पूरी दुनिया की निगाहें गाज़ा पट्टी पर हैं. हर कोई ये जानने को बेक़रार है कि इजरायल हमास युद्ध कब खत्म होगा? कब वो दिन आएगा, जब बदले के नाम पर इजरायल की तरफ से खेला जा रहा खूनी खेल रुकेगा? गाज़ा में सीजफायर होगा या नहीं इस पर अमेरिका और वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जोइ बाइडेन ने काफी कुछ स्पष्ट कर दिया है. इजराइल और हमास के बीच युद्ध विराम समझौते के मसौदे के अनुसार 33 बंधकों को रिहा किया जाएगा और गाजा के कुछ हिस्सों से आईडीएफ बलों की चरणबद्ध वापसी होगी.
बता दें कि अभी बीते दिन ही राष्ट्रपति बाइडेन ने इस बात को स्वीकार किया था कि, इजरायल और हमास के बीच जारी लड़ाई को रोकने के लिए समझौता 'बहुत करीब' है और कतर में दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता फिर से शुरू हुई.
इस समझौते के तहत पहले चरण में कई चीजें होंगी, जबकि दूसरे चरण के लिए वार्ता युद्ध विराम के तीसरे सप्ताह में शुरू होगी. यदि ऐसा होता है तो इससे गाजा में मानवीय सहायता में वृद्धि उस समय होगी जब एक साल से अधिक समय से गाजा युद्ध से तबाह हो चुका है.
मसौदा प्रस्ताव में क्या शामिल है, इसका विवरण सामने आ गया है और दिलचस्प ये कि इसकी रिपोर्ट इजरायल और फिलिस्तीनी अधिकारियों ने खुद दुनिया के सामने जारी की है.
बंधकों को किया जाएगा वापस
माना जा रहा है कि संभावित युद्ध विराम के पहले चरण में 33 बंधकों को रिहा किया जाएगा. इनमें महिलाएं (महिला सैनिकों सहित), बच्चे, 50 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष, घायल और बीमार शामिल हैं. इजरायल का मानना है कि इनमें से अधिकांश बंधक जीवित हैं, लेकिन हैरान करने वाली बात ये है कि हमास की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
कहा ये भी जा रहा है कि बंधकों की रिहाई के बदले में इजरायल 1,000 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों और बंदियों को रिहा करेगा. वहीं अब जबकि स्थिति बहुत हद तक साफ़ हो गई है कहा ये भी जा रहा है कि घातक हमलों के लिए लंबी सजा काट रहे लोगों को इसमें शामिल किया जाएगा.
क्या इस रिहाई में वो लोग भी शामिल होंगे जो 7 अक्टूबर के हमले में शामिल थे? इस सवाल के जवाब को लेकर भी इजरायल की तरफ से बहुत कुछ जाहिर कर दिया गया है. बताया गया है कि 7 अक्टूबर के हमले में भाग लेने वाले हमास लड़ाकों को रिहा नहीं किया जाएगा.
एक इज़रायली अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर वेस्टर्न मीडिया से बात की है और बताया है कि इस समझौते में फिलिस्तीनी 'आतंकवादियों' को पश्चिमी तट पर वापस जाने से रोकने की व्यवस्था भी शामिल की जाएगी.
गाजा में चरणबद्ध तरीके से होगी इजरायल की वापसी
समझौते में गाजा से इजरायली सेना की चरणबद्ध वापसी भी शामिल है, जिसमें इजरायली सीमावर्ती कस्बों और गांवों की रक्षा के लिए आईडीएफ सैनिक सीमा परिधि में रहेंगे. सुरक्षा व्यवस्था फिलाडेल्फी कॉरिडोर (भूमि की एक संकरी पट्टी जो मिस्र और गाजा के बीच सीमा पर चलती है) पर लागू की जाएगी.
कहा जा रहा है कि समझौते के पहले कुछ दिनों के बाद इजरायल इसके कुछ हिस्सों से हट जाएगा. वहीं बताया ये भी गया है कि मिस्र और गाजा के बीच राफा क्रॉसिंग धीरे-धीरे काम करना शुरू कर देगी ताकि बीमार लोगों और अन्य मानवीय मामलों में इलाज के लिए गाजा से बाहर जाने वाले लोगों को पार किया जा सके.
निहत्थे उत्तरी गाजा निवासियों को अपने घरों में लौटने की अनुमति दी जाएगी, साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र शुरू किया जाएगा कि वहां कोई हथियार न ले जाया जाए. समझौतों की इन बातों के बीच इजराइली अधिकारी ने कहा है कि, 'जब तक हमारे सभी बंधक वापस घर नहीं लौट जाते, हम गाजा पट्टी नहीं छोड़ेंगे.'
क्या होगा गाजा का भविष्य?
गाजा के भविष्य के बारे में बहुत कम जानकारी है - इसे कैसे संचालित किया जाएगा, इस समझौते से युद्ध का स्थायी अंत होगा या नहीं, इस बारे में कोई गारंटी नहीं है. भविष्य में गाजा की स्थिति को लेकर इजरायली अधिकारी का तर्क है कि, 'अभी तक केवल यही उत्तर दिया जा सकता है कि हम युद्ध विराम के लिए तैयार हैं.'
'यह एक लंबा युद्ध विराम है और जिस समझौते पर अभी चर्चा हो रही है, वह लंबे समय के लिए है। बंधकों को रिहा करने की बड़ी कीमत चुकानी होगी और हम यह कीमत चुकाने के लिए तैयार हैं.'
अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने कहा है कि गाजा को फिलिस्तीनियों द्वारा चलाया जाना चाहिए, लेकिन इस बारे में आम सहमति नहीं बन पाई है कि यह कैसे किया जाना चाहिए. और रोचक ये कि युद्ध विराम समझौते का मसौदा भी इस पर ध्यान नहीं देता है.
अतीत में, इजरायल ने बहुत ही स्पष्ट लहजे में इस बात का जिक्र किया था कि वह हमास को सत्ता में छोड़कर युद्ध समाप्त नहीं करेगा. साथ ही इजरायल ने पहले भी पश्चिमी तट पर सीमित शासन शक्तियों का प्रयोग करने वाले फिलिस्तीनी प्राधिकरण द्वारा गाजा के प्रशासन को अपने नियंत्रण में लेने की संभावना को खारिज कर दिया था.
ज्ञात हो कि गाजा में अपने सैन्य अभियान की शुरुआत के बाद से, इजरायल ने यह भी कहा है कि वह लड़ाई समाप्त होने के बाद भी क्षेत्र पर सुरक्षा नियंत्रण बनाए रखेगा.
बहरहाल सीजयफर पर इजरायल और हमास की सहमति बनती है या नहीं इसका फैसला समय करेगा लेकिन जैसी तेजी इस पूरे मामले को देखकर क़तर में दिख रही है इतना तो साफ़ हो गया है कि जल्द ही वो दिन आएगा जब गाजा से इजरायल अपनी फ़ौज वापस बुला लेगा.
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क्या कहता है इजरायल-हमास के बीच युद्ध विराम का मसौदा, आखिर कितने बंधक होंगे रिहा?