम की रेस में आगे चल रहे चारों नाताओं के साथ अलग के बैठक रखी गई. इससे स्थिति और भी ज्यादा सस्पेंस वाली होती गई. फिर आखिरी दौर में रेखा गुप्ता के नाम को लेकर खुलासा किया गया.

कौन हैं रेखा गुप्ता?
रेखा गुप्ता शालीमार बाग विधानसभा सीट से इस बार के चुनाव में पहली बार विधायक बनी हैं. उन्होंने चुनाव में आप की नेता वंदना कुमारी को हराया था. रेखा गुप्ता बीजेपी में कई पदों पर कार्य कर चुकी हैं. उनके सियासी करियर की शुरआत दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र संघ की राजनीति से हुआ. वो वहां बीजेपी के स्टूडेंट वींग एबीवीपी की सक्रीय कार्यकर्ता थीं. वहां पर वो महासचिव और अध्यक्ष के तौर पर भी चुनी गई. उन्होंने अपनी पढ़ाई डीयू के दौलतराम कॉलेज से की है. इस समय वो पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य हैं. साथ ही दिल्ली बीजेपी के राज्य इकाई की महासचिव भी हैं. आपको बताते चलें कि वो लंबे समय तक दिल्ली नगर निगम की राजनीति में भी सक्रिय रही हैं. वो वहां पर बीजेपी से मेयर भी चुनी जा चुकी हैं. रेखा गुप्‍ता का जन्म 19 जुलाई 1974 हुआ था. उनका परिवार हरियाणा के जुलाना का रहने वाला है. उनके परिवार का नाता हिंदू-वैश्य परिवार में हुआ था. उनके पिता की नौकरी दिल्ली में लगने के बाद वो अपने परिवार के साथ दिल्ली आ गईं. रेखा गुप्ता की शादी 1998 में मनीष गुप्ता से हो गई. मीडिया रिोपर्ट के अनुसार मनीष गुप्‍ता इंश्‍योरेंस के क्षेत्र में कार्यरत हैं. उनका ब‍िजनेस इसी क्षेत्र में है. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा से लेकर आगे ग्रेजुएशन तक की स्टडी दिल्ली में पूरी की है. 

सीएम चुने जाने के बाद कही ये बात
बुधवार शाम विधायक दल की बैठक में सीएम चुने के बाद वो मीडिया के साथ मुखातिब हुईं. उन्होंने कहा कि 'पीएम मोदी ने जो दिल्ली की जनता के लिए विजन दिया है, उसे पूरा करना मेरी प्राथमिकता होगी। पीएम मोदी का तहे दिल से आभार जताना चाहती हूं कि यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं है, बल्कि यह देश की हर मां-बेटी का सम्मान है.' रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग सीट से पहली बार विधायक चुनी गई हैं। उन्होंने 'आप' की बंदना कुमारी को 29,595 मतों के अंतर से हराया था.  गत 8 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आए थे. भाजपा को 26 साल बाद ऐतिहासिक जीत मिली थी. उसने 70 में से 48 सीटें जीती जबकि आम आदमी पार्टी 22 पर सिमट गई.

ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगलफेसबुकxइंस्टाग्रामयूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.

Url Title
Delhi how rekha gupta became cm in last moment know the inside story bjp pravesh verma manoj tiwary
Short Title
रेस में पीछे थीं, फिर सीएम की कुर्सी तक कैसे पहुंची रेखा गुप्ता, जानिए इनसाइड स्
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
Delhi New CM Rekha Gupta
Caption

Delhi New CM Rekha Gupta

Date updated
Date published
Home Title

रेस में पीछे थीं, फिर सीएम की कुर्सी तक कैसे पहुंची रेखा गुप्ता, जानिए इनसाइड स्टोरी

Word Count
762
Author Type
Author