डीएनए हिंदी: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जोमैटो और स्विगी (Swiggy -Zomato) पर रेस्टोरेंट्स संगठनों ने गंभीर आरोप लगाएं हैं कि और छूट देने के लिए सारा दबाव बनाने का आरोप लगाया है. वहीं खास बात यह है कि स्विगी और जोमैटो पर इन कारणों के चलते ही कई बार प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ जाती है. वहीं कंपनियों ने रेस्टोरेंट्स पर अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर एक ही कीमत रखने का दबाव भी बनाया है.
स्विगी और जोमैटो कई बार अलग-अलग तरह के ऑफर्स लेकर आते हैं लेकिन खास बात यह है कि कुछ खास रेस्टोरेंट्स से इसके बदले ज्यादा कमीशन लिया जाता है और फिर वो रेस्टोरेंट्स अपने प्रोडक्ट्स के दाम भी बढ़ा देते हैं. इसका नतीजा यह होता है कि कभी भी 50 रुपये की आलू टिक्की भी कई बार 100 या 150 रुपये तक पर देने पड़ते हैं. ऐसे में रेस्टोरेंट्स के ऑफर्स का यूजर्स को कोई फायदा नहीं होता है क्योंकि सभी रेस्टोरेंट्स एक ही कीमत रखने के लिए बाध्य होते हैं.
वहीं जिन रेस्टोरेंट्स के साथ इन कंपनियों का करार होता है कि उनके प्रोडक्ट्स पर कई बार कोई डिलीवरी चार्ज नहीं होता है जबकि अन्य साधारण रेस्टोरेंट्स के प्रोडक्ट्स पर प्रोडक्ट की कीमत से ज्यादा का डिलीवरी चार्ज वसूला जाता है. इसके चलते लोग ऐसे रेस्टोरेंट्स में ऑर्डर नहीं करते हैं और उन्हें आर्थिक तौर पर बड़ा नुकसान होता है.
Swiggy-Zomato ने मुनाफे लिए रेस्टोरेंट्स पर बनाया दबाव, ग्राहकों के साथ भी होती है धोखाधड़ी
यही कारण है कि एनआरएआई ने अब इस मामले में स्विगी जोमैटो के खिलाफ शिकायतें की हैं. इसका नतीजा यह है कि अब सीसीआई ने इस मामले में 60 दिन के अंदर जांच की बात करते हुए दोनों ही कंपनियों को नोटिस जारी कर दिया है.
Swiggy और Zomato पर ज्यादा क्यों दिखते हैं कुछ रेस्टोरेंट्स, समझिए कैसे यूजर्स के साथ हो रहा धोखा
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