क्या फिलिस्तीन में इजरायली एक्शन ख़त्म हो गया है? क्या गाजा पट्टी में जन जीवन वापस पटरी पर लौट रहा है? फिलिस्तीन और वहां भी गाजा के संदर्भ में सवाल कई हैं. वो तमाम लोग, जो ये मानते हैं कि, अब जबकि इजरायल हमास युद्ध को ठीक ठाक वक़्त गुजर चुका है. हालात ठीक होंगे. उन्हें जल्दबाजी न करते हुए फिर एक बार गाजा पट्टी का रुख करना चाहिए. जहां स्वास्थ्य अधिकारियों ने फिर ऐसा कुछ बता दिया है जो रौंगटे खड़े करने वाला है.
अधिकारियों के अनुसार, बीते दिन गाजा के विभिन्न हिस्सों में इजरायली हमलों में कम से कम 54 फिलिस्तीनी मारे गए, जिनमें दो स्कूल भी शामिल हैं. बताया जा रहा है कि दक्षिणी शहर खान यूनिस में हवाई हमले में एक स्कूल को निशाना बनाया गया, जिसमें कई बच्चों सहित कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई, यह जानकारी नासिर अस्पताल ने दी, जहां शवों को ले जाया गया.
फ़िलहाल इजरायली सेना की ओर से तत्काल कोई बयान नहीं आया. हमले की कई सत्यापित फुटेज भी वायरल हुई हैं. जिनपर यदि नजर डालें तो फुटेज में हमले के स्थान पर कई एम्बुलेंस के साथ-साथ एक इमारत की छत पर आग लगी हुई दिखाई दे रही है.
उत्तर में, बेत हनून शहर में खलील अवेदा स्कूल पर हवाई हमला हुआ.इस हमले पर जो जानकारी कमल अदवान अस्पताल की ओर से मिली उसके अनुसार इस हमले में कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है.
एसोसिएटेड प्रेस ने अस्पताल के हवाले से बताया कि मृतकों में दो माता-पिता और उनकी बेटी तथा एक पिता और उसका बेटा शामिल हैं. अल अहली बैपटिस्ट अस्पताल के अनुसार, गाजा शहर में, विस्थापित लोगों को आश्रय देने वाले घरों पर हुए तीन हवाई हमलों में छह महिलाओं और पांच बच्चों सहित कम से कम 17 लोग मारे गए हैं.
इजरायली सेना ने एक बयान में कहा कि उसने गाजा शहर में एक 'आतंकवादी सेल' और बेत हनौन क्षेत्र में एक 'टेररिस्ट मीटिंग पॉइंट' पर हमला किया, जिसमें दर्जनों आतंकवादी मारे गए और अन्य को पकड़ लिया गया.
गौरतलब है कि मध्य गाजा में हुए एक हवाई हमले में अल जज़ीरा के पत्रकार अहमद अल लौह की मौत हो गई. चिकित्सकों और पत्रकारों ने कहा कि नुसेरात बाज़ार क्षेत्र में एक नागरिक आपातकालीन केंद्र पर हुए इसी हमले में पांच अन्य लोग भी मारे गए हैं.
इज़रायली सेना ने बिना कोई सबूत दिए दावा किया कि अल लोह आतंकवादी समूह इस्लामिक जिहाद का सदस्य था. हमास द्वारा संचालित स्थानीय अधिकारियों ने कहा है कि गाजा में हमास के खिलाफ़ इज़रायल के 14 महीने के युद्ध में लगभग 45,000 लोग मारे गए हैं.
इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किए गए हमले के बाद घेरे हुए फ़िलिस्तीनी क्षेत्र पर सैन्य अभियान शुरू किया था, जिसमें दक्षिणी इज़रायल में 1,200 लोगों की हत्या की गई थी और 250 से ज़्यादा लोगों को बंधक बनाया गया था.
उपरोक्त बातों को जानकार इतना तो साफ हो गया है कि इजरायल ने अपना एक्शन अभी ख़त्म नहीं किया है. देखना दिलचस्प रहेगा कि ये खूनी खेल जो इजरायल की तरफ से खेला जा रहा है आखिर उसपर फुल स्टॉप कब लगेगा.
बाकी हम फिर इस बात को दोहरा रहे हैं कि ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि गाजा पट्टी में शांति है. हर बीतते दिन के साथ वहां इजरायल की तरफ से हमले किये जा रहे हैं और बताया यही जा रहा है कि उन हमलों का उद्देश्य इलाके को आतंकवाद और आतंकियों से मुक्त करना है.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
वक्त आ गया है जब Gaza में 54 लोगों को हवाई हमले में मारने वाले Israel को कुछ नए तर्क लाने चाहिए!