डीएनए हिंदी: Manipur Violence latest News- मणिपुर में हिंसा लगातार बढ़ती ही जा रही है. राजधानी इंफाल और राज्य के अन्य इलाकों में शुक्रवार को रात भर जगह-जगह भीड़ ने उत्पात मचाया है. कई जगह भाजपा नेताओं के घरों पर हमला करने और उनमें आग लगाने की कोशिश की गई. इनमें भाजपा के विधायक और प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों के घर भी शामिल हैं. कई जगह भीड़ औ सुरक्षा बलों के बीच भिड़ंत हुई है, जिसमें दो लोगों के घायल होने की सूचना है. भीड़ ने कई जगह तोड़फोड़ के अलावा सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है. इन घटनाओं से मैतेई और कुकी समुदाय के बीच शुरू हुई जातीय हिंसा के अब भाजपा विरोधी साजिश में बदल जाने की आशंका सामने आ रही है.

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रात 9.45 बजे बिष्णुपुर और चुराचंदपुर के दो गांवों पर हुए हमले

News 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, बिष्णुपुर जिले के क्वाक्ता कस्बे और चुराचंदपुर जिले के कांगवी गांव में शुक्रवार रात को करीब 500 हथियारबंद लोगों की भीड़ ने हमला किया. भीड़ में लोग ऑटोमैटिक हथियार लिए हुए थे, जिनसे जमकर फायरिंग की गई. अधिकारियों के मुताबिक, पूरी रात भीड़ ने जगह-जगह फायरिंग की है. भीड़ ने कई जगह तोड़फोड़ करने और सरकारी अधिकारियों की संपत्ति में आग लगाने की कोशिश की है. इस घटना के बाद इंफाल ईस्ट में आधी रात को सेना, असम राइफल्स, रैपिड एक्शन फोर्स और पुलिस की साझा टीम को सड़कों पर फ्लैग मार्च कराया गया.

भाजपा नेताओं के घरों पर किए हमले

अधिकारियों के मुताबिक, इंफाल शहर में सुरक्षाबलों के साथ भिड़ंत में दो आदमी घायल हुए हैं. कई जगह भाजपा नेताओं के घरों को जलाने की कोशिश की गई है. करीब 1,000 लोगों की भीड़ ने पैलेस कंपाउंट के करीब कई भवनों में आग लगाने की कोशिश की, जिसके बाद RAF ने आंसू गैस के गोले दागकर और रबर बुलेट्स से फायर करते हुए उन्हें भगा दिया.

भाजपा MLA के घर में आगजनी का प्रयास

एक अन्य जगह दूसरी भीड़ ने भाजपा MLA बिश्वजीत के घर में आग लगाने की कोशिश की. वहां तैनात RAF की टुकड़ी ने भीड़ को आग लगाने से पहले ही भगा दिया. सिंजेमई में आधी रात के बाद लोगों का एक अन्य समूह भाजपा कार्यालय के करीब जमा हुआ, लेकिन वहां पहले से ही तैनात सेना के जवानों ने किसी भी तरह का नुकसान होने से पहले ही भीड़ को तितर-बितर कर दिया. इंफाल में पोरामपेट के करीब भाजपा (महिला विंग) की अध्यक्ष शारदा देवी के घर पर भी भीड़ ने आधी रात में हमला किया और तोड़फोड़ की कोशिश की. भाजपा ने युवाओं की इस भीड़ को तितर-बितर कर स्थिति को संभाल लिया. 

राजधानी इंफाल के बीचोबीच कब्जा ली हैं कई रोड

इंफाल शहर के बीचोबीच भीड़ ने कई जगह रोड ब्लॉक करने के बाद अपने कब्जे में ले ली हैं और कई संपत्तियों में आग लगा दी गई है. रॉयल पैलेस के करीब एक रिटायर आदिवासी IAS अफसर के वेयरहाउस को भी भीड़ ने आग लगाकर पूरी तरह जला दिया.

क्यों भाजपा विरोधी साजिश लग रही अब हिंसा

मणिपुर में डेढ़ महीने से चल रही हिंसा में कई बार भाजपा नेताओं के घरों पर हमले हो चुके हैं और बम फेंके गए हैं. इनमें केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह का आवास भी शामिल है, जिस पर गुरुवार रात में करीब 1200 लोगों की भीड़ ने हमला किया था और आग लगाकर सबकुछ जला दिया था. शुक्रवार को हिंसा के नए दौर से पहले तक मणिपुर में इन जनप्रतिनिधियों के घरों पर हमला हो चुका है.

  • 5 मई को भाजपा के कुकी विधायक वुंगजेन वाल्टे पर हमला कर उनका सिर बुरी तरह फोड़ दिया गया.
  • 23 मई को पीडब्ल्यूडी मंत्री कोंथोउजाम गोविंदास के घर में घुसकर बुरी तरह तोड़फोड़ की गई.
  • 28 मई को कांग्रेस विधायक रंजीत सिंह के सेरो गांव स्थित घर में घुसकर तोड़फोड़ कर आग लगाई गई.
  • 9 जून को भाजपा विधायक सोराईसाम केबी देवी के घर पर देशी IED बम से हमला किया गया.
  • 15 जून की रात में केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह के इंफाल स्थित आवास पर हमला कर आग लगाई गई.

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Manipur Violence mobs attempts torching bjp leaders house several injured in clash with security forces
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मणिपुर में पूरी रात चली हिंसा, भाजपा नेताओं के घरों पर हमले, क्या भगवा दल के विर
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Manipur Violence में लगातार भाजपा नेताओं के घरों पर हमला हो रहा है.
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Manipur Violence में लगातार भाजपा नेताओं के घरों पर हमला हो रहा है.

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मणिपुर में पूरी रात चली हिंसा, भाजपा नेताओं के घरों पर हमले, क्या भगवा दल के विरोध में बदल गए हैं जातीय दंगे?