DNA TV Show: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने वर्ष 2027 तक भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की गारंटी दी है. पीएम की गारंटी 2027 में पूरी होगी, लेकिन उससे पहले ही 140 करोड़ भारतीयों के लिए Good news आई है. केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष 2023-24 की तीसरी तिमाही यानि अक्टूबर से दिसंबर में GDP के आंकड़े जारी किए हैं, जो इस बात की गवाही दे रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था तूफानी तेजी से आगे बढ़ रही है यानी भारत की टक्कर में कोई नहीं है. आर्थिक विकास दर के लिए जो अंदाजा लगाया गया था. आंकड़ा उससे भी कहीं बेहतर है. जो देश के आगे बढ़ने की रफ्तार की तरफ इशारा कर रहा है. आर्थिक विकास दर का 8.4% तक पहुंचना, इसके क्या मायने है? इसके मायने है कि ये ग्रोथ रेट पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है यानी भारत की तरक्की की रफ्तार के आगे सब देश पीछे छूट गए हैं.
- चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 8.4% रही है.
- अनुमान 6.5 फीसदी रहने का था, लेकिन 8.4 फीसदी का ये आंकड़ा इससे कहीं ज्यादा है.
- इससे पिछली तिमाही में भी भारतीय अर्थव्यवस्ता की GDP ग्रोथ 7.6 प्रतिशत रही थी.
- पिछले वित्त वर्ष के दौरान तीसरी तिमाही में GDP ग्रोथ महज 4.3 प्रतिशत रही थी.
मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाने वालों को झटका
ये GDP ग्रोथ उन लोगों के लिए SHOCKING है, जो मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हैं. जो ये कहते हैं कि देश में रोजगार नहीं मिल रहा है. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष यानि IMF ने वित्त वर्ष 2024 के लिए जो अनुमान लगाया है, उसमें भी भारत बड़ी-बड़ी महाशक्तियों पर भारी पड़ता दिखा रहा है.
- IMF ने वर्ष 2024 में भारत के लिए 6.5 प्रतिशत GDP ग्रोथ का अनुमान लगाया है।
- IMF का अनुमान है कि वर्ष 2024 में चीन की GDP ग्रोथ महज 4.6 रह सकती है.
- अमेरिका के लिए यह दर महज 2.1% और जापान की GDP ग्रोथ 0.9% रहेगी.
- फ्रांस की GDP ग्रोथ 1%, ब्रिटेन की 0.6% और जर्मनी की GDP ग्रोथ 0.5% रह सकती है.
भारत में ऐसी है विकास की रफ्तार
भारत आपको सबसे ऊपर नजर आएगा. वर्ल्ड बैंक से लेकर अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष भी मान रहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था की रफ्तार इस वक्त दुनिया में सबसे तेज़ है. जो भारत की बढ़ती शक्ति, भारत की तरक्की, भारत में विकास की रफ्तार को दिखा रहा है.
- वर्ष 2011 में भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था.
- वर्ष 2014 में भारत 9वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था.
- आज यानि वर्ष 2024 में भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है.
- वर्ष 2027 तक भारत के दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का अनुमान है.
- Global broking firm CLSA का अनुमान है कि वर्ष 2047 तक भारत दुनिया की नंबर-1 अर्थव्यवस्था बन जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की बात कई बार कह चुके हैं. आज पीएम मोदी ने एक बार फिर बढ़ते भारत का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि देश की आर्थिक विकास दर 8.4 प्रतिशत होना, कितनी बड़ी उपलब्धि है.
दुनिया में आर्थिक संकट के बीच भारत बना Bright Spot
दुनिया के कई देशों में इस वक्त आर्थिक संकट है. लोगों की नौकरी जा रही है. कई देशों की अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी हुई है. ऐसे समय में भी भारत की GDP ग्रोथ शानदार है. भारत अब global economy में एक bright spot के तौर पर देखा जा रहा है. भारत को लेकर दुनिया की तमाम बड़ी आर्थिक ताकतें भी काफी उत्साहित है. यही वजह है कि चाहे अमेरिका हो या फिर Japan, Germany, Britain, France, Italy से लेकर सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात जैसे अरब देश तक, सभी देश भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाना चाहते है. भारत क्यों सबकी पसंद बन रहा है उसकी वजह भी आपको बताते हैं. भारत की इस रफ्तार की सबसे बड़ी वजह सरकार के फैसले और भारत में टैलेंट और वर्कफोर्स की कोई कमी ना होना है.
- भारत सरकार का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2023-24 में GDP ग्रोथ 7.3 प्रतिशत रह सकती है.
- State Bank of India की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में GDP ग्रोथ 8 प्रतिशत रहने का अनुमान है
- Moody's ने भारत के लिए वित्त वर्ष 2023-24 में GDP ग्रोथ 6.1 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है
- S&P Global Market Intelligence का अनुमान है कि भारत की GDP ग्रोथ 6.9 रहेगी.
World Bank क्या कह रहा है?
दुनिया में युद्ध और महंगाई के चलते मंदी का माहौल है. लेकिन इस माहौल में भी दुनिया की तमाम एजेंसियां भारत पर विश्वास जता रही हैं. World Bank के मुताबिक, 1974 से 2023 के बीच भारत की आबादी सालाना औसतन 2% बढ़ी है. अर्थव्यवस्था की औसत गति 6% रही यानी पिछले 50 वर्ष में आबादी के मुकाबले हमारी इकोनॉमी तीन गुना तेजी से बढ़ी है.
क्या भारत आर्थिक मंदी का Shock Absorber है?
आपने भी ध्यान दिया होगा कि गाड़ी में Shock Absorber का इस्तेमाल किया जाता है ताकि Ride को Smooth बनाया जा सके. ठीक इसी तरह से जब दुनिया में मंदी आती है तो कोई देश Shock Absorber के तौर पर उभरता है और पूरी दुनिया को आर्थिक झटके से बचाकर फिर से पटरी पर लाने में मददगार साबित होता है. पूरी दुनिया में आर्थिक संकट की आशंकाओं के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था एक Shock Absorber की तरह ही लगातार उभर रही है. इसे दुनिया के बड़े-बड़े देश मान भी रहे हैं. भारत का हर सेक्टर में तरक्की करने का सीधा सा मतलब है कि लोगों को इन सेक्टर में रोजगार मिला है. अगर रोजगार नहीं मिलता तो तरक्की की रफ्तार इतनी तेज़ नहीं होती.
इंदिरा का 'हाथी' अब 'चीता' बन चुका है
जब इंदिरा गांधी इस देश की प्रधानमंत्री थी, तब कहा जाता था कि भारत की अर्थव्यवस्था एक हाथी की तरह है, जो शान से तो चल रहा है, लेकिन इसकी रफ्तार धीमी है और हमेशा धीमी ही रहेगी। हमारे देश के नेताओं ने अपने फायदे और सत्ता के लालच के लिए इस देश को कभी भी सफल बनाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं किया बल्कि वो Cut Copy Paste में विश्वास करते रहे. लेकिन अब समय बदल चुका है. आज सरकार अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए सख्त फैसले ले रही है, जिसमें उसे जनता का समर्थन भी मिल रहा है. भारत का टारगेट वर्ष 2027 तक टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होना है, जो बहुत जल्द हकीकत में बदल सकता है.
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DNA TV Show: भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी Economy बनाने की दी PM Modi ने गारंटी, क्या हो पाएगा ऐसा?