डीएनए हिंदी: देश के ज्यादातर लोगों का भारतीय रेलवे (Indian Railways) से गहरा रिश्ता है. हममें से ज्यादातर लोग ट्रेन से यात्रा जरूर करते हैं. कई बार हम यात्रा की योजना बनाते हैं और टिकट भी कटा लेते हैं लेकिन अचानक किसी जरूरी काम की वजह से हमें अपनी योजना बदलनी पड़ती है। ऐसे में हमें अपना टिकट कैंसिल करना पड़ता है. आज हम रेलवे के कैंसिलेशन पॉलिसी के बारे में जानेंगे. यह पॉलिसी ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों तरीके के टिकट लेने वाले पर लागू होती है.
क्या है भारतीय रेलवे की कैंसिलेशन पॉलिसी
हम कन्फर्म और वेटिंग दोनों तरह के टिकट कैंसिल होते हैं. पहले हम कन्फर्म टिकट कैंसिलेशन पॉलिसी को समझते हैं. कन्फर्म टिकट के लिए रिफंड राशि की गणना इस आधार पर की जाती है कि आप ट्रेन के खुलने से कितना पहले टिकट कैंसिल करवाते हैं. कन्फर्म टिकट के लिए भारतीय रेलवे की रिफंड पॉलिसी इस प्रकार है.
240 रुपये + एसी फर्स्ट क्लास या वर्किंग क्लास के लिए जीएसटी
200 रुपये + एसी 2-टियर या प्रथम श्रेणी के लिए जीएसटी
180 रुपये + जीएसटी एसी 3-टियर, एसी चेयर कार, या एसी 3-इकोनॉमी के लिए
120 रुपये + स्लीपर क्लास के लिए जीएसटी
60 रुपये + सेकंड क्लास के लिए जीएसटी
इसी तरह यदि हम 48 से 12 घंटे से बीच अगर टिकट कैंसिल कराते हैं तो इसमें मूल किराए से 25% की कटौती होगी.
ट्रेन खुलने के 12 से 04 घंटे के बीच अगर हम टिकट कैंसिल कराते हैं तो मूल किराए के 50% की कटौती होगी. ध्यान रहे कि ट्रेन खुलने के बाद किसी तरह का रिफंड नहीं मिलता है.
कब नहीं लगेगा कैंसिलेशन चार्ज
भारतीय रेलवे एक सुविधा देती है. हालांकि इसे सुविधा नहीं ऑप्शन भी कह सकते हैं. अगर आपको किसी कारण यात्रा कैंसिल करनी पड़ रही है और आप चाहते हैं कि आपको पूरा किराया मिल जाए तो इसकी भी सुविधा है लेकिन यह फ्री नहीं है. इसके लिए आपको सुविधा शुल्क देना पड़ेगा. आइए इस शुल्क के बारे में एक उदाहरण से समझते हैं.
उदाहरण के लिए नई दिल्ली से कानपुर के बीच चलने वाली का स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस (NDLS-CNB-LKO (Swarn Shatabdi Express) का किराया शत-प्रतिशत रिफंड की सर्विस के साथ 2,487 रुपये का होता है जबकि इस सर्विस के बिना यही टिकट 2,026 रुपये मिलता है. इसका अर्थ यह है कि 461 रुपये आपको केवल इसलिए देने पड़ेंगे कि आप यदि यह टिकट कैंसिल कराएं तो आपको पूरे पैसे मिलें.
रेलवे को हो रहा है मोटा मुनाफा
ऐसे में यह कहा जा सकता है कि यात्रियों से पहले ही शत-प्रतिशत रिफंड के नाम पर कैंसिलेशन के लिए एक मोटा चार्ज वसूल लिया जाता है। ऐसे में यदि 5 लोग यदि इस शताब्दी ट्रेन से यात्रा करेंगे तो उन्हें ट्रेन की टिकट की असल कीमत के हिसाब से लगभग 6 लोगों के टिकट का पैसा देना होगा. इसी तरह देश की प्रत्येक मेल, पैसेंजर, एक्सप्रेस, सुपरफास्ट प्रीमियम ट्रेनों में शत-प्रतिशत रिफंड देने के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है.
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