डीएनए हिंदी: टीम इंडिया के बल्लेबाज पृथ्वी शॉ लंबे समय से बाहर चल रहे हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अपनी मेंटल सिचुएशन को लेकर बड़ा बयान दिया है. पृथ्वी शॉ ने कहा है कि वह अकेले रहने लगे हैं, जब भी वो बाहर निकलते हैं तो लोग उन्हें परेशान करते हैं और एक मुसीबत खड़ी हो जाती है जिसके चलते उन्होंने घर में ही खुद को कैद कर लिया है. उन्होंने कहा है कि सबसे मुश्किल दौर से गुजरते हुए मानसिक तनावों का सामना कर रहे हैं.
पृथ्वी शॉ ने बताया है कि वह अपने में ही सिमट कर रहना चाहते हैं. वह अपनी कोई बात शेयर करने से बिल्कुल भी नहीं डरती है. पृथ्वी शॉ ने कहा कि उन्होंने कप्तान के रूप में अंडर-19 विश्व कप जीता और टेस्ट शतक के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया लेकिन फिर भी उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह पक्की नहीं मिली, जब उन्हें भारतीय टीम से बाहर किया गया तो उन्हें निराशा हुई लेकिन उन्होंने आगे बढ़ने का फैसला किया.
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टीम में मौका न मिलने पर हुई थी निराशा
क्रिकबज से बात करते हुए पृथ्वी शॉ ने कहा है कि जब मुझे भारतीय टीम से बाहर किया गया, तो मुझे इसका कारण पता नहीं चला. कोई कह रहा था कि फिटनेस वजह हो सकती है लेकिन बेंगलुरु आया और एनसीए में सभी परीक्षण पास कर लिए. इसके बाद रन बनाए और फिर से टी20 टीम में वापसी की लेकिन वेस्टइंडीज में दोबारा मौका नहीं मिला. मैं निराश हूं लेकिन आगे बढ़ना है.
पृथ्वी शॉ ने कहा है कि एक व्यक्ति के रूप में मैं बस अपने आप में रहना पसंद करता हूं. लोग मेरे बारे में बातें कहते हैं. लेकिन जो लोग मुझे जानते हैं, वे ये भी जानते हैं कि मैं कैसा हूं. मेरे दोस्त नहीं हैं, मुझे दोस्त बनाना पसंद नहीं है. मैं बाते शेयर नहीं करता हूं. यह सब सोशल मीडिया पर आ जाता है.
पृथ्वी शॉ ने कहा है कि अगर मैं बाहर जाऊंगा, तो लोग परेशान करेंगे. वे सोशल मीडिया पर कुछ डाल देंगे, इसलिए मैं बाहर निकलना पसंद नहीं करता हूं. इन दिनों, मैंने यहां तक कि लंच और डिनर के लिए भी अकेले जा रहा हूं. अब मुझे अकेले रहना अच्छा लगने लगा है.
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दो साल से नहीं खेला कोई मैच
बता दें कि साल 2018 में पृथ्वी शॉ ने टेस्ट डेब्यू किया था. इसके बावजूद उन्होंने पिछले दो वर्षों में कोई अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. आईपीएल 2023 भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था. जहां वह आठ मैचों में 13.25 के औसत से सिर्फ 106 रन बना सके. शॉ इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट के शेष सत्र के लिए नॉर्थम्पटनशायर के लिए खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और अगस्त में शुरू होने वाले रॉयल लंदन वन-डे कप भी खेलेंगे.
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