डीएनए हिंदी: China New Virus Outbreak Updates- चीन में तेजी से फैलती एक रहस्यमयी निमोनिया की बीमारी ने वर्ष 2020 में आए कोरोना काल की डरावनी यादों को फिर से ताजा कर दिया है. उस दौर की खौफनाक यादें फिर कंपकंपाने लगी हैं, जब कोरोना की वजह से दुनिया में हर दिन हज़ारों लोग मर रहे थे और अस्पताल मरीजों से भरे पड़े थे. अपनों की जान बचाने के लिए लोग दर-दर भटकने को मजबूर थे. आपको याद होगा कि अस्पतालों में मरीजों के लिए Bed कम पड़ गए थे. जिंदगी बचाने के लिए Oxygen और जरूरी Injection के लिए लोग मारे मारे फिरते थे. Oxygen सिलेंडर के लिए लोगों को लंबी-लंबी लाइन में लगना पड़ रहा था. यहां तक कि अंतिम संस्कार के लिए भी श्मशान के बाहर लाशों की कतार लगी रहती थीं, क्योंकि, हर दिन मरने वालों की संख्या बढ़ रही थी. अब चीन में तेजी से फैल रही निमोनिया में कोरोना के उसी दौर की शुरुआती झलक दिखने से पूरी दुनिया खौफजदा हो रही है.
अब भी दुनिया में हो रही हैं कोरोना से मौत
Worldometer के ताजा Data के मुताबिक, मौजूदा वक्त में भी औसतन दुनिया में 100 लोगों की मौत कोरोना की वजह से हो रही है. अब तक कोरोना दुनिया में 69 लाख 42 हज़ार लोगों की मौत की वजह बन चुका है. दुनिया का कोई भी इंसान नहीं चाहता कि फिर से कोरोना काल जैसे हालात बने. लोगों को महामारी से बचने के लिए अपने घरों में कैद होना पड़े. अपनों की जान बचाने के लिए एक से दूसरे अस्पताल भटकना पड़े. दुनिया पर आए इस संकट की वजह चीन को माना गया था. कहा गया था कि Covid 19 virus चीन के वुहान से दुनिया में फैला. वैसे, कोरोना से तो किसी तरह दुनिया का पीछा छूट गया, लेकिन दुनिया की फिक्र एक बार फिर बढ़ी हुई है और इसकी वजह चीन ही बना है.
क्या हैं चीन से उठ रही चिंता का कारण
चीन में इन दिनों बच्चे तेजी से बीमार पड़ रहे हैं. हालात कितने गंभीर हो गए हैं, इसका अंदाजा आपको सामने आ रहे Videos देखकर हो जाएगा. एक Video में बीजिंग के एक अस्पताल में आप देख सकते हैं, कि बीमार बच्चों से किस तरह वार्ड भरा हुआ है. अस्पताल में माता-पिता अपने बच्चों को इलाज के लिए लेकर पहुंच रहे हैं. अस्पताल में Admit होने वाले मरीजों में कई सामान्य लक्षण देखे जा रहे हैं, जिनमें बुखार एक बड़ा और Common लक्षण है. इसके अलावा भी कई लक्षण हैं-
- बच्चों को फेफड़ों में सूजन की शिकायत हो रही है.
- अचानक बच्चों को तेज़ बुखार आ रहा है.
- बच्चों में खांसी की शिकायत भी मिल रही है.
- सांस लेने संबंधी दिक्कतें भी बच्चों को हो रही हैं.
इस तस्वीर से समझिए हालात की गंभीरता
चीन में बच्चों के बीच फैल रही इस बीमारी और उसकी गंभीरता को दर्शाती एक तस्वीर दिखाना चाहते हैं. इस तस्वीर को महामारी विशेषज्ञ Eric feigl ding ने सोशल मीडिया साइट X पर शेयर किया है.
