डीएनए हिंदी: देश का युवा एंटरप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में धूम मचा रहा है. ये वही युवा है जो नौकरी करने में नहीं, बल्कि देने में विश्वास रखता है. इसके पास सपने हैं और उन्हें पूरा करने की ताकत भी है.
अपने सपनों को 'मोमोज' बेचकर सच कर दिखाया है कोलकाता के तीन युवाओं ने. हम बात कर रहे हैं 'वाओ मोमो' की. कभी 6 बाय 6 के कियोस्क से शुरू हुई छोटी सी दुकान आज 18 से ज्यादा शहरों के 812 आउटलेट्स तक पहुंच गई है. खास बात यह है कि महज 13 साल में कंपनी की वैल्यू 1860 करोड़ रुपए पहुंच चुकी है.
इस तरह हुई शुरुआत
वाओ मोमो तिब्बत और नेपाल के व्यंजनों की विशेषज्ञता वाले फास्ट-फूड रेस्तरां की एक भारतीय श्रृंखला है. जो अपने मोमोज और डंपलिंग्स के लिए जानी जाती है. इसका मुख्यालय कोलकाता में है. ये फास्ट फूड चेन अपनी क्वालिटी और टेस्ट के लिए जाना जाता है.
भारत की सबसे तेजी से बढ़ती मोमो श्रृंखला को 2008 में सेंट जेवियर कॉलेज के दो साथियों सागर दरयानी और बिनोद कुमार होमगई द्वारा शुरू किया गया था. दोनों ने 2008 में महज 30 हजार रुपए लगाकर स्प्रिंगडेल स्पेंसर में अपने 6 बाय 6 कियोस्क से स्टीम्ड मोमोज बेचना शुरू किया.
वाओ मोमो की पहली रसोई 200 वर्ग फुट का कमरा बनी. उन्होंने इसे शुरू करने के लिए एक स्थानीय किराना स्टोर से क्रेडिट पर कच्चा माल लिया. पहली रसोई की शुरुआत केवल एक टेबल और दो पार्ट टाइम रसोइयों के साथ हुई, जो मामूली वेतन पर काम करते थे.
इसके साथ ही उन्होंने रिस्पॉन्स को देखते हुए बिग बाजार में 18 प्रतिशत रेवेन्यू के साथ दूसरा स्टोर भी शुरू कर दिया. दरयानी जहां ब्रांड, मार्केटिंग और रिटेल देखते, वहीं होमगई प्रोडक्शन और क्वालिटी कंट्रोल पर ध्यान रखते. कुछ दिनों बाद उनके साथ कॉलेज के सहपाठी शाह एम. रहमान जुड़ गए.
तीनों साथियों ने मिलकर कंपनी को हर साल ऊंचाई दी और 2017 में उन्होंने इंडियन एंजल नेटवर्क्स और लाइटहाउस फंड्स से 44 करोड़ की फंडिंग रेज की. इसके बाद कंपनी में लगातार इंवेस्टर्स का रुझान बढ़ता गया और देखते ही देखते ये 1800 करोड़ की वैल्यू को पार कर गई.
आईपीओ लाने की तैयारी
कंपनी अब अपनी अभूतपूर्व सफलता को देखते हुए आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. हाल ही कंपनी ने ट्री लाइन इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट के नेतृत्व में 15 मिलियन यूएस डॉलर से अधिक की फंडिंग जुटाई है. सीरीज सी फंडिंग राउंड में आईएएन (इंडियन एंजेल नेटवर्क) फंड के साथ-साथ मौजूदा निवेशक लाइटहाउस फंड्स की भागीदारी देखी गई.
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