डीएनए हिंदी: Coronavirus Cases- चीन में कोरोना के कारण हालात भयानक हो गए हैं. लोग घरों में मर रहे हैं, लेकिन उनका अंतिम संस्कार नहीं हो पा रहा है, क्योंकि अंतिम संस्कार स्थलों पर लंबी लाइनें लगी हुई हैं. एक ब्रिटिश एजेंसी ने चीन में रोजाना 9 हजार से ज्यादा लोगों की कोरोनावायरस (Coronavirus) से मौत होने का दावा किया है. इस बीच कोविड-19 (Covid-19) की यह नई लहर फिर से पुराना पैटर्न दोहराती लग रही है. इटली में चीन से पहुंची दो फ्लाइट में 50 फीसदी से ज्यादा मरीज कोरोना संक्रमित मिले हैं. चीन में नए मामले बढ़ने के बाद उससे सटा जापान भी कोरोनावायरस की नई लहर की चपेट में आ गया है. वहां बृहस्पतिवार को एक दिन में कोरोना से सबसे ज्यादा 415 मौत दर्ज की गई हैं. अमेरिका में भी नए मामले मिलने की रफ्तार बढ़ गई है. इस बार वहां कोरोना तेजी से बच्चों को निशाना बना रहा है. इन हालात को देखते हुए चीन पर एक बार फिर पूरी दुनिया में कोरोना महामारी फैलाने का आरोप लग रहा है. इससे बचने के लिए भारत समेत ज्यादातर देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों पर सख्त प्रतिबंध लगाने शुरू कर दिए हैं.

पढ़ें- Corona Virus 3 Years: कोरोना के 3 साल में क्या-क्या बदला, लॉकडाउन और वैक्सीन से वेरिएंट तक... कितनी बदली दुनिया  

हांगकांग पोस्ट ने भी कहा- चीन दिखा रहा 2019 का 'देजा वू (Deja Vu)'

हांगकांग पोस्ट में आए एक आर्टिकल में भी चीन पर दोबारा दुनिया भर में कोरोना फैलाने का आरोप लगाया गया है. इस आर्टिकल के मुताबिक, चीन में लाखों नए केस रोजाना आ रहा है. तेजी से लोग मर रहे हैं. इसके बावजूद उसने अपने यहां प्रतिबंध हटा दिए हैं. यदि समय पर बाकी देश नहीं चेते तो फिर से साल 2020 जैसा नजारा दिखाई देगा, जिसमें दुनिया भर में लाखों लोग मारे गए थे. बीजिंग फिर से 2019 की तरह ही काम कर रहा है. चीनी अथॉरिटीज एक बार फिर जानकारियां छिपा रही हैं. यहां तक कि ये जानकारी वे अपने लोगों (चीनी नागरिकों) से भी छिपा रहे हैं.

पढ़ें- Coronavirus Outbreak In India: एक दिन में 30% बढ़े देश में नए केस, रविवार से बिना निगेटिव रिपोर्ट 6 देशों से एंट्री नहीं

इटली में मक्खियों की तरह मरे थे 2020 में लोग

क्या आपको जनवरी 2020 में इटली के मिलान शहर (Milan City Coronavirus) से आ रही कोरोना महामारी की तस्वीरें याद हैं? तब वहां लोग इस महामारी के कारण रोजाना मक्खियों की तरह मर रहे थे. सड़कों से लेकर घरों तक में लाशों के ढेर लग गए थे. चीन के बाद इटली दूसरा देश था, जहां कोरोना ने इतना भयानक कहर बरपाया था. इटली के बाद उसके पड़ोसी देशों स्पेन, फ्रांस आदि में भी कोरोना तेजी से फैल गया था और वहां भी इतना ही भयंकर रूप देखने को मिला था. 

इस बार भी चीन से बृहस्पतिवार को दो फ्लाइट मिलान शहर पहुंची हैं. पहली फ्लाइट में सवार 92 में से 35 यात्री (38%) कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मिले हैं, जबकि दूसरी फ्लाइट में 120 यात्रियों में से 62 यानी 52% संक्रमित पाए गए थे.