इस तस्वीर में आपको अस्पताल के अंदर कुछ स्कूली बच्चे पढ़ाई करते दिखाई देंगे. कई बच्चों को ड्रिप लगी हुई है और सभी बच्चों ने Mask पहना हुआ है. बच्चों के पास उनके पेरेंट्स और Doctor भी खड़े दिखाई दे रहे हैं. चीन में हालात गंभीर हो गए हैं, क्योंकि-
- अस्पताल में भर्ती होने वाले ज्यादातर स्कूली बच्चे हैं, जिन्हें बुखार और सांस की दिक्कत हो रही है.
- बीते एक महीने में इतने बच्चे बीमार हुए हैं कि ज्यादातर अस्पताल बीमार बच्चों से भर गए हैं.
- बच्चों में फैल रही बीमारी से बीजिंग और लियाओनिंग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं.
- हालात इतने गंभीर हैं कि चीन में कई जगह स्कूलों को बंद कर दिया गया है.
- बीमारी एक से दूरे बच्चे में बहुत तेजी से फैल रही है। जो सबसे बड़ी चिंता की बात है.
चीन में जिस तेजी से बच्चों में बीमारी फैल रही है, उसने लोगों की चिंता बढ़ा दी है. दुनिया भी इसे लेकर फिक्रमंद है, क्योंकि, कोरोना की तरह अगर बच्चों की ये बीमारी दुनिया में फैल गई तो हालात कितने खतरनाक होंगे, इसकी कल्पना तक करना मुश्किल है.
कोरोना की तरह चीन इस बार भी छिपा रहा जानकारी
कोरोना के फैलाव के लिए दुनिया चीन को जिम्मेदार ठहराती है, लेकिन चीन ने कभी इसे स्वीकार नहीं किया. जिस तरह चीन ने समय रहते कोरोना पर दुनिया को सचेत नहीं किया था. ठीक उसी तरह चीन इस बार भी जानकारी छिपा रहा है, लेकिन दुनिया की चिंता बढ़ रही है. फिक्र की बात इसलिए है, कि चीन में बच्चों में फैल रही इस बीमारी की जानकारी ProMed नाम की संस्था ने दी है. ये संस्था इंसान और पशुओं की बीमारी के फैलाव पर नज़र रखती है. इसी ProMed संस्था ने दिसंबर 2019 में Covid 19 virus को लेकर चेतावनी दी थी, जबकि इसके 2 महीने बाद दुनिया को इस Virus के खतरे का एहसास हुआ. अब ProMed ने एक बार फिर दुनिया को Alert किया है, लेकिन चीन चुप्पी साधे हुए है.
WHO ने मांगी है चीन से रहस्यमयी बीमारी को लेकर रिपोर्ट
इस मामले में अब World Health Organization ने चीन से रहस्यमयी बीमारी को लेकर Report मांगी है.
- WHO ने चीन से बीमार मरीजों का Data मांगा है, जिसे अबतक चीन ने सार्वजनिक नहीं किया है.
- WHO ने चीन से पूछा है कि बच्चों में बीमारी कैसे और किन वजह से फैल रही है.
- चीन से पूछा गया है कि बीमारी से निपटने के लिए क्या कदम उठाये गये हैं, क्या बच्चों में बीमारी किसी नए Virus की वजह से तो नहीं हैं.
- WHO ने जानकारी मांगी है कि चीन के कौन-कौन से क्षेत्र इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं.
- इसके अलावा चीन से जानकारी मांगी गई है कि क्या बीमारी की वजह से किसी की मौत हुई है.
दुनिया की फिक्र का कारण ऐसे भी समझिए
दुनिया की फिक्र क्यों बढ़ रही है, अब उसकी बड़ी वजह समझिए. दिसंबर 2019 में ProMed ने कोरोना को लेकर अलर्ट दिया था. इसके कुछ दिन बाद यानी 5 जनवरी 2020 को WHO ने चीन से इस पर Detail Report मांगी थी. इस बार भी ऐसा ही है, ProMed के Alert के बाद WHO ने चीन से जानकारी मांगी है.
