Donald Trump: एक ऐसा नाम, जिसने एक बार फिर पूरे अमेरिकी राजनीतिक परिदृश्य को बदल कर रख दिया है. एक रियल एस्टेट कारोबारी होने के बावजूद जिस तरह ट्रम्प ने व्हाइट हाउस तक का सफर किया वो उल्लेखनीय तो है ही. लेकिन ऐसे तमाम विवाद हैं जिन्होंने अक्सर ही ट्रम्प को अपनी चपेट में लिया और उनकी सफलता के मार्ग में रोड़े डाले.
भले ही एक राजनेता के रूप में डोनाल्ड ट्रम्प में लाख खामियां हों, लेकिन इस बात में भी कोई शक नहीं है कि उन्होंने समर्थन का एक मजबूत आधार तो बनाया ही है. साथ ही वो रिपब्लिकन पार्टी की उस नीति के भी झंडाबरदार हैं, जो 'अमेरिका फर्स्ट' को तरजीह देती और स्थानीय लोगों में राष्ट्रवाद की भावना का संचार करती है.
तो आखिर क्या है ट्रम्प की सफलता का राज?
जिक्र यदि विभिन्न कारकों का हो, तो जो चीज ट्रम्प को अन्य रिपब्लिकन राजनेताओं से अलग करती है. वो है उनका व्यक्तित्व. अमेरिका में ट्रम्प के बारे में मशहूर है कि वो एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने सदैव अभिजात वर्ग की 'तस्वीर' बदलने की कोशिश की है. इसके अलावा वो लगातार बड़े कारोबारियों या ये कहें कि अरबपतियों के संपर्क में रहते हैं और जानते हैं कि उनकी चुनौतियां क्या हैं? उन्हें कैसे हल करना है.
ट्रम्प के विरोधी तक इस बात को मानते हैं कि, 'चाहे वह युद्ध हो, अपराध हो, अप्रवास हो. वह (ट्रम्प) किसी और की तुलना में इसे जल्दी सुलझाने का वादा करते हैं.'
ध्यान रहे कि राजनीति से बाहर की अपनी पृष्ठभूमि में ट्रम्प खुद को एक बेहद 'मजबूत व्यक्ति' के रूप में देखते हैं. और यही वो चीज है जो उन्हें अमेरिका के दो पूर्व राष्ट्रपतियों बिल क्लिंटन और जो बाइडेन से अलग करती है. ट्रम्प के विषय में दिलचस्प ये है कि वो भी मौके बेमौके अपने इस गुण का भरपूर फायदा उठाते हैं.
आर्थिक असुरक्षा
बता दें कि नवंबर में होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में अगर कोई सबसे बड़ा मुद्दा है, तो वो अर्थव्यवस्था है. कारण चाहे वो कोविड और यूक्रेन युद्ध हों या कुछ और बाइडेन प्रशासन के तहत मुद्रास्फीति ट्रम्प के शासन से भी बदतर है. दिलचस्प ये कि ट्रम्प ऐसा कोई मौका नहीं गंवाते जिसमें वो इस बात को उठाने से चूक जाएं.
रैलियों या फिर भाषणों में ट्रम्प की उत्सुकता यही रहती है कि वो भीड़ को इस बात का एहसास कराएं कि बाइडेन एक नाकाम राष्ट्र्रपति हैं जो अपनी कार्यप्रणाली से अमेरिका को पीछे ले जा रहे हैं.
एक बात और ट्रम्प को अन्य अमेरिकी नेताओं से अलग करती है. और वो ये कि वे आम अमेरिकियों के लिए चैंपियन बनने का वादा करते हैं और अक्सर चीन के साथ अपने टैरिफ युद्ध का बखान करते हैं.
ट्रम्प अमेरिका के प्रति रखते हैं 'सांस्कृतिक चिंताएं'
साल 2024 की शुरुआत में एक जनसभा में प्रवासी अपराध के बारे में बोलते हुए ट्रम्प ने कहा था कि, 'आप अपराधियों से घिरे हुए हैं.' हालांकि जब भी ट्रम्प ऐसे विषयों पर अपनी बातें रखते हैं उनका फैक्ट चेक होता है और परिणाम चौंकाने वाले निकलते हैं. लेकिन ट्रम्प पर आलोचनाओं का कोई असर नहीं होता और मुखर होकर वो वही बातें कहते हैं, जिसके लिए वो जानें जाते हैं.
गौरतलब है कि डोनॉल्ड ट्रम्प ने अपने पूरे राजनीतिक करियर में जिन कुछ नीतियों को लगातार अपनाया है, उनमें वो बॉर्डर वाल की बात अक्सर करते हैं. मजेदार ये कि लोग इस विषय पर उनका भरोसा भी करते हैं. लोगों को लगता है कि ट्रम्प में ही वो ताकत है जिससे वो प्रवासियों को अमेरिका से दूर रख सकते हैं.
विश्व पटल पर अमेरिका की स्थिति
अमेरिका को फिर से महान बनाओ - यह वो वाक्यांश है जिसे कहीं से भी ट्रम्प की यूएसपी कहना गलत नहीं है और अब जैसे हालात हैं यही वो वाक्य है जो ट्रम्प की पहचान बन गया है.
लेकिन यह नारा उन कई अमेरिकियों के लिए एक वास्तविक डर को प्रकट करता है, जो ट्रम्प को वोट देते हैं और जिन्हें लगता है कि अब एक मुल्क के रूप में अमेरिका में वो बात नहीं रह गई है जो पहले कभी हुआ करती थी. यानी ये कहना भी गलत नहीं है कि इससे आम अमेरिकी जनमानस में अपमान की गहरी भावना का संचार होता है.
वर्तमान में भले ही अमेरिका राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से संपन्न देश हो मगर जब हम इसे आम अमेरिकी की नजरों से देखते हैं तो वो बिल्कुल भी ऐसा नहीं महसूस करते.
बहरहाल जिक्र अमेरिका, डोनाल्ड ट्रम्प और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों का हुआ है. तो ट्रम्प फिर अमेरिका की कमान संभालेंगे और उसे 'ग्रेट' करेंगे? इसका फैसला तो वक़्त करेगा. लेकिन जो मौजूदा हाल हैं, आम अमेरिकी नागरिक यही मानते हैं कि पूर्व में बाइडेन को सत्ता सुख देकर कहीं उन्होंने कोई चूक तो नहीं की?
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America में लोगों के बीच क्यों मजबूत जनाधार रखते हैं Donald Trump?