डीएनए हिंदी: Maharashtra News- महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और भाजपा के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने अचानक मुलाकात की है. फडणवीस ने मुख्यमंत्री से गुरुवार देर रात मुलाकात मुंबई में उनके आधिकारिक आवास वर्षा पर की है, जिसका एजेंडा जल्द होने वाला महाराष्ट्र कैबिनेट विस्तार बताया गया है. हालांकि इस मुलाकात के बाद उन अफवाहों को फिर से चर्चा मिली है कि अजित पवार (Ajit Pawar) के राष्ट्रवादी कांग्रेस (NCP) तोड़कर राज्य सरकार में शामिल होने से शिवसेना (शिंदे) खुश नहीं है. शिवसेना (शिंदे) के भाजपा के साथ भी इस मुद्दे पर तनाव की खबरें सामने आ रही हैं, जिन्हें दोनों ही पक्ष गलत बता चुके हैं. इसके बावजूद चर्चा नहीं थम रही है.
आइए 5 पॉइंट्स में जानते हैं कि इस मीटिंग में क्या हुआ है और शिवसेना (शिंदे), भाजपा व NCP (अजित) के बीच ताजा घटनाक्रम क्या चल रहा है.
1. कैबिनेट में पॉवर शेयरिंग फॉर्मूले पर हुई चर्चा
ANI की खबर के मुताबिक, फडणवीस और शिंदे के बीच बैठक के दौरान कैबिनेट विस्तार को लेकर चर्चा हुई है, जिसके नहीं होने से विधायकों के बीच असंतोष की खबरें सामने आ रही हैं. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने अजित पवार गुट के भी सरकार में आ जाने के बाद पॉवर शेयरिंग फॉर्मूले पर चर्चा की है ताकि सभी पक्षों को समान तरीके से संतुष्ट किया जा सके.
2. सीएम शिंदे के इस्तीफे की खबरों के बीच हुई मीटिंग
फडणवीस के साथ शिंदे की मीटिंग विपक्षी दलों के उन दावों के बीच हुई है, जिनमें भाजपा की तरफ से एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की बात कही गई है. विपक्षी दल दावा कर रहे हैं कि अजित पवार के विधायकों का समर्थन मिलने पर शिवसेना विधायकों के नाराज होने के कारण शिंदे इस्तीफा देने जा रहे हैं.
3. शिंदे ने किया है किसी भी तरह की फूट का खंडन
हालांकि शिंदे ने खुद ही इनका खंडन कर दिया है. उन्होंने कहा है कि हमारी सरकार तीन दलों की है. हमारे विधायकों की संख्या अब 200 से ज्यादा है. कोई नेता नाखुश नहीं है और सभी को हम पर विश्वास है. हमें पीएम मोदी का सपोर्ट है. हम इस्तीफा देते नहीं हैं बल्कि इस्तीफा लेते हैं.
4. शिंदे ने भी की है अपने विधायकों के साथ बैठक
शिवसेना (शिंदे) में नाराजगी की खबरों के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने भी गुरुवार को मुंबई में अपने विधायकों के साथ बैठक की है. मुख्यमंत्री आवास में हुई बैठक के बाद शिंदे ने कहा कि हर कोई अपने पद और प्रोफाइल को लेकर खुश है. जो इस बात पर अफवाह उड़ा रहे हैं, उन्हें (शरद पवार की NCP को) अपनी पार्टी में क्या चल रहा है, इसकी जांच करनी चाहिए. खुद का घर टूट गया है.
5. भाजपा भी खारिज कर चुकी है मुख्यमंत्री बदले जाने की खबर
मुख्यमंत्री को बदले जाने की खबरों को भाजपा भी अफवाह बता चुकी है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि विपक्षी दल अफवाह उड़ाकर कंफ्यूजन की स्थिति बनाना चाहते हैं. शिंदे ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे. देवेंद्र फडणवीस ने भी कहा कि एकनाथ शिंदे हमारे मुख्यमंत्री बने रहेंगे. उन्होंने राज्य के लिए बढ़िया काम किया है. विपक्षी दल कंफ्यूजन पैदा कर रहे हैं.
पांचवी बार डिप्टी सीएम बने हैं अजित पवार, सीएम पर पड़े हैं भारी
महाराष्ट्र सरकार को लेकर उड़ रही अफवाहों के बीच इस संयोग की चर्चा भी जोरों पर है कि अजित पवार के डिप्टी सीएम बनते ही सरकार गिर जाती है. अजित पवार 5वीं बार डिप्टी सीएम बने हैं. अजित पवार सबसे पहले 10 नवंबर, 2010 को डिप्टी सीएम बने थे, तब मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण थे. अजित पवार 4 साल तक मुख्यमंत्री बने रहे, लेकिन चुनाव के बाद चव्हाण सीएम नहीं रहे. इसके बाद चव्हाण कभी कांग्रेस संगठन में भी पॉवर में नहीं रहे. साल 2019 में देवेंद्र फडणवीस ने अजित को डिप्टी सीएम बनाया, लेकिन सरकार 80 घंटे में गिर गई. अब फडणवीस मुख्यमंत्री की बजाय उप मुख्यमंत्री हैं. दिसंबर 2019 में अजित को उद्धव ठाकरे की महा विकास आघाडी सरकार में डिप्टी सीएम पद मिला, लेकिन महज 2 साल के अंदर यह सरकार भी गिर गई और अब उद्धव भी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार से पहले रात में मिले फडणवीस-शिंदे, क्या अब भी चल रही खींचतान?, पढ़ें 5 पॉइंट्स