भले ही अमेरिका और दक्षिणी भारतीय राज्य तमिलनाडु के छोटे से गांव थुलसेंद्रपुरम के बीच का फासला हजारों मील का हो. लेकिन इस गांव में रहने वाले लोगों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता. उनकी पैनी नजरें अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों पर हैं. गांव के लोग भी किसी आम अमेरिकी की तरह एक दूसरे से सवाल कर रहे हैं कि डोनाल्ड ट्रंप या कमला हैरिस? आखिर अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा? सवाल होगा कि आखिर इस गांव को इस बात से क्या मतलब है कि सुदूर अमेरिका में क्या हो रहा है? तो जवाब ये है कि अमेरिका के प्रति ये गांव इतना उत्सुक सिर्फ इसलिए है क्योंकि अमेरिकी उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस का यह पैतृक गृहनगर है.
कहा जाता है कि यह परिवार के 'देवता' हैं जो उनके मातृ वंश और उनके दादा पीवी गोपालन को इस गांव से जोड़े हुए हैं. बताया जाता है कि गोपालन की बेटी श्यामला 19 साल की उम्र में अमेरिका में चिकित्सा की पढ़ाई करने के लिए छात्रवृत्ति पर भारत से चली गई, जहां कमला और उनकी छोटी बहन माया का जन्म हुआ। परिवार कभी भी गांव में नहीं रहा, लेकिन कमला बचपन में यहां आती थी.
जैसा कि हम ऊपर ही बता चुके हैं इस गांव में अमेरिकी चुनावों के प्रति गहरी दिलचस्पी है. इसलिए चाहे वो गांव के घर हों या फिर यहां मौजूद दुकानें और मंदिर हर जगह पोस्टर लगे हुए हैं. जिनमें कमला को गांव की महान बेटी बताते हुए उनकी जीत की दुआएं की गई हैं.
गांव वालों के अनुसार उनके परिवार ने (हैरिस के परिवार ने) मंदिर को कई दान दिए हैं और एक प्रविष्टि पर उनका नाम अंकित है, जिसे उनकी चाची ने 46 पाउंड दिए थे.
गांव वालों बताते हैं कि, 'उन्होंने ( कमला हैरिस ने) इस गांव को बहुत गौरव दिलाया है. गांव वालों के मुताबिक, यह अकल्पनीय है! हमारा गांव उनकी वजह से विश्व प्रसिद्ध है, और हम बार-बार उनका धन्यवाद करते हैं, उन्हें शुभकामनाएं देते हैं और हमारा आशीर्वाद हमेशा उनके साथ है.
गांव की तमाम महिलाएं ऐसी हैं जिनका मानना है कि कमला हैरिस ने 'नारीत्व को प्रसिद्धि दिलाई है. और इसी के परिणामस्वरूप यहां की सभी महिलाएं उनकी उपलब्धियों पर गर्व करती हैं और उनसे प्रेरणा लेती हैं.
गांव वालों का ये भी कहना है कि, 'जब वह जीतेगी तो हम बहुत खुश और गौरवान्वित होंगे और मिठाई के साथ जश्न मनाएंगे. लेकिन हमें और भी खुशी होगी अगर वह हमारे गांव को याद रखें हमारे लिए इतना ही काफी होगा.'
गौरतलब है कि जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून 2023 में संयुक्त राज्य अमेरिका की यात्रा पर आए, तो कमला हैरिस ने उनका स्वागत करते हुए कहा था कि भारत'मेरे जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है'. उस समय कमला ने भारत को याद करते हुए तमाम ऐसी तमाम बातें कहीं थीं जिन्होंने स्वतः इस बात की पुष्टि करी थी कि कमला की जड़ें भारत से जुड़ी हुई हैं.
बताते चलें कि अंतिम बार 2009 में कमला हैरिस ने भारत की यात्रा की थी. तब वो अपनी मां की अस्थियों को विसर्जित करने के लिए चेन्नई आई थीं. आज भले ही ट्रंप अपने चुनाव प्रचार में कमला हैरिस के खिलाफ लगातार अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे हों लेकिन गांव के उन बातों को इग्नोर कर रहे हैं. गांव के लोगों को पूरा यकीन हैं कि अमेरिका की अगली राष्ट्रपति कमला हैरिस ही होंगी.
ये अपने आप में खासा दिलचस्प है कि गांव के लोग अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों की दौड़ का बारीकी से अनुसरण कर रहे हैं. और ट्रंप से लेकर कमला हैरिस के भाषणों को सुन रहे हैं. गांव वालों को पूरा विश्वास है कि भगवान उनके लिए (कमला हैरिस) के लिए जो भी सही होगा, वह करेंगे.
बहरहाल हम फिर इस बात को दोहराएंगे कि ट्रंप या कमला हैरिस अमेरिका का अगला राष्ट्रपति कौन होगा? इसका जवाब हमें वक़्त देगा. लेकिन जो वर्तमान है उसे देखकर इतना तो स्वतः स्पष्ट हो जाता है कि देश दुनिया के साथ साथ तमिलनाडु के इस छोटे से गांव की भी नजरें अपनी बेटी के कारण अमेरिका पर जमी हुई हैं. गांव के लोगों को भरोसा है कि उनकी दुआएं खाली नहीं जाएंगी और परिणाम कुछ वैसे ही होंगे जिसकी कल्पना उन लोगों ने की हुई है.
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