महाराष्ट्र को देवेंद्र फडणवीस के रूप में अपना अगला मुख्यमंत्री मिल गया है. एक ऐसे वक़्त में जब महाराष्ट्र में सियासत का पारा चढ़ा हो. और मुख्यमंत्री से ज्यादा उप मुख्यमंत्री के पद ने चर्चओं का बाजार गर्म किया हो, यह तीसरी बार होगा जब मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस शपथ ले रहे हैं. चूंकि फडणवीस ट्रेंड में है और दौर सोशल मीडिया का है. तो ऐसी तमाम चीजें एक के बाद एक वायरल की जा रही हैं जो फडणवीस या ये कहें कि उनकी शख्सियत से जुड़ी हुई है.
इसी क्रम में एक तस्वीर भी इंटरनेट पर तैर रही है. तस्वीर फडणवीस के बचपन की है जिसमें वो पूर्व प्रधानमंत्री और भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी के साथ दिखाई पड़ रहे हैं.
ध्यान रहे तीसरी बार मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करने से पहले फडणवीस के संदर्भ में ये तस्वीर इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि कहीं न कहीं इस तस्वीर से ये साबित होता है कि, फडणवीस का भाजपा से लगाव कोई हाल फ़िलहाल का नहीं है. बल्कि अपने बचपन से ही वो इस पार्टी के लिए पूर्णतः समर्पित थे.
जिक्र चूंकि देवेंद्र फडणवीस और अटल बिहारी की इस वायरल तस्वीर का हुआ है. तो यह बता देना बहुत जरूरी हो जाता है कि देवेंद्र फडणवीस और अटल बिहारी वाजपेयी के बीच बहुत पुराना रिश्ता था. बताया जाता है कि फडणवीस के पिता गंगाधरराव फडणवीस का अटल बिहारी वाजयेपी के साथ उठना-बैठना था.
A young Devendra Fadnavis with Atal Bihari Vajpayee Ji 🙏 https://t.co/WRTo8TXBRj pic.twitter.com/c3ckNhp2rG
— Pallavi Kamat (@Pallavisms) December 4, 2024
माना जाता है कि ये भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार प्रमोद महाजन ही वो शख्स थे जिन्होंने सबसे पहले देवेंद्र फडणवीस और अटल बिहारी वाजपेयी की मुलाकात करवाई. कहा जाता है कि एक कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाजपेयी नागपुर आए थे और वहीं प्रमोद महाजन ने उनकी भेंट फडणवीस से करवाई.
तब फडणवीस अटल बिहारी वाजपेयी का ऑटोग्राफ लेना चाह रहे थे. और अटल बिहारी वाजपेयी ने भी पूरी जिंदादिली के साथ फडणवीस से भेंट की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं. ज्ञात हो कि पूर्व में ऐसे तमाम मौके आए हैं जब फडणवीस अटल बिहारी वाजपेयी को मेन स्ट्रीम पॉलिटिक्स में अपना आइडल बता चुके हैं.
जैसा कि हम ऊपर ही इस बात को जाहिर कर चुके हैं कि भाजपा के प्रति सॉफ्ट कार्नर रखने वाले लोगों द्वारा फडणवीस से जुड़ी तमाम चीजों को वायरल किया जा रहा है. तो इसी क्रम में उनका वो बयान एक बार फिर सुर्खियों में है. जिसमें उन्होंने अपने को समंदर से जोड़ा था और कहा था कि मैं लौटकर आऊंगा.
मेरा पानी उतरता देख
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) December 1, 2019
मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना
मैं समंदर हूँ
लौटकर वापस आऊँगा ! #Maharashtra #MaharashtraAssembly pic.twitter.com/erM8LJeQKi
गौरतलब है कि साल 2019 में जब अजित पवार के साथ गठबंधन कर सत्ता में उसने का दांव उल्टा पड़ गया था, तब देवेंद्र फडणवीस ने इन जुमलों का इस्तेमाल किया था कि, मेरा पानी उतरता देखकर किनारे घर मत बनाना, मैं समंदर हूं लौटकर आऊंगा. मैं अभिमन्यु हूं, मुझे चक्रव्यूह तोड़ना आता है.
बहरहाल, बात फडणवीस और उनके भाजपा प्रेम की चल रही है तो यहां ये बता देना बहुत जरूरी हो जाता है कि अपने बचपन से ही फडणवीस संघ के प्रति समर्पित थे और अक्सर ही अपने पिता के साथ शाखा जाते थे.
खैर अब जबकि देवेंद्र फडणवीस तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं देखना दिलचस्प रहेगा कि महाराष्ट्र के लिहाज से उनका काम करने का तरीका और नीतियां क्या रहती हैं. साथ ही ये देखना भी मजेदार रहेगा कि अपने इस कार्यकाल में वो किस तरह पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से तालमेल बिठाते हैं.
जाते जाते हमारे लिए ये बता देना भी जरूरी हो जाता है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही महाराष्ट्र में भयंकर गतिरोध था और शिंदे नाराज चल रहे थे. अब जबकि शपथ ग्रहण हो गया है तो ये देखना भी खासा दिलचस्प रहेगा कि सबको साथ लेकर महाराष्ट्र में सत्ता की गाड़ी कैसे और किस रफ्तरा में चलती है.
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अटल संग फडणवीस के बचपन की फोटो बटोर रही है सुर्खियां, तस्वीर के पीछे की कहानी दिलचस्प है!