डीएनए हिंदी: पैन कार्ड (Pan Card) किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे जरूरी डाक्यूमेंट होता है. नौकरी से लेकर बैंक तक, पोस्ट ऑफिस लेकर एजुकेशन तक सभी जगह पैन कार्ड की जरूरत होती है. इसे आपका Permanent अकाउंट नंबर भी कहते हैं. इस बीच पैन कार्ड को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा इस बात की हो रही है कि इसका हिंदी में क्या नाम है?
दरअसल, पैन कार्ड को हिंदी में स्थायी खाता संख्या कहते हैं. Pan पर 10 अंकों की एक अक्षरांकीय संख्या होती है जिसे आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है. इसकी खासियत यह है कि किसी व्यक्ति का पैन दो बार नहीं बनाया जा सकता. क्योंकि पैन पर पड़ने वाला नंबर एक ही हो सकता है, उसे बदलना नहीं जा सकता है.
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Pan Card की 10 डिजिट में छिपी होती अहम जानकारी
पैन कार्ड पर जो नंबर लिखा होता है वो कोई नॉर्मल नहीं होता है बल्कि इन 10 नंबरों में Pan से जुड़ी कई तरह की जानकारियां छिपी होती हैं. पैन जारी करते समय इनकम टैक्स विभाग नंबर देने के लिए एक खास प्रोसेस अपनाता है. जिसके तहत आपको 10 अंक वाला नंबर दिया जाता है. इन 10 डिजिट में अल्फाबेट और नंबर्स का मिश्रण होता है. पैन कार्ड में पहले पांच कैरेक्टर हमेशा अक्षर होते हैं, जबकि अगले 4 कैरेक्टर नंबर होते हैं और आखिर में फिर वापस एक अक्षर आता है.
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पैन कार्ड क्यों है जरूरी?
आज के समय में पैन कार्ड इसलिए जरूरी है कि इसमें आपका फोटो, नाम, हस्ताक्षर (Signature) होते हैं. इसलिए आप इसे पहचान पत्र के रूप में भी उपयोग कर सकते हैं. बता दें कि 1 जुलाई 2016 के बाद किसी भी बैंक में खाता खोलने के लिए आपके पास पैन कार्ड होना अनिवार्य कर दिया गया है. अगर आपके पास पैन नहीं है तो बैंक अकाउंट नहीं खोला जाएगा. अगर आप टैक्स देते हैं तो आपके पास Pan Card होना जरूरी है.
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PAN Card को हिंदी में क्या कहते हैं? जानिए इसकी क्यों हो रही है चर्चा