क्या चीन मानेगा WHO के ये सुझाव
- चीन में बच्चों में फैल रही बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ सुझाव दिए हैं, जिससे बीमारी के जोखिम को कम किया जा सके.
- WHO ने सुझाव दिया है कि चीन में सभी लोग जरूरी वैक्सीन लगवाएं.
- बीमार लोगों से स्वस्थ लोग फिलहाल दूरी बनाकर रखें.
- WHO का सुझाव है कि बीमार होने पर घर पर ही रहें.
- इसके अलावा लोग अच्छी Quality का मास्क पहनें, क्योंकि नई बीमारी एक से दूसरे शख्स में फैल रही है.
- लोग अपने घरों में Ventilation को बेहतर बनाएं.
- जिस तरह कोरोना से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोने की सलाह दी गई थी, उसी तरह अब भी हाथ धोने के लिए कहा गया है.
कोरोना से चीन भी प्रभावित रहा है, यहां के लोग कोरोना की वजह से अब तक Lockdown झेलते आ रहे हैं. ऐसे में संभव है कि चीन के आम लोग WHO के सुझाव पर अमल करेंगे, लेकिन रहस्यमयी बीमारी को लेकर चीनी आर्मी के मेडिकल सेंटर के Director कहना है कि वर्ष 2023 की शुरूआत से Covid 19 को लेकर जो प्रतिबंध लगाए गए थे, उन्हें हटा दिया गया है, जिसके बाद ये Mycoplasma pneumoniae की पहली लहर है. चीन भले ही शांत है, लेकिन ProMed ने आशंका जताई है कि बच्चों में फैल रही बीमारी महामारी का रूप ले सकती है. अगर ऐसा हुआ तो दुनिया पर बड़ा संकट मंडरा सकता है.
निमोनिया से अलग हैं इस बीमारी के लक्षण
चीन ने बच्चों में फैल रही बीमारी को निमोनिया से मिलता जुलता बताया है. लेकिन जो लक्षण मरीजों में मिल रहे हैं, वो निमोनिया से अलग हैं. बीमारी की चपेट में आने वाले बच्चों के फेफड़ों में सूजन देखी जा रही है. साथ ही तेज बुखार के साथ खांसी, फ्लू और सांस लेने जैसी परेशानी का बच्चों को सामना करना पड़ रहा है. जिस तरह से चीन के अस्पताल मरीजों से भर रहे हैं, और बीमार बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। उसे लेकर WHO सक्रिय हो गया है, क्योंकि बीमारी एक से दूसरे व्यक्ति में फैल रही है. अगर बच्चों में फैल रही बीमारी निमोनिया भी है, तो-
- निमोनिया एक संक्रामक बीमारी है, यानी एक से दूसरे व्यक्ति में फैलती है.
- निमोनिया से पीड़ित के खांसने और छींकने पर नाक-मुंह से Drop निकलती हैं.
- Drop के संपर्क में आने वाला दूसरा व्यक्ति संक्रमित हो जाता है.
- निमोनिया के कई केस में पीड़ित की मौत तक होने का Risk रहता है.
भारत फिलहाल कितनी चिंता करे?
अब सवाल ये कि जिस तरह चीन से निकलकर कोरोना दुनिया में फैल गया था, वैसा ही खतरा दोबारा बन रहा है. इससे भारत में भी संकट गहरा सकता है. फिलहाल चीन से बीमारी को लेकर Detail Report मांगी गई है, जिसके बाद WHO किसी नतीजे पर पहुंचेगा. वैसे भारत के लिए अभी चिंता की बात नहीं है. इसलिए चीन से भारत आने वाले यात्रियों पर रोक भी नहीं लगाई गई है, लेकिन चीन के हालात को देखते हुए दुनिया सावधान जरूर है.
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