डीएनए हिंदी: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 (WTC) के फाइनल में टीम इंडिया की हालत काफी खराब है. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 296 रनों की बढ़त ले ली है. इस बढ़त के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने मैच पर अपनी पकड़ मजबूत बना ली है. हालांकि टीम इंडिया अभी भी गेम से बाहर नहीं हुई है और अगर चौथे दिन का खेल शुरू होने के साथ दबाव बनाने में कामयाब रही तो चैंपियन बनकर घर लौट सकती है. जानें क्या करना होगा रोहित शर्मा ब्रिगेड को और क्या है टीम इंडिया के लिए संभावनाएं.
50 से 70 रनों के बीच चटकाने होंगे 6 विकेट
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023 में तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक ऑस्ट्रेलिया के 4 खिलाड़ी पवेलियन लौट चुक हैं और लीड 296 रनों की है. अगर भारत को गेम में बने रहना है तो बचे हुए 6 विकेट सिराज, शार्दुल ठाकुर, रवींद्र जडेजा और मोहम्मद शमी को मिलकर जल्दी चटकाने होंगे. शुरुआती ओवर में ही अगर 2-3 विकेट गिर गए तो ऑस्ट्रेलियाई पारी बिखर जाएगी और लीड को 350 के अंदर रहने दिया जा सकता है. इसके लिए दोनों छोर से अटैकिंग मानसिकता के साथ बॉलिंग होनी चाहिए और शुरुआत से ही दबाव बनाकर रखना होगा. टेस्ट क्रिकेट में चौथे दिन ऐसा करना नामुमकिन नहीं है.
यह भी पढ़ें: WTC Final: ड्रेसिंग रूम में पैर पसारकर सो रहे थे मार्नस लाबुशेन, सिराज ने की नींद खराब तो भागते हुए दिखे
विराट कोहली को निभानी होगी बड़ी जिम्मेदारी
भारत के पास इस वक्त दुनिया का बेहतरीन चेज मास्टर विराट कोहली है. इसके अलावा शानदार फॉर्म में चल रहे शुभमन गिल हैं. अगर गेंदबाज अपना काम करने में कामयाब रहे और लीड 350 से 370 के बीच रही तब भी भारत वापसी कर सकता है. विराट कोहली और शुभमन गिल को यहां अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा और विकेट बचाकर रखने के साथ रनों की रफ्तार भी मेंटेन करनी होगी. मध्यक्रम में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे हैं जिनके पास ऐसी परिस्थिति में धैर्य और तकनीक के साथ खेलने का अनुभव है. रहाणे ने पहली पारी में भारत की इज्जत बचाने के काम भी किया है.
यह भी पढ़ें: पंत की बल्लेबाजी देख फूट फूट कर रोया ऑस्ट्रेलियन दिग्गज, कंगारू टीम हार गई थी जीता हुआ मैच
अटैकिंग मानसिकता और गाबा का इतिहास दोहराना होगा टीम इंडिया को
टीम इंडिया को चमत्कार नहीं बल्कि आक्रामक मानसिकता के साथ खेलने की जरूरत है. 2021 में गाबा में जो इतिहास रचा गया था उसे दोहराने की जरूरत है. ऑस्ट्रेलिया ने उस मुकाबले में पहली पारी में 369 बनाए थे और सीनियर खिलाड़ियों के बिना खेल रही टीम इंडिया का स्कोर 186 पर 6 था. हार सामने खड़ी थी लेकिन मैच पलट गया और इतिहास बन गया. पैट कमिंस और मिचेल स्टार्क जैसे दिग्गजों को भारत के शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर ने नाकों चने चबवा दिए. दोनों के बीच शतकीय साझेदारी हुई.दूसरी पारी में 98 ओवर में 324 रन बनाने थे और एक छोर पर चोट खाकर दीवार की तरह चेतेश्वर पुजारा डटे रहे और दूसरे छोर से ऋषभ पंत ने टी20 अंदाज में बैटिंग की. पुजारा के बाद दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे लेकिन आखिरी में पंत ने विजयी चौका लगा इतिहास रच दिया.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
WTC Final 2023: सिराज-शार्दुल के बाद किंग और प्रिंस कर दें ये काम तो ट्रॉफी के साथ घर लौटेगी टीम