डीएनए हिंदी: सरकार दवाइयों की बेहतर क्वालिटी के लिए मेडिसिन मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के खिलाफ सख्त हो गई है. इसी के मद्देनजर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने एक बैठक की. इस बैठक में उन्होंने फार्मा कंपनियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए कार्रवाई की जानकारी दी. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बताया कि फार्मा प्रोडक्ट्स की उच्च क्वालिटी को बनाए रखने के लिए रेगुलेटरी अथॉरिटी ने प्लांटों का निरिक्षण और ऑडिट करना शुरू कर दिया है. साथ ही यह भी जानकारी दी कि उन्होंने 137 फार्मा कंपनियों का निरिक्षण किया और 105 कंपनियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है. इसमें से 31 कंपनियों को बंद कर दिया गया है और 50 कंपनियों के लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
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PIB की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने 73 फर्मों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 21 फर्मों के खिलाफ वार्निंग लेटर भी दिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI) को नकली दवा बनाने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है. स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि दवाई कंपनियों के निरिक्षण के लिए अलग से दस्ता बनाया गया है जो दवाइयों कि क्वालिटी को जांचेगा.
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दवा कंपनियों पर सरकार ने साधा निशाना, 105 फार्मा फर्मों पर चला चाबुक, क्या है पूरा मामला