डीएनए हिंदीः क्रिप्टोकरेंसी को लेकर देश में इस समय उठा-पटक की स्थिति है. भारत में इसका भविष्य क्या होगा, ये एक डर प्रत्येक व्यक्ति के मन में बैठ गया है. इसकी वजह इन करेंसी के भाव में अनिश्चितता है. वहीं संसद के शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी के लिए विशेष कानून आने की चर्चाएं भी हैं. इस पूरे घटनाक्रम के बीच भी सिंगापुर की क्रिप्टोकरेंसी भारत में अपना व्यापार स्थापित कर रही है जिसका भविष्य अधर अटक सकता है.
भारत में शुरु ऑपरेशंस
देश में क्रिप्टोकरेंसी के बैन होने की खबरों के बीच ही सिंगापुर की क्रिप्टोकरेंसी ने भारत में अपने वर्किंग ऑपरेशंस शुरु कर दिए हैं. सिंगापुर की इस एक्सचेंज क्रिप्टोकरेंसी का नाम कॉइनस्टोर है जिसे हाल ही में वेब एवं एप्लिकेशन के माध्यम से लॉन्च किया गया है. वहीं सिंगापुर में अपना बिजनेस मजबूत करने के बाद अब इस क्रिप्टो कंपनी ने भारत में अपने पैर पसारने की तैयारी कर ली है.
कंपनी का बिजनेस प्लान है कि वो भारत के बड़े शहरों बैंगलोर, नई दिल्ली और मुंबई में अपनी ब्रांच खोलेगी. इनके जरिए ही कंपनी भारत में अपनी डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी को ऑपरेट करेगी.
भारत से आ रहे एक तिहाई यूजर
कॉइनस्टोर के प्रमुख चार्ल्स टैन (Charles Tan) ने कंपनी के भारत में सर्विसेज और ऑपरेंशस को लेकर कहा है कि कंपनी का एक तिहाई यूजर बेस भारत से ही आ रहा है. उन्होंने कहा, "हमारी ऐप पर आ रहा लगभग एक तिहाई यूजर भारत से है तो ऐसे में भारतीय बाजार में विस्तार करना कंपनी ने ठीक समझा है." भारत में इन क्रिप्टो के बैन होने को लेकर उन्होंने कहा, "पॉलिसी थोड़ी ऊपर-नीचे हो सकती है लेकिन कंपनी को उम्मीद है कि चीजें पॉजिटिव रहेंगी. उम्मीद है कि भारत सरकार क्रिप्टोकरेंसीज के लिए एक हेल्थी फ्रेमवर्क प्रस्तुत करेगी."
वर्क फोर्स तैयार कर रही है कंपनी
वहीं भारत में अपने ऑपरेशंस शुरु करने के साथ ही कॉइनस्टोर ने 100 से अधिक कर्मचारियों की भर्ती करने की भी योजन बनाई है. कंपनी भारत में क्रिप्टो करेंसी के ऑपरेशंस के लिए सर्विसेज पर करीब 20 मिलियन डॉलर का खर्च करने की योजना बना चुकी है. इन सभी तैयारियों के बीच भारत सरकार यदि क्रिप्टो करेंसी के खिलाफ कोई कदम उठाती है तो ये कॉइनस्टोर एवं उसके प्रमुक के लिए एक बड़ा झटका साबित होगा.
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