डीएनए हिंदी: 1 अक्टूबर से भारत में कई बड़े बदलाव लागू होने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा. इन बदलावों में टैक्स, बैंकिंग, और शिक्षा क्षेत्र में कई नए नियम शामिल हैं.
1. टैक्स से जुड़े बदलाव
आयकर अधिनियम में संशोधन: 1 अक्टूबर से आयकर अधिनियम में कई संशोधन लागू होंगे. इनमें से कुछ प्रमुख संशोधनों में से एक है कि आयकर की छूट सीमा को बढ़ा दिया गया है. अब, 75 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए आयकर की छूट सीमा 3 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है.
जीएसटी में बदलाव: 1 अक्टूबर से जीएसटी दरों में कुछ बदलाव लागू होंगे. इनमें से कुछ प्रमुख बदलावों में से एक है कि 18% टैक्स स्लैब में शामिल वस्तुओं की संख्या को बढ़ा दिया गया है. अब, इस स्लैब में कई आवश्यक वस्तुएं भी शामिल होंगी.
टीसीएस लागू: 1 अक्टूबर से सभी डेबिट और क्रेडिट कार्ड लेनदेन पर 0.25% टीसीएस (ट्रांजेक्शनल कैशलेस सेटलमेंट) लगेगा. यह टैक्स केवल 50 लाख रुपये से अधिक के लेनदेन पर लगेगा.
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2. बैंकिंग से जुड़े बदलाव
बैंक खातों पर ब्याज दरें बढ़ेंगी: 1 अक्टूबर से बैंक खातों पर ब्याज दरें बढ़ने की उम्मीद है. आरबीआई ने हाल ही में रेपो दर में 0.50% की वृद्धि की है, जिससे बैंकों को भी ब्याज दरें बढ़ाने के लिए प्रेरित किया गया है.
क्रेडिट कार्ड लेनदेन पर ब्याज दरें बढ़ेंगी: 1 अक्टूबर से क्रेडिट कार्ड लेनदेन पर ब्याज दरें बढ़ने की उम्मीद है. आरबीआई ने हाल ही में आरएलआर (रेपो रेट लिंक्ड रेट्स) में 0.50% की वृद्धि की है, जिससे क्रेडिट कार्ड लेनदेन पर ब्याज दरें बढ़ने की संभावना बढ़ गई है.
कैश ट्रांजैक्शन पर प्रतिबंध: 1 अक्टूबर से 2 लाख रुपये से अधिक के कैश ट्रांजैक्शन पर प्रतिबंध लग जाएगा. यह प्रतिबंध सभी प्रकार के लेनदेन पर लागू होगा, जिसमें बिक्री, खरीद, और लेनदेन शामिल हैं.
3. शिक्षा से जुड़े बदलाव
कॉलेज फीस में वृद्धि: 1 अक्टूबर से कॉलेज फीस में वृद्धि होने की संभावना है. कई कॉलेजों ने पहले ही फीस में वृद्धि की घोषणा कर दी है.
स्कॉलरशिप में कमी: 1 अक्टूबर से सरकार द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति में कमी आने की संभावना है. सरकार ने हाल ही में छात्रवृत्ति के लिए बजट में कटौती की है.
एजुकेशन लोन पर ब्याज दरें बढ़ेंगी: 1 अक्टूबर से एजुकेशन लोन पर ब्याज दरें बढ़ने की उम्मीद है. आरबीआई ने हाल ही में आरएलआर में 0.50% की वृद्धि की है, जिससे एजुकेशन लोन पर ब्याज दरें बढ़ने की संभावना बढ़ गई है.
इन बदलावों से आम आदमी की जेब पर क्या असर पड़ेगा?
इन बदलावों से आम आदमी की जेब पर सीधा असर पड़ेगा. टैक्स और बैंकिंग से जुड़े बदलावों से आम आदमी के खर्चों में बढ़ोतरी होगी. वहीं, शिक्षा से जुड़े बदलावों से आम आदमी को अपने बच्चों की शिक्षा पर अधिक पैसा खर्च करना होगा.
आम आदमी को इन बदलावों से बचने के लिए क्या करना चाहिए?
आम आदमी को इन बदलावों से बचने के लिए अपने खर्चों पर नियंत्रण रखना चाहिए. इसके अलावा, उन्हें बैंकिंग और शिक्षा से जुड़े नए नियमों के बारे में जानकारी रखनी चाहिए ताकि वे इनके अनुसार अपनी योजनाएं बना सकें.
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1 अक्टूबर से लागू होंगे ये 5 बड़े बदलाव, आम आदमी की जेब पर होगा ये असर