पढ़ें- जनवरी में देखेगी कोरोना की नई लहर? AIIMS के डॉ. ने कहा- अगले 40 दिन रहें ज्यादा सावधान

यूरोपियन यूनियन अब भी नहीं मान रही इसे खतरा

इटली में इतनी बड़ी संख्या में संक्रमित पकड़े जाने के बावजूद यूरोपियन यूनियन (Europian Union) ने चीन को एक बार फिर दुनिया के लिए खतरा मानने से इनकार कर दिया है. इटली ने EU देशों से चीन के यात्रियों का कोविड टेस्ट (Covid-19 Test) शुरू करने की अपील की थी, लेकिन EU के European Centre for Disease Prevention and Control ने बृहस्पतिवार को ब्रसेल्स में कहा कि चीन में तेजी से मामले बढ़ने का ईयू देशों पर प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि चीन में कोविड लेवल तेजी से बढ़ने के लिए वहां के लोगों की कमजोर इम्यूनिटी और हालिया हटाए प्रतिबंध जिम्मेदार हैं. हालांकि उन्होंने कहा कि ईयू से जुड़े देश अपने-अपने स्तर पर चाहें तो चीनी यात्रियों के लिए नियम बना सकते हैं. इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने EU के इस रुख को चिंताजनक बताया है. मेलोनी ने कहा कि यदि अन्य ईयू अथॉरिटीज चीन पर अंकुश लगाने में सहयोग नहीं देतीं हैं तो उनके देश की तरफ से चीन से कोविड-19 प्रसार रोकने के लिए उठाए जा रहे कदम बेकार हो जाएंगे.

पढ़ें- Corona Update: कोरोना के बाद चीन में White Lungs की दहशत, डेल्टा वेरिएंट की आहट से मचा हाहाकार

जापान में लगातार एक लाख से ज्यादा नए केस

चीन में नए केस बढ़ने का असर जापान पर सबसे ज्यादा दिख रहा है. जापान में 4 दिसंबर को 89 हजार नए मामले मिले थे. इसके बाद से यह आंकड़ा किसी भी 1 लाख से नीचे नहीं आया है. वहां 27 दिसंबर को 2 लाख 2 हजार और 28 दिसंबर को 2 लाख 16 हजार नए कोरोना केस दर्ज किए गए थे. यह वहां इस साल जुलाई से अगस्त के बीच आई नई लहर की याद दिला रहा है, जब रोजाना 2 लाख से ज्यादा नए केस मिल रहे थे. हालांकि 29 दिसंबर को जापान में 1 लाख 48 हजार नए मामले ही मिले हैं, लेकिन 326 लोगों की मौत हो गई है. इससे पहले 28 दिसंबर को 415 लोगों की मौत हुई थी, जो वहां एक दिन में कोरोना से सबसे ज्यादा मौत हैं. चीन में कोरोना से मरने वालों का डेली एवरेज रेट 300 से ज्यादा बना हुआ है.

पढ़ें- Pakistan Hindu woman Murder: हिंदू महिला का सिर कलम कर खींच निकाली खाल, जानें पाकिस्तान में क्यों हुई इतनी बर्बरता

अमेरिका ने शुरू किए चीन से आने वाले यात्रियों के कोरोना टेस्ट

अमेरिका ने चीन से आने वाली हर फ्लाइट के सभी यात्रियों का कोरोना टेस्ट शुरू कर दिया है. इन यात्रियों को फ्लाइट में सवार होने से पहले भी निगेटिव रिपोर्ट दिखाने का आदेश दिया गया है. इसके अलावा अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने सभी देशों से आने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट्स के शौचालयों के गंदे पानी की टेस्टिंग शुरू करने की बात कही है. इससे कोरोना के वेरिएंट का अंदाजा होने की संभावना है.

दुनिया भर में रोजाना 5 लाख से ज्यादा नए केस

कोरोना के दुनिया भर में रोजाना औसतन 5 लाख से ज्यादा नए केस मिल रहे हैं. ये आंकड़ा 30 नवंबर को 6 लाख केस का आंकड़ा छूने के बाद लगातार बना हुआ है. हालांकि बीच में एक दिन 2 लाख नए मामले भी मिले हैं, लेकिन औसतन 5 लाख केस ही रोजाना सामने आ रहे हैं. कोरोना डाटा रखने वाली वेबसाइट worldometer.org के मुताबिक, दुनिया में अब तक 66 करोड़ 41 लाख 98 हजार 005 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 66 लाख 94 हजार 487 लोगों की मौत हो चुकी है. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Url Title
Corona Outbreak China sending flights out of country full of Covid positive people world feel 2020 deja vu
Short Title
चीन से इटली का वही पुराना पैटर्न, जानें क्यों एक बार फिर दुनिया पर लगेगा ताला
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
Corona Virus
Caption

Coronavirus के कारण चीन में रोजाना 9 हजार से ज्यादा मौत हो रही हैं.

Date updated
Date published
Home Title

Corona Outbreak: चीन से इटली का वही पुराना पैटर्न, जानें क्यों एक बार फिर दुनिया पर लगेगा ताला