वरुण चक्रवर्ती की बदौलत भारत ने रविवार को दुबई की धरती पर वो कर दिखाया जिसकी कल्पना शायद ही किसी ने की हो. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के ग्रुप ए क्लैश में न्यूजीलैंड पर नकेल कसने के लिए स्पिन का उपयोग करके भारत ने टी 20 विश्व कप 2021 का बोझ अपने कंधों से उतार फेंका. जिस तरह का गेम भारत बनाम न्यूजीलैंड के मैच में देखने को मिला, कह सकते हैं कि यह विपरीत शैलियों की लड़ाई थी, लेकिन भारत के चार सदस्यीय स्पिन आक्रमण ने दुबई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की सुस्त पिच पर न्यूजीलैंड को जिस अंदाज में धूल चटाई मुकाबला इतिहास में दर्ज हो चुका है.
भारत ने कुल 249 रन बनाए, जिसमें से 124 रन न्यूजीलैंड के स्पिनरों के खिलाफ 25 ओवर में सिर्फ दो विकेट खोकर आए. इसके बाद उन्होंने अपने स्पिन आक्रमण की सनसनीखेज पकड़ की बदौलत सफलतापूर्वक बराबर स्कोर का बचाव किया.
आखिरी समय में चैंपियंस ट्रॉफी की टीम में शामिल किए गए और भारत के तीसरे ग्रुप ए गेम के लिए प्लेयिंग XI में जगह पाने वाले वरुण चक्रवर्ती ने अपनी स्पिन से वो करिश्मा दिखाया जिसके आगे ब्लैककैप्स पूर्णतः बेबस और लाचार नजर आए.
वरुण ने न केवल एक यादगार पारी खेली. बल्कि जिस तरह उन्होंने ओडीआई में पांच विकेट अपने नाम किये, वो यह बताने के लिए काफी है कि उन्होंने टीम का साथ तब दिया, जब इस तरह की गेंदबाजी की ज़रुरत टीम को थी.
चूंकि भारत बनाम न्यूजीलैंड का मैच एक तारीखी मैच रहा, इसलिए हमारे द्वारा भी यह जरूरी हो जाता है कि हम इस पूरे मैच का अवलोकन करें और उन पलों पर बात करें जो यदि न बनते तो भारत की ये जीत शायद कभी न बनती.
जिक्र अगर बैटिंग का हो. तो बल्लेबाजी में श्रेयस अय्यर ने तब मोर्चा संभाला जब न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों के सामने टीम इंडिया के तीन बड़े बल्लेबाज रोहित शर्मा, शुभमन गिल और विराट कोहली तूफानी पारी खेलने में विफल हो गए. अय्यर ने दबाव का सामना किया और 79 रन बनाए, जिससे भारत 30 रन पर 3 विकेट गंवाने के बाद वापसी कर सका और ऐसा स्कोर बनाया, जिसने पूरे गेम को ही पलट दिया.
न्यूजीलैंड, जिसे स्पिनर्स को दिन में तारे दिखाने के लिए जाना जाता है, उसके बल्लेबाज वरुण चक्रवर्ती की स्टाइल और विविधता को समझने में सक्षम नहीं थे, जिसका नतीजा यह निकला कि वरुण ने 42 रन देकर 5 विकेट चटकाए. न्यूजीलैंड की टीम 44.3 ओवर में 205 रन पर ढेर हो गई, जिसमें 155 डॉट बॉल का सामना करना पड़ा. कुलदीप यादव ने दो विकेट लिए, जबकि अक्षर पटेल और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लेकर कीवी बल्लेबाजों के रन फ्लो को रोका.
जीत के साथ, भारत ग्रुप ए अंक तालिका में शीर्ष पर रहा. जो अब दुबई में पहले सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगा. वहीं ग्रुप बी में शीर्ष पर रहने वाली दक्षिण अफ्रीका बुधवार को कराची में दूसरे सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी.
क्रिकेट में करियर बनाने से पहले आर्किटेक्ट रहे वरुण चक्रवर्ती टी20 विश्व कप 2021 के दौरान तीन मैचों में विकेट नहीं ले पाए, जिसके बाद उन्होंने तीन साल मैदान से बाहर बिताए. हालांकि, 2024 में सीनियर राष्ट्रीय टीम में वापसी के बाद से वे अजेय रहे हैं.
2024 में शुरू हुए टी20ई क्रिकेट में अपने दूसरे कार्यकाल में 12 मैचों में 31 विकेट लेने के बाद, वरुण को भारत की चैंपियंस ट्रॉफी टीम में शामिल किया गया. उनके मुख्य कोच गौतम गंभीर, जिन्होंने 2024 में कोलकाता नाइट राइडर्स में उनकी प्रतिभा को पहली बार देखा था, ने प्रमुख टूर्नामेंट के लिए उनके अप्रत्याशित चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
और अब जबकि वरुण ने इतिहास रच दिया है कहना गलत नहीं है कि गंभीर का चयन बड़े मंच पर एक मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ है. वरुण ने फरवरी मेंइंग्लैंड के खिलाफ एक सीरीज में अपना वनडे डेब्यू किया, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी में बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ भारत के ग्रुप ए मैचों के लिए बेंच पर रहे. माना जाता है कि भारत वरुण को सबसे मजबूत प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए बचाकर रख रहा था.
रविवार वो दिन बना जब वरुण को मौका मिला और फिर उन्होंने जो किया वो किसी आम क्रिकेट प्रेमी की सोच और कल्पना से परे था.
भारतीय स्पिनरों का कैसे न्यूजीलैंड ने किया सामना
स्लो पिच पर 250 रनों का पीछा करते हुए, न्यूजीलैंड को एक मजबूत शुरुआत की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने हार्दिक पांड्या की बदौलत सिर्फ 6 रन पर शानदार फॉर्म में चल रहे रचिन रवींद्र को खो दिया। विल यंग वरुण चक्रवर्ती के पांच शिकारों में से पहले थे.
अपने भरोसेमंद स्ट्रोकप्ले के लिए मशहूर सलामी बल्लेबाज, वरुण की विविधताओं को समझने में संघर्ष करते रहे जिसका नतीजा यह निकला कि उन्होंने भी अपना विकेट गंवा दिया.
इसके बाद जैसे जैसे मैच आगे बढ़ा, कई ऐसे मौके आए जब लगा कि मुश्किल ही है भारत मैच जीते. लेकिन चूंकि वरुण अपने बेहतरीन फॉर्म में चल रहे थे उन्होंने ग्लेन फिलिप्स और माइकल ब्रेसवेल को जल्द ही पवेलियन भेज दिया जिससे न्यूजीलैंड की कमर टूट गई.
बहरहाल भारत द्वारा दुबई की धरती पर न्यूजीलैंड को धूल चटाने के बाद तमाम लोग इस बात को भी दोहरा रहे हैं कि जिस तरह का मैच हुआ, शुरुआत में उसे देखते हुए यही लगा कि भारत शायद ही जीत पाए.
मैच में वरुण का प्रदर्शन भी सुर्खियों में है इसलिए हमारे लिए भी यह बता देना बहुत जरूरी हो जाता है कि न्यूजीलैंड के साथ हुए मैच में कुछ भी तुक्के से नहीं हुआ है. (ध्यान रहे सोशल मीडिया पर एक बड़ी आबादी इसे तुक्का बता रही है)
वरुण ने बहुत सधी हुई बॉलिंग की है और जैसे वैरिएशंस उनकी बॉलिंग में दिखे, वो स्वतः इसकी तस्दीक कर देते हैं कि उनको जो मौका मिला न केवल उन्होंने उसका फायदा उठाया बल्कि उन्होंने भविष्य के लिए टीम में अपनी जगह पक्की भी कर ली है.
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